पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा ने कांग्रेस छोड़ने की धमकी दी, चौटाला ने BJP से मिलीभगत का आरोप लगाया
चुनाव नजदीक आते ही हरियाणा में राजनीतिक दलों के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। अब इंडियन नेशनल लोकदल नेता और ऐलनाबाद विधायक अभय सिंह चौटाला ने कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा पर भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। अभय चौटाला ने आगे कहा कि, जजपा का प्रदेश से सूपड़ा साफ हो चुका है, इसलिए अब पूर्व सीएम हुड्डा राजस्थान में गए हैं। अब तो वह अपने बेटे दीपेंद्र को भी कांग्रेस से टिकट नहीं दिला सकते हैं।
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 20 सितम्बर :
हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेन्द्र हुड्डा ने केंद्रीय नेतृत्व के आईएनईसी में शामिल होने पर आपत्ति जताई है। इनेलो ने 25 दिसंबर की रैली में कांग्रेस को भी आमंत्रित किया है। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल(इनेलो) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की बात पर पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने प्रतिक्रिया दी है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने इस पर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से अपनी नाराजगी जाहिर की है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो उन्होंने इसको लेकर पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के सामने भी अपनी नाराजगी जताई है। यहां तक कि हुड्डा ने पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। पूर्व सीएम अपने बेटे और राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। हालांकि प्रत्यक्ष तौर पर हुड्डा खेमा इस बारे में कुछ भी कहने से बच रहा है।
इनेलो ने हरियाणा में होने वाली 25 सितंबर को सम्मान दिवस रैली का न्योता सोनिया गांधी को भेजा है। हुड्डा ने संकेत दिए हैं कि वह इस रैली में शामिल नहीं होंगे।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटें हार जाने वाली कांग्रेस पार्टी की कमान राज्य में इस समय हुड्डा कैंप के पास है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा का मानना है कि इस बार वह सबसे मजबूत स्थिति में है। ऐसे में वह AAP, इनेलो या किसी भी अन्य दल के लिए लोकसभा की एक भी सीट छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। 12 सितंबर को ही चंडीगढ़ पहुंचे हुड्डा ने खुद कहा था कि राज्य में लोकसभा सीट पर दावा करने वालों के पास इसका आधार भी तो होना चाहिए।
हुड्डा ने इशारों-इशारों में स्पष्ट कर दिया था कि आम आदमी पार्टी और इनेलो की राज्य की किसी लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने की दावेदारी ही नहीं बनती और सभी 10 सीटों पर कांग्रेस खुद चुनाव लड़ेगी।
हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं और अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच सीट बंटवारा आसान नहीं दिख रहा। ऐसे में अगर 25 सितंबर को कैथल में रैली कर रही ओमप्रकाश चौटाला की पार्टी इनेलो भी I.N.D.I.A. का हिस्सा बन जाती है तो यह घमासान और ज्यादा बढ़ जाएगा।
इनेलो नेता अभय चौटाला स्पष्ट संकेत दे चुके हैं कि अगर राज्य की 10 लोकसभा सीटों के बंटवारे की बात आई तो उनकी पार्टी सिरसा, हिसार और भिवानी लोकसभा सीट पर दावा करेगी। AAP की ओर से भी सिरसा और अंबाला लोकसभा सीट मांगी जा सकती है।
दूसरी ओर कांग्रेस पार्टी में हुड्डा गुट की खुलकर मुखालफत करने वाली कुमारी सैलजा अंबाला सीट से चुनाव लड़ने को तैयार हैं तो किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी महेंद्रगढ़-भिवानी सीट से पार्टी टिकट की दावेदार हैं।
कांग्रेस के पूर्व कैबिनेट मंत्री कैप्टन अजय यादव गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।