पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 28 नवम्बर :
राजकीय महाविद्यालय हिसार की बी ए प्रथम कक्षा की छात्रा अनिसा ने जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में दो स्वर्ण एक रजत और एक कांस्य पदक समेत चार पदक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए महाविद्यालय व परिजनों का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। महाविद्यालय पहुंचने पर विजेता खिलाड़ी अनिसा का प्राचार्य द्वारा जोरदार स्वागत किया। प्राचार्य डॉ दीपमाला लोहान ने विजेता खिलाड़ी सपना का फूल मालाओं से स्वागत किया तथा मुंह मीठा करवा कर उज्जवल भविष्य की कामना की ।
उन्होंने कहा की गोल्डन गर्ल अनीसा ने एक साथ चार पदक जीत कर ये साबित कर दिया की महिलाएं आज पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। उन्होंने कहा की जैसे खिलाड़ियों पर गर्व है महाविद्यालय का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों को संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने देंगे। अनीसा ने महाविद्यालय व परिजनों का नाम रोशन किया है उन्होंने जीत का श्रेय शारीरिक शिक्षा विभाग के स्टाफ सदस्यों के कुशल मार्गदर्शन तथा खिलाडी की मेहनत को दिया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए उप प्राचार्य डा कृष्ण कुमार मेहरा ने विजेता खिलाड़ी को बधाई देते हुए कहा की कड़ी मेहनत की बदौलत राष्ट्रीय चैंपियन बनकर अनीसा ने साबित कर दिया की यदि सच्ची लगन से कड़ी मेहनत की जाए तो कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है। उन्होंने अनीसा व उसके समस्त परिजनों को बधाई दी। शारीरिक शिक्षा के विभागाध्यक्ष डॉ सुखबीर सिंह दूहन ने जानकारी देते हुए बताया की बी ए प्रथम कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा अनीसा ने भारतीय तीरंदाजी संघ के सौजन्य से 15 से 22 नवंबर के मध्य भरतपुर राजस्थान में हुई जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैम्पियनशिप में 40 मीटर टीम इवेंट और मिक्स इवेंट में दो स्वर्ण पदक , 40 मीटर में व्यक्तिगत स्कोरिंग रैंकिंग में रजत और कांस्य पदक समेत चार पदक प्राप्त किए हैं ।
शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो जगबीर बूरा ने विजेता खिलाड़ी को बधाई देते हुए बताया की महाविद्यालय को अनीसा की उपलब्धियों पर गर्व है। प्रो राजेश पूनिया , प्रो रमेश कड़वासरा, प्रो अशोक श्योराण , प्रो यशवंत सांगवान , प्रो कोहर सिंह, डा निर्मल बूरा, डा सुदेश शर्मा समेत समस्त स्टाफ सदस्यों ने विजेता खिलाड़ी अनीसा , उसके परिजनों एवम शारीरीक शिक्षा विभाग को बधाई दी।
चैंपियनशिप में दो स्वर्ण समेत चार पदक जीतने वाली खिलाड़ी अनिसा ने अपनी जीत का श्रेय अपनी उपलब्धियों का श्रेय पिता कृष्ण कुमार माता चमेली तीरंदाजी कोच गुरमीत सिंह , महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो कृष्ण कुमार , डा सुखबीर सिंह और डा जगबीर सिंह बुरा को देते हुए कहा की उन्होंने समय समय पर उसका मार्ग दर्शन किया । उन्होंने बताया की पिता एक छोटे दुकानदार है तथा माता चमेली एक गृहणी होने के बावजूद उसका हौसला बढ़ाया तथा संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी।