संस्कृत की विविधता से अवगत कराने के लिए हुई योग और वैदिक प्रतियोगिता

माता मनसा देवी परिसर के श्री मुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम संस्कृत गुरुकुल में ओम पतंजलि युवा भारत इकाई ने प्रतियोगिता का आयोजन किया गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 06नवम्बर  :

संस्कृत में विविधता है। इससे युवा पीढ़ी को जोड़ने के लिए माता मनसा देवी परिसर के श्री मुक्तिनाथ वेद विद्याश्रम संस्कृत गुरुकुल में ओम पतंजलि युवा भारत इकाई ओर से योग और वैदिक प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में प्रार्थना और सूर्य-नमस्कार के साथ मंत्रोच्चारण हुआ। इसमें गुरुकुल के संचालक आचार्य स्वामीप्रसाद श्रीनिवासाचार्य ने सभी विद्यार्थियों पहले संस्कृत पर जागरूक किया। उन्होंने अपने संबोधन में संस्कृत के विद्यार्थियों को अष्टांग योग को लेकर बात की व बताया, असल में योग के यम, नियम, आसन, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, और समाधि के मतलब से अवगत भी कराया।

इस प्रतियोगिता में 42 विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। सभी के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। इसमें आठ विद्यार्थियों को प्रथम स्थान मिला। इस प्रतियोगिता में जनार्दन मौर्य और राकेश वर्मा जी ने प्रशिक्षक निर्णायक  की भूमिका निभाई। दोनों के आर्थिक सहयोग से प्रथम, द्वितीय, तृतीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को संगठन की ओर से सम्मानित किया गया।

शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दनीय शाखा के तृतीय अध्याय की प्रतियोगिता भी हुई

इसके अलावा गुरुकुल में शुक्लयजुर्वेद माध्यन्दनीय शाखा के तृतीय अध्याय की प्रतियोगिता में 25 विद्यार्थियों ने हिस्सा बने। इसमें प्रियांशु अवस्थी को प्रथम पुरस्कार, अंशुल मिश्र को द्वितीय पुरस्कार और देवानुज मिश्र को तृतीय पुरस्कार से नवाजा गया। इस प्रतियोगिता का समापन शान्ति पाठ के द्वारा कार्यक्रम का समापन हुआ।