Tuesday, December 24

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 18 अक्टूबर :

नवरात्रों में नौ देवियों का पुजन और व्रत परम्परा हमारी धार्मिक आस्था और कन्या सम्मान का प्रतीक है समाज में कन्या पुजन सम्मान का प्रतीक है समाज में बहुत सी बेटियां है जो समाज सेवा करते हुए अपना कर्तव्य निभा रही है जिन्होंने कन्या पुजन के सही मायने को सार्थक किया है यमुनानगर निवासी इंदु कपूर ने नेत्र विशेषज्ञ सहायक के तौर पर कार्य करते हुए समाज सेवा का सफर शुरू किया हजारों लोगों की आँखों को रौशनी दी इंदु कपूर का कहना है की अब तक वह सैंकड़ों शिविरों में मरीजों का इलाज कर चुकी है मरीज उन्हें आशीर्वाद देते है उनका अधिकतर समय मरीजों की सेवा में निकलता है।करोना काल में भी सेवा जारी रखी और करोना की चपेट में आ गई तब मरीजों के आशीर्वाद और दुआओं ने उन्हें जीवन दान दिया उन्होंने बताया की उनकी नवरात्रों में आस्था है हर वर्ष देवी माता के नवरात्रों को त्यौहार की तरह मनाया जाता है इंदु कपूर निशुल्क जाँच शिविरों में आँखों के मरीजों की जाँच करती है उनका कहना है की समाज में कन्याओं को उनके अधिकार और कर्तव्यों का सही ज्ञान होना चाहिए कन्याओं को शिक्षा स्वास्थ्य और सम्मान देना समाज का कर्तव्य है माता पिता को बेटा बेटी में भेद नहीं करना चाहिए समाज में कन्या पुजन के मायने तभी सार्थक होंगे जब कन्याओं को सम्मान की दृष्टि से देखा जायेगा।