लीवर की बीमारियों का सही इलाज करने के लिए समय पर इसका निदान करना जरूरी
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 24 नवम्बर :
मैक्स हॉस्पिटल मोहाली ने आज अपने लिवर ट्रांसप्लांट सेंटर के लांच की घोषणा की। सेंटर से हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के रोगियों को लाभ होगा।
लिवर ट्रांसप्लांट एंड बिलियरी साइंसेज के चेयरमैन और एचओडी डॉ अभिदीप चौधरी सेंटर को लीड करेंगे, जिन्होंने अपने करियर में 2000 से अधिक लिवर ट्रांसप्लांट और हेपेटो बिलियरी सर्जरी की है।
शुक्रवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बोलते हुए डॉ अभिदीप चौधरी ने बताया कि सेंटर में अत्याधुनिक लिवर आईसीयू, लिवर डायलिसिस व उन्नत लिवर कैंसर उपचार के अलावा ट्रांस-आर्टेरियल कीमो एंबोलाइजेशन, रेडियो-फ्रीक्वेंसी एब्लेशन, ट्रांस-आर्टेरियल रेडियो एंबोलाइजेशन लिवर रोगों और संबंधित जटिलताओं का 24×7 उपचार होगा।
डॉ. चौधरी ने आगे बताया कि लिवर एक बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है और अगर यह ठीक से काम नहीं करता है तो बहुत मुश्किल आ सकती है। अगर लिवर फेल हो रहा है, या अगर किसी को प्राइमरी लिवर कैंसर है, तो लिवर ट्रांसप्लांट से उसकी जान बचाई जा सकती है। इसलिए लीवर की बीमारियों का सही इलाज करने के लिए समय पर इसका निदान करना जरूरी है।
डॉ. कप्तान सिंह, एसोसिएट कंसलटेंट- एचपीबी सर्जरी एंड लिवर ट्रांसप्लांटेशन ने कहा कि लास्ट स्टेज लिवर की बीमारी तब होती है जब लिवर अपनी अधिकतम सामान्य कार्यप्रणाली खो देता है। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों का हवाला देते हुए डॉ सिंह ने कहा कि भारत में लिवर की बीमारी से होने वाली मौतों की संख्या कुल मौतों का 3.17% तक पहुंच गई है।
मेडिकल डायरेक्टर और एचओडी गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ अतुल सचदेव ने कहा कि हेपाटो पैंक्रियाटिक बाइलरी (एचपीबी) रोगों के रोगियों जो लिवर, पैंक्रियाज, गॉलब्लेडर और बाइल डक्टस को प्रभावित करने वाली किसी भी स्थिति से पीड़ित है, को भी इस सेंटर से लाभ होगा ।
डॉ अतुल सचदेव ने आगे कहा कि सेंटर में अच्छी तरह से इक्विप्ड बुनियादी ढांचे के साथ विशेषज्ञ पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल तेजी से रिकवरी सुनिश्चित करेगी। नर्सों, पोस्ट-ऑपरेटिव देखभाल विशेषज्ञों और पैरामेडिक्स की एक विशेषज्ञ और अच्छी तरह से प्रशिक्षित टीम लिवर ट्रांसप्लांट के रोगियों की रिकवरी प्रक्रिया में सहायता करते हुए बेस्ट परिणाम सुनिश्चित करेगी।