भावपूर्ण स्वर लहरियों से गूंजा भवन विद्यालय
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 17अक्टूबर :
सर्वत्र सुखाय के लिये अलंकार थियेटर के चक्रेश कुमार व साथियों ने कैसे सभी को एक परिवार बन सब के पूर्वजो वसुधा की छत्रछाया में जीने की कला की पेशकारी की
भवन विद्यालय, चंडीगढ़, इंफोसिस फाउंडेशन और भारतीय विद्या भवन, बेंगलुरु के सहयोग से, अपने रोमांचक सात दिवसीय कला और सांस्कृतिक उत्सव, विश्व एक परिवार है – वसुधैव कुटुंबकम् के दूसरे दिन आर्ट व संस्कृति की शाम का आगाज़
सुरेश कुमार नांगिया, आईएएस, पंजाब के पूर्व मुख्य प्रधान सचिव, ने किया । मंगलवार को एक विशेष फैशन इंस्टॉलेशन, ‘थ्रेड्स ऑफ यूनिवर्सल बॉन्डिंग’ के दायरे के जरिये चितकारा डिज़ाइन स्कूल की प्रो. (डॉ.) वैभवी पुर्थिविराज रानावाडे ने बताया व सुश्री परमज्योत और सुश्री इश्मीत के संगीतमय स्वरों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया , वहीं श्री चक्रेश कुमार और उनकी मंडली का नाटक, ‘वसुधा-एक परिवार’ दर्शकों को गंभीर मुद्दों पर विचार करने पर मजबूर कर रहा था । सर्वत्र सुखाय के लिये अलंकार थियेटर के चक्रेश कुमार व साथियों ने कैसे सभी को एक परिवार बन सब के पूर्वजो वसुधा की छत्रछाया में जीने की कला की पेशकारी की व मानवता का पाठ पढ़ाया।
बुधवार क्या रहेगा खास
बीट्स एंड स्ट्रिंग्स के गगनीत सिंह और हितेश गिरी द्वारा संगीतमय प्रस्तुति दी जाएगी। निशा लूथरा द्वारा निर्देशित नाटक, दुर्गा पूजा एट चटर्जीज़, सार्वभौमिक भाईचारे के विषय पर प्रकाश डालेगा, इंडियन एक्सप्रेस की रेजिडेंट एडिटर मुख्य अतिथि होंगी।