Sunday, December 22

 वीरेश शांडिल्य ने अनिल विज से मुलाकात कर फिर सौंपे सेशन कोर्ट के आदेश ,एक साल पहले दिए थे अनिल विज ने डीजीपी को रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह को सस्पेंड कर जांच के आदेश  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, अम्बाला  – 19 सितम्बर :

विश्व हिन्दू तख्त एव एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने 2011 में रेप का एक साल पुराने आरोप का झूठा व फर्जी, मनघड़ंत केस बलदेव नगर थाना में दर्ज करने वाले बलदेव नगर थाना के पूर्व इंस्पेक्टर रजनीश यादव व जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर गुरदर्शन सिंह को सस्पेंड करने को लेकर अनिल विज को पुनः अम्बाला सेशन कोर्ट का आदेश सौपा जिसमे दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए थे ।

वीरेश शांडिल्य ने अतिरिक्त सेशन जज दीपक अग्रवाल की कोर्ट से बरी बाई इज्जत बरी होने के बाद अतिरिक्त सेशन जज यशविन्दर पाल की कोर्ट में शिकायतकर्ता महिला व दोनों पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 340 के तहत एडवोकेट सुमित शर्मा द्वारा दायर याचिका पर दिए थे। जिसमे शिकायतकर्ता महिला के खिलाफ केस कोर्ट को चलाने के आदेश दिए और इंस्पेक्टर रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह के खिलाफ सख्त विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए थे।

वीरेश शांडिल्य ने बताया कि रजनीश यादव व सब इंस्पेक्टर गुरदर्शन सिंह के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पूर्व एसपी अम्बाला अभिषेक जोरवाल व पूर्व आईजी भारती अरोड़ा को इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ सेशन कोर्ट के आदेश लागू करने को लेकर शिकायत सौपी। शांडिल्य ने दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर जांच करने की मांग की थी लेकिन दोनों अधिकारियों के खिलाफ विभाग के कुछ अधिकारी पैसे व सिफारिश के कारण कोई कार्यवाही नही कर रहे थे व लगातार रेप जैसा फर्जी केस दर्ज करने वाले पुलिस अधिकारियों को बचाने का काम किया जा रहा था। वीरेश शांडिल्य ने कहा तकरीबन डेढ़ साल पहले उन्होंने हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज के सामने पेश होकर उन्हें सेशन कोर्ट का आदेश देते हुए शिकायत दी और रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह को सस्पेंड कर निष्पक्ष जांच की मांग की।

शांडिल्य ने अनिल विज को बताया की अतिरिक्त सेशन जज ने आदेश में स्पस्ट कहा कि शांडिल्य के पक्ष में सबूतों को इन अधिकारियों ने छिपाया व ईमानदारी से जांच नहीं की । जिस पर अनिल विज ने पूर्व डीजीपी मनोज यादव को रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह को सस्पेंड कर विभागिया जांच के आदेश दिए। जब काफी समय कार्वाही नही हुई तो वीरेश शांडिल्य ने पुनः हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज को बताया कि उन्हें आज तक इंसांफ से वांछित रख हुआ है और जिन अधिकारियों ने उन पर मोटी रिश्वत खाकर कानून व संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए फर्जी केस उनका राजनीतिक व सामाजिक भविष्य बर्बाद करने की साजिश रची।

शांडिल्य ने बताया कि उन्होंने पुनः अनिल विज को इन दोनों पोलिसअधिकारियो के खिलाफ कार्यवाही के लिए शिकायत दी और अनिल विज ने पूर्व डीजीपी पी के अग्रवाल को इन दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर एडीजी रेंक के अधिकारी के नेतृत्व में एसआईटी से जांच के आदेश दिए। लेकिन पूर्व डीजीपी ने भी इन अधिकारियों पर कोई कार्यवाही नही की व फ़ाइल अपने पास रख ली ।

शांडिल्य ने फिर ग्रह मंत्री अनिल विज को तीसरी बार रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह के खिलाफ कार्यवाही को लेकर शिकायत उनको मिलकर दी और कहा कि ऐसे अधिकारी पुलिस सेवा के लायक नही हैं ये दोनों अधिकारी पुलिस विभाग में काली भेड़ें हैं और दोनों पैसे लेकर किसी भी निर्दोष के खिलाफ किसी तरह का फर्जी केस दर्ज करवा सकते हैं। वीरेश शांडिल्य ने गृह मंत्री अनिल विज को लिखित शिकायत व उनके पुराने आदेशो जो उन्होंने पूरा डीजीपी पीके अग्रवाल को दिये थे जिसमें अनिल विज ने रजनीश यादव व गुरदर्शन सिंह को सस्पेंड कर एडीजीपी के नेतृत्व में कोर्ट के आदेशों की जांच एसआईटी से करवाने के आदेश दिए थे। शांडिल्य ने बताया कि ये दोनों पुलिस वाले खाकी का दुरुपयोग कर रहे हैं और इन्हें पैसे का व अपनी सिफारिशो का अहंकार है।

शांडिल्य ने कहा कि यदि इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ जांच निष्पक्ष हुई तो ये पुलिस सेवा से भी इनका बर्खास्त होना तय है। अनिल विज ने वीरेश शांडिल्य को आश्वासन दिया कि उनको इंसांफ मिलेगा ।