बच्चों में ‘वैज्ञानिक जागरूकता’ पैदा करने हेतु साइंस फिल्म फेस्टिवल आयोजित
डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 16 अक्टूबर :
नई दिल्ली स्थित जर्मनी के गोएथे इंस्टीट्यूट से एक जर्मन प्रतिनिधिमंडल जिसमें पीएएससीएच (स्कूल पार्टनर्स फॉर द फ्यूचर इनिशिएटिव) के साउथ एशिया प्रोजेक्ट हेड टिमोथी स्ट्रैक तथा पीएएससीएच की प्रोजेक्ट मैंनेजर तन्वी दुग्गल शामिल थे, ने पैरागॉन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर 71, मोहाली का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ गोएथे-इंस्टीट्यूट के साइंस फिल्म फेस्टिवल प्रोजेक्ट के साथ जुड़ी राउंडग्लास संस्था की हेड नेहा दारा; स्कूल के डायरेक्टर इकबाल सिंह शेरगिल , प्रिंसिपल जसमीत कौर और वाइस प्रिंसिपल श्रीमती अमरपाल कौर भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल भारतीय परम्परानुसार स्वागत किया गया।
इस अवसर पर समकालीन वैज्ञानिक, तकनीकी और पर्यावरणीय मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए विद्यार्थियों को साइंस फिल्म फेस्टिवल, जो कि 01 अक्टूबर से 20 दिसंबर तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होता है, के अंतर्गत, फिल्म्स ‘नो वाॅटर नो विलेज’; ‘बायो एकॉस्टिक्स जंगल बैबलर्स विद मंजरी जैन’;
और ‘बायो एकॉस्टिक्स ए सीरीज बाय राउंडग्लास सस्टेन’ दिखाई गई। जिससे विद्यार्थियों ने ज्ञान अर्जित किया। गोएथे-इंस्टीट्यूट स्थानीय साझेदारों के सहयोग से विज्ञान साक्षरता को बढ़ावा देता है।
फिल्मों की स्क्रीनिंग के बाद इनपे एक क्विज भी अयोजित किया गया जिसका संचालन नेहा दारा ने किया । अपने स्वागत भाषण में, डायरेक्टर श्री इकबाल सिंह शेरगिल ने कहा कि पैरागॉन स्कूल वर्ष 2008 से पीएएससीएच प्रोग्राम के तहत अपने छात्रों को कक्षा 5 से ही जर्मन भाषा पढ़ाता आ रहा है, जो पूरी तरह से जर्मन फेडरल रिपब्लिक द्वारा प्रायोजित है।
इससे पूर्व टिमोथी स्ट्रैक ने एक जर्मन क्लासरूम का दौरा किया तथा विद्यार्थियों से जर्मन भाषा में बात कर उनके मनोबल को बढाया। वाइस प्रिंसिपल श्रीमती अमरपाल कौर ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए प्रतिनिधियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए विद्यार्थियों ने स्कूल के सभागार में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किया।
अपने संबोधन में प्रिंसिपल जसमीत कौर ने कहा कि स्कूल जर्मन भाषा को बढ़ावा देने के लिए गोएथे इंस्टीट्यूट द्वारा आयोजित सभी गतिविधियों में बड़े उत्साह से भाग लेता है।
इस अवसर पर पीएएससीएच और पैरागाॅन स्कूल की साझेदारी को सुदृढ बनाने के लिए एक एमओयू पर भी हस्ताक्षर किए गए।