Tuesday, December 24

बागवानी के क्षेत्र में गांव रामपुर की महिला किसान रीना देवी को मिल चुका है बेस्ट मैगों ग्रोवर का आम रतन पुरस्कार

  • बागवानी का क्षेत्र किसानों के लिए खोल रहा है विकास की नई राहे
  • प्रदेश में नये बाग लगाने के लिए सरकार की ओर से दिया जा रहा है अनुदान

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  – 18नवम्बर  :

 किसान बागवानी की खेती कर लाभ कमा सकते है। सरकार द्वारा भी बागवानी को बढावा देने के लिए विशेष योजनाएं चलाई जा रही है। जिनका लाभ बागवानों को भी मिल रहा है। बता दें कि प्रदेश में गत माह तक 1.59 लाख एकड़ बागवानी क्षेत्र को मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर पंजीकृत किया गया है।

             बागवानी को अपना कर किसान किस प्रकार से लाभ उठा सकते है। इसका उदाहरण है, शहजादपुर खण्ड़ के गांव रामपुर की महिला किसान रीना देवी पत्नी अशोक कुमार। लगभग 12 एकड़ में रीना देवी द्वारा बागवानी की खेती की जा रही है। जिससे प्रति वर्ष प्रति एकड़ लगभग एक लाख बीस हजार रूपये की आमदन होती है। बागवानी की गतिविधियों को बढावा देने के लिए उन्हें सरकार की योजना के अनुरूप अनुदान भी मिला है।

           रीना देवी को बैस्ट मैगो ग्रोवर का खिताब भी मिल चुका है तथा गत अक्तुबर मास में हिसार में आयोजित कृषि मेले में भी इन्होंने भाग लिया था। वे हरियाणा के उन 50 चुनींदा प्रगतिशील किसानों में शुमार थी, जिन्हें प्रदेश सरकार द्वारा कृषि क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों पर सम्मानित किया जा चुका है। इन किसानों को उपराष्ट्रपति द्वारा नए संसद भवन को देखने व  दोपहर भोज के लिए आमंत्रित किया गया था। रीना देवी ने कहा कि उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ से बातचीत करने का मौका मिला जोकि उनके लिए एक ऐतिहासिक क्षण था। इस अवसर पर किसानों को सम्मानित भी किया गया।

          रीना देवी व उनके पति अशोक कुमार का कहना है कि यह उनके लिए गर्व की बात है कि उन्हें नये संसद भवन को देखने का अवसर मिला। उन्होंने बताया कि उनके बाग में आम, जामुन, निम्बू, कटल तथा अमरूद आदि के पेड़ लगाये गये है। विगत मास पिंजौर में आयोजित मैगों मेला में भी उन्हें बेस्ट मैगों ग्रोवर का आम रतन पुरस्कार मिला था। इसके अलावा उन्हें हिसार में आयोजित कृषि मेले में भी बागवानी फसल उत्पादन तकनीक के प्रदर्शन में बागवानी फसल के लिए प्रगतिशील किसान के तौर पर पुरस्कार से नवाजा गया है।
           उद्यान विकास अधिकारी डॉ. अंकुश कम्बोज ने बताया कि रीना देवी की तरह दूसरे किसान भी बागवानी की खेती को अपना कर लाभ कमा सकते है। बागवानी का क्षेत्र किसानों के लिए विकास की नई राहे खोल रहा है। प्रदेश में नये बाग लगाने के लिए सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है। बागवानों के लिए भी भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई है।

         बता दें कि 1 जनवरी 2018 से सभी प्रमुख बागवानी फसलों में भावांतर भरपाई योजना शुरू करने वाला हरियाणा पहला राज्य है। किसानों को बाजार में होने वाले उतार-चढावों के जोखिम से बचाने के लिए प्रदेश में 21 फलों और सब्जियों के संरक्षित मूल्य तय किये गये है। प्रदेश में वर्ष 2022-23 तक 12082 किसानों को 33.26 करोड़ रूपये का प्रोत्साहन दिया जा चुका है।

सम्मानों की लगी झड़ी-बागवानी के क्षेत्र में समग्र उपलब्धियों के लिए 9 सितम्बर 2016 में हरियाणा राज्य को सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। राज्य को 21 अक्तूबर 2021 को कृषि नेतृत्व पुरस्कार  2021 और 12 नवम्बर 2021 को एग्री फूड एम्पोवेरिंग इण्डिया-2021 द्वारा सर्वश्रेष्ठ बागवानी राज्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। राज्य को 10 नवम्बर 2022 को इंडिया एग्री बिजनैस अवार्ड 2022 तथा 19 दिसम्बर 2022 को स्कॉच अवार्ड से सम्मानित किया गया है।