महिला मरीज के भाई ने युवती को पैसे देकर भेजा था
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : चंडीगढ़ पीजीआई में फर्जी स्टाफ बनकर महिला को इंजेक्शन लगाने के मामले में पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें इंजेक्शन लगाने वाली महिला की पहचान संगरूर की रहने वाली जसप्रीत कौर के रूप में हुई है। वह पटियाला में केयरटेकर के रूप में काम करती थी। पुलिस ने उसे संगरूर से ही गिरफ्तार किया है।
राजपुरा के रहने वाले महिला मरीज के भाई जसमीत सिंह ने जसप्रीत कौर को पैसे देकर इंजेक्शन लगाने के लिए भेजा था। उसने इंजेक्शन अपने साथी बूटा सिंह निवासी राजपुरा और मनदीप सिंह निवासी पटियाला से खरीदे थे। इन दोनों ने यह इंजेक्शन राजपुरा अस्पताल में काम करने वाले अपने किसी साथी से लिए थे वहीं, घटना के बाद से ही महिला मरीज की हालत गंभीर बनी हुई है। उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है। पुलिस ने इस मामले में महिला मरीज के परिवार की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया था।
सोमवार को महिला मरीज के पति गुरविंदर सिंह ने अपने ससुराल वालों पर आरोप लगाए थे। उसने कहा कि ससुराल वाले लगातार उसे, उसकी पत्नी और परिवार को जान से मारने की धमकियां दे रहे हैं। इसके चलते डिप्रेशन में उसकी मां की मौत हो चुकी है। उसने धमकी देने वालों की एक लिस्ट भी पुलिस को सौंपी थी।
15 नवंबर की रात करीब 11 बजे एक लड़की पीजीआई के गायनी वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज के पास पहुंची। उसने मरीज के पास बैठी उसकी ननद से कहा कि उसे डॉक्टर ने इंजेक्शन लगाने के लिए भेजा है। इसके बाद वह लड़की महिला को इंजेक्शन लगाकर चली गई। इंजेक्शन के बाद मरीज की हालत बिगड़ने पर परिवार ने डॉक्टरों से संपर्क किया तो गड़बड़ी का पता चला। इसके बाद महिला को गायनी वार्ड से आईसीयू में शिफ्ट किया गया। महिला मरीज की किडनी पहले से खराब थी और इंजेक्शन के बाद हालत और खराब हो गई। मरीज की ननद ने शक हो जाने पर सूझबूझ दिखाते हुए चुपचाप इंजेक्शन लगाने आई लड़की की तस्वीर खींच ली थी। ये तस्वीर परिवार ने पुलिस को दे दी। सेक्टर-11 थाने की पुलिस ने शिकायत मिलने के बाद अज्ञात महिला के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था।