किसानों को यूरिया खाद के साथ सल्फर-जिंक थोपना गलत – विधायक प्रदीप चौधरी

बोले-जो किसान उधार में यूरिया लेते है, उन पर ज्यादा दबाव

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  –   02 दिसम्बर  :

कालका विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी के विधायक प्रदीप चौधरी ने किसानों को यूरिया के साथ सल्फर और जिंक जबरन थोपने के मामले को लेकर कहा की किसानों से धक्केशाही न की जाए और शासन और प्रशासन से कहा की किसान पहले ही आर्थिक संकट झेल रहा है। उसकी खाद लेने की मजबूरी का फायदा न  उठाया जाए। बल्कि ज्यादा से ज्यादा किसानों को बिना किसी शर्त के उनकी जरूरत के मुताबिक यूरिया खाद उपलब्ध कराया जाए। क्योंकि बरसात के बाद यूरिया की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में लगातार किसानों को दिक्कत आ रही है कि किसानों को यूरिया खाद के साथ सल्फर और जिंक थोपा जा रहा है। यह बिल्कुल भी सही नहीं है। क्योंकि किसान खाद की व्यवस्था के लिए ही पैसों का इंतजाम नहीं कर पाता है। ऐसे में उसे यह अतिरिक्त चीज देकर उसे आर्थिक रूप से कर्जदार बनाया जा रहा है। 

विधायक ने कहा की सरकार की किसान को समृद्ध और खुशहाल बनाने पर जोर देना चाहिए। लेकिन बीजेपी और जेजेपी की गठबंधन सरकार में किसान को आर्थिक रूप से सिवाए कर्ज के कुछ नही मिला है। कुदरत की मार के बाद भी किसानों को राहत नहीं मिली है। मानसून को बरसात से किसान को बहुत ज्यादा नुकसान हुआ। चाहे जमीन कटाव की बात हो या फिर फसलों की बर्बादी। लेकिन सरकार ने कोई राहत नहीं दी है। बल्कि सब्सिडी पर प्रदेश के हर राज्य को ट्रैक्टर मिला। लेकिन पंचकूला जिला के एक भी किसान को ट्रैक्टर नही दिया गया। सरकार ने सोलर फेंसिंग की आज तक कोई व्यवस्था नहीं को। क्योंकि पहाड़ी क्षेत्र होने की वजह से जंगली और लावारिश पशुओं की वजह से किसानों की फसलें बर्बाद हो रही है।