सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 27 अक्टूबर :
गत दिवस चंडीगढ़ के सेक्टर-15 स्थित कटानी, सिटी हार्ट, लाजपत राय भवन में मोहाली में चैंपियंस ग्रुप द्वारा राष्ट्रीय स्तर की ऐबैक्स- प्रतियोगिता का भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया इस प्रतियोगिता मे 16000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया था। इसका मुख्य केंद्र चंडीगढ़ रहा तो अन्य क्षेत्रों के लिए नवी मुंबई, अहमदाबाद और तिरुवनंतपुरम मे केंद्र बनाए गए थे। प्रतियोगिता इतनी कठिन थी कि छात्रों को केवल 20 मिनट में जोड़, घटाव, गुणा, भाग, दशमलव आदि के 100 प्रश्नों को हल करने की चुनौती दी गई थी। समय के विरुद्ध दौड़ में प्रत्येक प्रतिभागी में कठिन अभ्यास और आत्मनिर्णय देखा गया। उन्होंने 10-20 मिनट के भीतर इस प्रश्नपत्र को आसानी से हल कर लिया. इस कठिन प्रतियोगिता में यमुनानगर के चैंपियन वर्ल्ड अबेकस अकेडमी के 28 छात्रों ने भाग लिया था जिसमें दो बच्चों ने,अम्बर गोयल और सम्प्रदा मोदगिल ने राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय पद और तृतीय पद हासिल कर अपने संस्थान का नाम रोशन किया , सम्प्रदा मौदगिल ने अबेकस के पांचवे टर्म के अडवांस अबेकस के प्रश्न पत्र को 18 मिनट 04 सेंकड में 100 /100 अंक प्राप्त कर तृतीय स्थान हासिल किया, वहीं अंबर गोयल ने अडवांस अबेकस के छठे टर्म के प्रश्न पत्र को 19 मिनट 23 सेकंड में 100/100 अंक प्राप्त कर द्वितीय स्थान हासिल किया। वहीं इसी सेंटर के दो अन्य छात्र वासु ने 8 वें टर्म में 100/100 प्राप्तांक के साथ 19 मिनट 41 सेकंड में और जन्नत बक्शी ने 8 वें टर्म में 100/100 प्राप्तांक के साथ 18:01 समय में पूरा किया था और 100% अचीवमेंट अवार्ड को अपने नाम किया।
कार्यक्रम मे उपस्थित मुख्य अतिथि के रूप मे आई ए एस डॉ कमल गर्ग, भाजपा जिला अध्यक्ष (मोहाली)
संजीव वशिष्ठ और मीडिया प्रभारी भाजपा चंडीगढ़ प्रदेश रविंदर पठानिया द्वारा सभी विजेताओं को ट्रॉफी प्रदान की। डॉ. कमल गर्ग ने अपने सम्बोधन में कहा कि प्रत्येक बच्चे को यह अद्भुत शिक्षा अवश्य सीखनी चाहिए, जो उन्हें गणित के साथ-साथ- प्रतियोगी परीक्षाओं’ में भी मदद करेगी ! संजीव वशिष्ठ ने अपने भाषण में कहा कि वह इस अद्भुत शिक्षा के माध्यम से बच्चे के मानसिक विकास के ऐसे स्तर को देखकर वास्तव में आश्चर्य चकित हैं। चैंपियंस ग्रुप ‘ के डायरेक्टर संजीव कुमार ने कहा कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं से अबेक्स एजुकेशन के प्रति जागरूकता पैदा होती है जिसके परिणामस्वरूप अबेकस शिक्षा न केवल शहरों में बल्कि गांवों और दूर-दराज के क्षेत्रों में भी तेजी लोकप्रिय हो रही है। यह वाकई आश्चर्यजनक है और भारतीय छात्रों ने अंतरराष्ट्रीय मानकों पर इतना अच्छा प्रदर्शन किया है जो काबिलेतारीफ है।