डा. सोनिया खुल्लर ने शिशु गृह के बच्चों से की मुलाकात, रंजीता मेहता के कार्यों को सराहा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 28 सितम्बर :
हरियाणा स्वास्थ्य महानिदेशक डा. सोनिया खुल्लर ने वीरवार को शिशु गृह सेक्टर 15 पंचकूला का दौरा किया। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद की मानद महासचिव रंजीता मेहता ने सोनिया खुल्लर का स्वागत किया। सोनिया खुल्लर ने बाल कल्याण परिषद की ओर से चलाए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली। इस अवसर पर उन्होंने एक बच्चे को उसके नए परिवार को सौंपा।
डा. सोनिया खुल्लर ने कहा कि हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद बच्चों के कल्याण के लिए बहुत ही सराहनीय कार्य कर रहा है। जिन बच्चों का कोई सहारा नहीं होता, उनका सहारा यह परिषद बना है। उन्होंने शिशु गृह सेक्टर 15 में बच्चों की देखरेख उनकी शिक्षा और खान-पान पर विशेष ध्यान देने के लिए संबंधित स्टाफ को बधाई दी। रंजीता मेहता ने परिषद की गतिविधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। रंजीता मेहता ने बताया कि 417 बच्चियों और 199 बेटों को गोद दिया जा चुका है। 168 से बच्चे विदेशों में गए हैं। शिशु गृह सेक्टर 15 से 157 लडक़े और 250 लड़कियां, हिसार से 5 लडक़े, 13 लड़कियां, रेवाड़ी से 5 लडक़े और 10 लड़कियां एवं झज्जर से 4 लडक़े और 6 लड़कियां विभिन्न राज्यों में गोद दिए हैं। इसके अलावा शिशु गृह सेक्टर 15 से 26 लडक़े और 134 लड़कियां, हिसार से 4 लड़कियां विदेश में गोद दिए हैं।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग बच्चों को लोग गोद नहीं लेते, उनके लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया गया है कि जल्द से जल्द 6 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों के लिए होम सेंटर बनाया जाए, ताकि उनके रुकने की सुविधा हो। 6 वर्ष से अधिक आयु के 74 दिव्यांग बच्चे झज्जर और 55 सोनीपत में रजिस्टर्ड हैं, जोकि सेवाएं ले रहे हैं। गोद लेने की प्रक्रिया लंबी जरुरी है, लेकिन आसान है। एक बच्चा गोद देने से पहले उसकी पूरी होम स्टडी होती है, वित्तीय हालत देखी जाती है, क्राइम रिकार्ड तो नहीं है, यह विषय जांचने के बाद ही बच्चा गोद देते हैं। हम भी कारा को अपील कर रहे हैं कि इस प्रोसेस का आसान बनाया जाए। रंजीता मेहता ने बताया कि आनलाइन प्रोसेस है, जिस तरह कोरियर आता है, उसी प्रकार आप अपनी गोद लेने के लिए किए गए आवेदन को भी ट्रैक कर सकते हैं। फाइल किस जगह है, होम स्टडी हो चुकी है या नहीं, यदि नहीं हुई, तो बार-बार आवेदन करके उसे करवा सकते हैं। उस प्रोसेस से बच्चे जल्दी गोद मिल जाता है।
इस अवसर पर शिशु गृह की प्रभारी मिलन पंडित, सुपरीटेंडेंट अमृतपाल कौर, सुपरवाइजर ईशा राणा भी उपस्थित थीं।