Friday, November 22
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  • लाला लाजपत राय की सोच पर पहरा देते हुए राष्ट्र से आतंकवाद के खात्मे के लिए सर पर गोली खाने को तैयार : शांडिल्य 
  •  दिल्ली में बने देश की आजादी में शहीद हुए तमाम राष्ट्र भक्तों का म्यूजियम : विश्व हिन्दू तख्त 
  •  लाला लाजपत राय के शहीदी दिवस पर एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने किया याद, शांडिल्य बोले: लाला जी की शहादत ने अंग्रेजी हुकुमत की जड़े हिला दी थी 

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 17नवम्बर  :

एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विश्व हिन्दू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने आज साइमन कमीशन का विरोध करने वाले लाला लाजपतराय के शहीदी दिवस पर उन्हें याद किया और कहा कि लाला जी के सिर पर पड़ने वाली अंग्रेजो की लाठियों के कारण भले ही वो शहीद हो गए थे लेकिन लाला लाजपतराय के मुह से निकले शब्द की उनके सिर पड़ने वाली एक एक लाठी अंग्रेजी हकूमत के कफन में कील का काम करेगी और लाला जी की शहादत ने अंग्रेजी हकूमत की जड़ें हिला दी थी और पूरे विश्व मे लाला जी की शहादत रंग लाई । एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि क्या अब इस देश मे जरूरत पड़ने पर लाला जी जैसे क्रांतिकारी व राष्ट्रभक्त पैदा हो सकते हैं। शांडिल्य ने कहा कि इस देश मे शहीदों को 2 बार ही याद किया जाता है उनके जन्मदिन पर हैं उनके शहीदी दिवस पर लेकिन उनकी सोच प्यार करने वाले लोग चिराग लेकर ढूढने से भी नही मिलते जो राष्ट्र की अखंडता की मजबूती के लिए अच्छे संकेत नही है। वीरेश शांडिल्य ने कहा वो 25 वर्ष से आतंकवाद, ख़लिस्तानी मुहिम सहित जरनैल सिंह भिंडरावाला की मुहिम का सड़को से लेकर अदालतों तक विरोध कर रहे हैं और वो आज लाला लाला लाजपतराय के शहीदी दिवस पर संकल्प लेते हैं कि राष्ट्र से आतंकवाद, देशद्रोहियों को खत्म करने व राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए सर पर लाठी क्या गोली खाने को तैयार हैं यह ही लाला जी को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। वही विश्व हिंदू तख्त के अंतर्राष्ट्रीय प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जितने भी राष्ट्र भक्त देश की आजादी के लिए शहीद हुए उसमे चाहे मंगल पांडे हो या लक्ष्मी बाई,लाला लाजपत राय हैं या भगत सिंह, राजगुरु,सुखदेव, सुभाष बोस चंदर शेखर आजाद हों या फिर अश्फाक उल्ला खान, उधम सिंह, मदन लाल ढींगरा, करतार सराभा जैसे शूरवीरों का दिल्ली में एक छत के नीचे म्यूजिम बने और उसमें आजादी के परवानो का पूरा इतिहास हो। और देश के प्रधानमंत्री केंद्र सरकार के खर्च पर देश के तमाम स्कूल कालेजो के छात्र छात्राओं को उस म्यूजिम को दिखाएं ताकि जरूरत पड़ने पर भारत माँ की रक्षा के लिए अपने प्राणों को कुर्बान करने को तैयार रहें और देश की युवा पीढ़ी को इंकलाब का मतलब बताएं । एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने कहा कि शहीदों की कोई जाति नही होती ये राष्ट्र की धरोहर होते हैं उन्होंने कहा जिस तरह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के चित्र भारतीय करंसी पर छपे हुए हैं उसी तरह लाला लाजपत राय हों या भगत सिंह ,राजगुरु ,सुखदेव या फिर उधम सिंह या अशफाक उल्ला खान इनकी कुर्बानी महात्मा गांधी से बड़ी है इसलिए इन शहीदों के चित्र भी भारतीय करंसी पर छपे जो केंद्र में मोदी सरकार की इन आजादी के परवानो को सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। आज इसको लेकर एक प्रस्ताव भी विश्व हिन्दू तख्त व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया ने पास किया । वहीं शांडिल्य ने बाला साहेब ठाकरे एवं अशोक सिंघल को भी उनकी जयंती पर नमन किया । इस मौके पर बाबा विकास दास, पंकज कपूर, मदन भारद्वाज, नवरत्न गर्ग, हरीश अरोड़ा, संजीव वालिया, विक्टर सेठ, शिव रंजन, हर्ष शर्मा, मुकेश शर्मा, गुलशन गुलाटी, दीपक नटराज, साहिल कक्कड़, राजन , मुकुल गोयल सहित भारी तादाद में विश्व हिंदू तख्त व एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के सदस्य मौजूद थे ।

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