युवाओं को व्यवसाय और उद्यम की ओर अग्रसर होने से ही रोज़गार सृजन संभव – डॉ.एम के सहगल
सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 13 अक्टूबर :
स्वावलंबी भारत अभियान के तहत स्वदेशी जागरण मंच की और से चलाए जा रहे उद्यमिता प्रोत्साहन जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन महाराजा अग्रसेन मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी संस्थान में किया गया। कार्यक्रम में विख्यात शिक्षाविद, मोटिवेशनल स्पीकर व जिला समन्वयक डा. मुकेश कुमार सहगल ने मुख्य वक्ता के तौर पर शिरकत की। स्वावलंबी भारत अभियान की प्रांत महिला सह-समन्वयक डा रितु बजाज वशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद रही। प्राचार्य डा. नरेंदर राणा ने कार्यक्रम में पहुंचे मंच के सदस्यों का स्वागत किया। इस अवसर पर छात्रों को उद्यमिता की ओर कदम बढ़ाते हुए व्यापार में रोजगार के अवसर तलाशने के प्रति जागरूक किया गया। मुख्य वक्ता डा. एम. के. सहगल ने कहा कि सृजनशील लोगों की नई सोच ने पूरे विश्व में नए-नए क्षेत्र में रोजगार सृजन कराये है। हमें भी अपने युवाओं को चिंतनशील बनाने की आवश्यकता है जो कि नए सोच को विकसित करे और भारत को नए युग में ला सके। नौकरियों से देश नहीं बनता है। देश को बनाने के लिए स्वरोजगार की आवश्यकता होती है। नौकरी से हम केवल अपना जीवन यापन कर सकते है। लेकिन व्यवसाय व उद्यम वह क्षेत्र है जिससे न केवल हमारे परिवार का भविष्य सुरक्षित होता है बल्कि अन्य कई परिवारों को हम अपने व्यवसाय से जोड़कर उन्हें रोजगार दे सकते है। आज युवाओं में या तो सरकारी नौकरियों का क्रेज है या फिर विदेश जाने का। अगर युवा अपने देश के रहकर ही वह मेहनत कर ले जो वह विदेश जाकर करता है तो इससे वह अपनों के बीच रहकर ही तरक्की की सीढ़ी चढ़ सकता है। इसलिए युवाओं को सरकारी नौकरी व विदेश जाने की चाह छोड़कर अपने व्यवसाय व उद्यम की ओर कदम बढ़ाना चाहिए। युवाओं को अपनी क्षमता को पहचानकर व व्यवसाय के बारे जानकारी जुटाकर अपने व्यवसाय स्थापित करने पर ध्यान देना चाहिए। यह हमारे विकासशील देश को विकसित करने में भी मददगार साबित होगा। स्वदेशी अपनाने से देश का निर्माण होगा और आत्मनिर्भर भारत ही विश्व गुरु बनेगा। डा रितु बजाज ने कहा कि स्वदेशी जागरण मंच की ओर से चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य युवाओं को एक नई दिशा देना है और देश में उद्यम क्रांति लाना है। हमें अपनी क्षमता को पहचानने की जरूरत है। जिसके लिए स्वदेशी जागरण मंच भी युवाओं का सहयोग कर रहा है। जिला स्तर पर रोजगार सृजन केंद्र स्थापित किए गए है। जहां युवाओं को रोजगार स्थापित करने की नई नई योजनाओं के बारे जानकारी दी जाती हैं साथ ही उन्हें अनेक प्रकार के कार्यों के बारे भी बताया जाता है। जिन्हें छात्र अपने शैक्षणिक जीवन से ही शुरू कर सकता है। ताकि जब तक उसकी पढ़ाई पूरी हो वह अपने व्यवसाय की दिशा में भी कदम बढ़ा सके। साथ ही उन्होंने बताया कि हमारा देश आर्थिक रूप से तभी सशक्त बनेगा जब हमारे उद्योगपति स्वदेशी भाव से अपने उत्पादों को बाजार में लाएंगे। इस अवसर पर कपिल मदान, प्रदीप चौधरी, डा. नरेंदर राणा व् संस्थान के सभी विद्यार्थी मौजूद रहे।