कलाकार और अध्यापक समाज को बदलने की क्षमता रखते हैं : दीपक बत्रा

संस्कार भारती और प्राचीन कला केंद्र द्वारा आयोजित चित्रकला कार्यशाला संपन्न 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 29 नवम्बर  :

संस्कार भारती, चण्डीगढ़ इकाई और प्राचीन कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय चित्रकला  कार्यशाला प्राचीन कला केंद्र, चण्डीगढ़ के परिसर में संपन्न हुई। कार्यशाला में ट्राइसिटी के सीनियर आर्टिस्ट्स के साथ एमेच्योर और युवा कलाकारों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि समाजसेवी दीपक बत्रा ने सफल कार्यशाला के लिये बधाई दी और कहा कि समाज में कलाकारों और अध्यापकों का बहुत अहम रोल रहता है जो समाज को बदलने की क्षमता रखते हैं। इस कार्यशाला में चंडीगढ ईकाई की ओर से सौभाग्य बर्धन ने प्राचीन कला केंद्र से समीरा कोसर का स्वागत कर धन्यवाद दिया और आशा व्यक्त की कि इसी तरह ही भविष्य में भी ईकाई की मदद करते रहेंगे।

इसके साथ कार्यक्रम में चण्डीगढ़ ललित कला के चेयरमैन भीम मल्होत्रा, विशिष्ट अतिथि और वरिष्ठ कलाकार विनय वढ़ेरा, श्रीमती साधना संगर, कँवल पाल भी उपस्थित रहे। उपाध्यक्ष श्रीमति गुरमीत गोल्डी ने बताया कि कार्यशाला का उद्देश्य और उभरते कलाकारों को नई दिशा देना है। कार्यक्रम की संयोजिका एवं चण्डीगढ़ इकाई की चित्रकला विधा प्रमुख भारती वन्दना ने बताया कि इस वर्ष की चित्रकला की यह चौथी कार्यशाला रही जिसमें कुल 24 कलाकारों ने भाग लिया और बताया कि कार्यशाला में बनाई गई पेंटिंग्स की प्रदर्शनी शहर की आर्ट गैलरी में लगायी जायेगी। कला सुदृढ़ ,समरूप और संवेदनशील समाज के निर्माण में एक माध्यम है। इसी उद्देश्य से कलाकारों ने अपनी कलाकृतियों की रचना की।

इस अवसर पर कार्यशाला में प्रख्यात कलाकार प्रभिंदर लाल, गुरमीत गोल्डी, भारत बेदी ,भारती वंदना, डॉ रविंदर सिंह, गुरदीप शर्मा, डॉ वंदना मल्होत्रा व कादम्बरी वर्धन के साथ अन्य कलाकार हरसिमरन कौर, ख़ुशी, जेएस डॉली, प्रतिभा कौशिक, अनूप कौर, प्रतिभा जांगिड, प्रीत अरोड़ा, सुनीता धीमान, इंदिरा घोष, राशिम, कोमल कौर, भावना आदि ने इस कार्यशाला में भाग लिया और सभी को  सर्टिफिकेट से कर सम्मानित किया।