Friday, September 19

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 24 नवम्बर  :

श्रीराधाकृष्ण मन्दिर, सैक्टर 40-ए चण्डीगढ़ द्वाराश्रीमद्भागवत कथा विदुषी श्री कीर्ति  किशोरी जी के सानिध्य मे मंदिर परिसर में कराई जा रही हैं। कथा में आज किशोरी जी ने भगवान की अनेक लीलाओं में श्रेष्ठतम लीला दिव्य रास लीला का वर्णन संगीतमय भजनों द्वारा किया। भक्तों ने झूम नाच कर भजनों का आंनद लिया।

उन्होंने कहा कि भगवान की महारास लीला इतनी दिव्य है कि स्वयं भोलेनाथ उनके दर्शन करने के लिए गोकुल पहुंच गए थे। महाराज द्वारा कथा सुनाते हुए भगवान श्रीकृष्ण के विवाह प्रसंग को सुनाते हुए बताया कि भगवान श्रीकृष्ण का विवाह विदर्भ देश के राजा की पुत्री रुक्मणी के साथ संपन्न हुआ लेकिन रुक्मणि को श्रीकृष्ण द्वारा हरण कर विवाह किया गया।

इस कथा में समझाया गया कि रुक्मणि स्वयं साक्षात लक्ष्मी है और जब कोई लक्ष्मी नारायण को पूजता है या उनकी सेवा करता है तो उन्हें भगवान की कृपा स्वत: ही प्राप्त हो जाती है।

इस अवसर पर मंदिर कमेटी के प्रधान बीपी अरोड़ा, महासचिव विनय कपूर सहित सभी सदस्य उपस्थित रहे।