“मीडिया, संस्कृति और स्वतंत्रता: अतीत, वर्तमान और भविष्य” विषय पर एसडी कॉलेज में हुआ सेमिनार
नेशनल सेमिनार में वर्तमान मीडिया परिदृश्य के संदर्भ में पत्रकारिता के भविष्य पर किया गया मंथन
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 सितम्बर :
सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के स्नातकोत्तर पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की ओर से “मीडिया, संस्कृति और स्वतंत्रता: अतीत, वर्तमान और भविष्य” विषय पर एक दिवसीय नेशनल सेमिनार का आयोजन किया गया। पंजाब यूनिवर्सिटी की डीन यूनिवर्सिटी इंस्ट्रक्शंस (डीयूआई) प्रो. रूमिना सेठी इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित थीं जबकि आईआईएमसी, नई दिल्ली के डीन एकेडमिक अफेयर्स और कॉलेज के पूर्व छात्र सेमिनार में प्रो.गोविंद सिंह सम्मानित अतिथि थे। जीडीडीएसडी कॉलेज सोसाइटी के महा सचिव प्रो.अनिरुद्ध जोशी भी इस मौके पर मौजूद थे।
इस नेशनल सेमिनार का उद्देश्य स्वतंत्रता आंदोलन में समाचार पत्रों, रेडियो, टेलीविजन, सिनेमा और लोक मीडिया सहित विभिन्न मीडिया की भूमिका पर प्रकाश डालना था। साथ ही वर्तमान में भारतीय मीडिया और मनोरंजन क्षेत्र द्वारा हासिल की गई गौरवशाली ऊंचाइयों के साथ-साथ संस्कृति पर मीडिया के प्रभाव के बारे में मंथन करना भी एक अन्य उद्देश्य था। सेमिनार में पैनल डिस्कशन का आयोजन भी किया गया जिसमें द ट्रिब्यून की पूर्व सहायक संपादक आरुति नय्यर आकाशवाणी और दूरदर्शन (चंडीगढ़ और जम्मू) के कार्यक्रम प्रमुख संजीव दोसांझ, वरिष्ठ पत्रकार सौरभ दुग्गल व मयंक मिश्रा के अलावा हरियाणा के उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के जनसंपर्क अधिकारी दीपकमल सहारण ने अपने विचार रखे। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने मीडिया के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जानकारी देने के लिए मीडिया प्रोफेशनल्स का आभार व्यक्त किया। कॉलेज की रजिस्ट्रार डॉ.मधु शर्मा ने भी मीडिया से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया और इस छात्रों को कई मंत्र दिए।
पैनल डिस्कशन में पत्रकारिता में नैतिकता बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया गया। इस दौरान वर्तमान मीडिया परिदृश्य के संदर्भ में पत्रकारिता के भविष्य के बारे में चर्चा की दई। मीडिया प्रोफेशनल्स ने पत्रकारिता में आए बदलाव को लेकर अपने अनुभव साझा किए और बताया कि किस तरह से पिछले कुछ सालों में सोशल मीडिया के आने के बाद से पत्रकारिता के क्षेत्र में बदलाव आया है और खबरों की विश्वसनीयता को बनाए रखना कितना जरूरी है।
इससे पहले प्रो. रुमिना सेठी ने पत्रकारिता और जनसंचार में करियर की संभावनाएं तलाश रहे छात्र-छात्राओं को पत्रकारिता की नैतिकता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से आज पत्रकारिता का दौर बदला है और सोशल मीडिया पर खबरें तेजी से फैलती हैं। प्रो. गोविंद सिंह ने कॉलेज में बिताए अपने पुराने दिनों को याद किया और पत्रकारिता से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने पत्रकारिता क्षेत्र के बदलते परिदृश्य में बदलाव पर भी प्रकाश डाला। कॉलेज के इंग्लिश विभाग की डॉ. अर्चना वर्मा सिंह, गगनप्रीत वालिया, रितिका सिन्हा की अध्यक्षता में तकनीकी सत्र आयोजित किया गया। समापन सत्र की अध्यक्षता पंजाब यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ कम्युनिकेशन स्टडीज की चेयरपर्सन डॉ. भवनीत भट्टी ने की। कॉलेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की प्रमुख डॉ. प्रिय चड्ढा ने सभी का आभार व्यक्त किया।