- भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं ने बधाई, बाला श्रीकृष्ण की लाइव झांकी ने श्रद्धालुओं को किया भाव विभोर
- भगवान का जन्म पृथ्वी पर पाप के नाश व जनकल्याण के लिए होता हैः कथा व्यास
- नंद के आनंद भयो जय हो नंदलाल की पर श्रद्धालुओं ने किया खूब नृत्य
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 30 नवम्बर :
जब जब धरा पर पाप बढ़ता है तब तब भगवान अनेक रूपों में पाप का अंत करने के लिए पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। कली काल में कृष्ण नाम से ही उद्धार है भगवान कृष्ण की महिमा गीता के माध्यम से आज भी दुनिया को मंत्रमुग्ध कर रही है जब भगवान श्री कृष्ण का जन्म होता है तो जीवन का सारा अंधेरा छठ जाता है और हमेशा जीवन में ज्ञान रूपी प्रकाश उजागर होता है। यह प्रचवन सुंदरकांड महिला मंडली, चंडीगढ़ द्वारा सेक्टर 40 डी के मैदान में आयोजित साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के दौरान कथा व्यास सुरेश शास्त्री ने उपस्थित श्रद्धालुओं को दिए।
इस अवसर पर बाल श्रीकृष्ण व वामन भगवान जी की सुंदर झांकी ने श्रद्धालुओं को भाव विभोर कर दिया। श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर बाल श्रीकृष्ण पर खूब पुष्प वर्षा की, कथा व्यास ने अपनी मधुर भजनों से पूरा वातावरण संगीतमयी बना दिया। बाल श्री कृष्ण की भूमिका नन्हे बालक शाश्वत ने निभाई। वासुदेव की भूमिका में जगदीश चंद्र जोशी ने सिर पर टोकरी में बाल श्रीकृष्ण को उठाया हुआ था। यशोदा की भूमिका नीमा जोशी ने निभाई। इस दौरान श्रद्धालुओं का तांता बाल कृष्ण व वामन देवता बने नन्हें बालक को देखने के लिए लगा रहा। भगवान के जन्म की खुशी में श्रद्धालुओं ने एक दूसरे को बधाई दी और टॉफियां और खिलौने बांटे।
कथा से पूर्व सुंदरकांड महिला मंडली की प्रधान नीमा जोशी के नेतृत्व में समस्त श्रद्धालुओं ने मिलकर व्यास पूजन विधि विधान के साथ किया। कथा के उपरांत श्रीमद्भागवत की सामूहिक रूप आरती की गई।