डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 20 अक्टूबर :
कालांवाली। सनातन धर्म में गौसेवा को सबसे बड़ी सेवा माना गया है। गाय को माता का दर्जा भी दिया गया है। नंद बाबा गौसेवा संस्थान के मैनेजमेंट कमेटी के प्रयास सराहनीय है। उक्त बातें कप्तान मीनू बैनीवाल ने कालांवाली में स्थित नंद बाबा गौसेवा संस्थान का दौरा करने के बाद उपस्थिति से बातचीत करते हुए कही। उनके साथ , सतगुरु धालीवाल जिला पार्षद, जय गौमाता सेवा समिति,कालांवाली के प्रधान पंकज महेश्वरी भी मौजूद थे। कप्तान मीनू बैनीवाल ने पूरे संस्थान परिसर का मैनेजमेंट कमेटी के सदस्यों के साथ दौरा किया व पूरी व्यवस्था जांची। पशुओं का उपचार कर रहे डा. सौरव ग्रोवर ने कप्तान मीनू बैनीवाल जी को गौवंश के उपचार संबंधी विस्तार से जानकारी दी। संस्थान के प्रधान सुरेश सिंगला ने मीनू बैनीवाल जी को बताया कि 2013 में नंद बाबा गौसेवा संस्थान की स्थापना की गई थी। उन्होंने बताया कि अब तक 50 हजार से अधिक गौवंश का उपचार यहां किया जा चुका है। प्रधान ने बताया कि जैसे ही पदाधिकारियों को बिमार व घायल गौवंश की सूचना मिलती है तो तुरंत एंबुलेंस में गौवंश को संस्थान में लाकर उसका उचित उपचार किया जाता है और ठीक होने पर उसे संस्थान से जुड़ी दूसरी गौशालाओं में भेज दिया जाता है।
कप्तान मीनू बैनीवाल ने संस्थान के प्रयासों को देखते हुए संस्थान को 2.51 लाख रुपए की राशि देने की घोषणा की। इस मौके पर उपप्रधान राकेश गोयल, सचिव अजय गोयल, खजांची तरसेम नीटा, नरेंद्र मिंटा, कश्मीरी लाल, लक्ष्मणदास, आत्माराम पटवारी, प्रदीप सिंह, कपिल बांसल, मुख्य रूप से राजीव कुमार, मोहनलाल जिंदल, सुरेंद्र नेहरू, हरीश जी, मोहनलाल तेल वाले, कुलवंत ठेकेदार के अलावा भारत विकास परिषद की टीम व नंद बाबा गोसेवा संस्थान से जुड़े 15-20 गांवों के गणमान्य लोग उपस्थित थे।