आसान नहीं है महिला आरक्षण की राह

वाजपेयी सरकार ने दोबारा 13वीं लोकसभा में 1999 में इस विधेयक को पेश करने की कोशिश की। उस दौरान भी राजनीतिक दल इसी माँग को लेकर बँट गए। इसके बाद उन्होंने 2002 और 2003-2004 में भी इस बिल को पास करने की कोशिश की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए। महिला आरक्षण पारित कराने के लिए पिछले 27 साल में मौजूदा सरकार समेत 4 सरकारों की ये 11वीं कोशिश है। ये बिल कैसे पारित होगा, कब से लागू होगा, कितने दिनों के लिए है, किन सीटों पर होगा।

राजवीरेंद्र वशिश्ट/ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 19 सितम्बर :

केंद्र सरकार ने संसद के निचले सदन, राज्य विधानसभाओं और दिल्ली विधानसभा में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण प्रदान करने से संबंधित ऐतिहासिक ‘नारीशक्ति वंदन विधेयक’ को मंगलवार को लोकसभा में पेश किया। विधेयक में कहा गया है कि आरक्षण अगली जनगणना के प्रकाशन और उसके पश्चात परिसीमन प्रक्रिया के बाद ही प्रभावी होगा। ऐसे में 2024 चुनाव से पहले इसके लागू होने की संभावना नहीं के बराबर है। इसका एक मतलब यह भी है कि भले ही विधेयक पारित हो जाए, लेकिन 2029 में चुनाव होने तक इसे अधिनियमित नहीं किया जा सकता है।

लोकसभा में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने महिला आरक्षण से जुड़ा 128वां संविधान संशोधन ‘नारी शक्ति वंदन विधेयक-2023’ पेश किया. यह संसद के विशेष सत्र में नए संसद भवन में पेश किया जाने वाला पहला विधेयक है। सरकार ने कहा कि महिलाओं के आरक्षण से संबंधित इस संविधान संशोधन विधेयक का उद्देश्य राष्ट्र और राज्य स्तर पर नीति बनाने में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना है। विधेयक में फिलहाल 15 साल के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया है और संसद को इसे बढ़ाने का अधिकार होगा।

  1. क्या संसद में बिल पारित होने से सभी राज्यों की विधानसभाओं में भी यह लागू हो जाएगा?
  2. क्या ये आरक्षण राज्यसभा और विधानपरिषदों में भी लागू होगा?
  3. क्या महिला आरक्षण आगामी 5 राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में लागू हो पाएगा?
  4. क्या महिला आरक्षण हमेशा के लिए है?
  5. क्या एससी-एसटी महिलाओं को अलग से आरक्षण मिलेगा?
  6. क्या ओबीसी महिलाओं को अलग से आरक्षण मिलेगा?
  7. कौन-सी सीटों को महिलाओं के लिए रिजर्व किया जाए, ये कैसे तय होगा?
  8. क्या एक महिला, महिलाओं के लिए आरक्षित एक से अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है?
  9. क्या मौजूदा लोकसभा और विधानसभाओं पर इस बिल का कोई असर पड़ेगा?
  10. क्या रिजर्वेशन बिल लागू होने के बाद महिलाएं केवल आरक्षित सीटों से ही चुनाव लड़ पाएंगी?

गरीब विद्यार्थियों के मसीहा के तौर पर जाने जाते थे प्रोफ़ैसर बी. सी. वर्मा


विनम्रता और सादगी के लिए जाने जाते प्रो. वर्मा के पढ़ाए अनेक विद्यार्थी उच्च पदों पर पहुँचे

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : प्रख्यात शिक्षा शास्त्री और रसायन विज्ञान के प्रोफ़ैसर श्री बी. सी. वर्मा आज सुबह पी. जी. आई. चंडीगढ़ में कुछ दिन दाखि़ल रहने के उपरांत स्वर्ग सुधार गए। विनम्रता और सादगी के साथ कुशल प्रोफ़ैसर रहे श्री बी. सी. वर्मा द्वारा अपने अध्यापन के समय किये नेक कामों के कारण प्राप्त प्रार्थनाओं का ही फल है कि परमात्मा ने उनके पुत्र श्री अनुराग वर्मा को पंजाब के मुख्य सचिव के स्थान पर पहुँचाया।

प्रो. बी. सी. वर्मा का जन्म 2 अप्रैल, 1934 को पटियाला जिले के गाँव चलैला में हुआ। बचपन से ही पढ़ाई की लगन के कारण वह पहले पैदल और फिर साइकिल पर 15 किलोमीटर दूर पटियाला शहर पढ़ने जाते थे। रसायन विज्ञान विषय में उच्च शिक्षा हासिल करने के बाद सरकारी महेन्दरा कॉलेज, पटियाला में रसायन विज्ञान के प्रोफ़ैसर के तौर पर सेवाएं निभाईं।

अपने अध्यापन के कार्यकाल के दौरान श्री वर्मा विद्यार्थियों में बहुत प्रसिद्ध थे। अस्सी के दशक में जब ट्यूशनों का दौर शिखर पर था, तब श्री वर्मा ने कालेज की पढ़ाई के बाद गरीब, जरूरतमंद और होशियार विद्यार्थियों को घर में मुफ़्त पढ़ा कर प्रसिद्ध हासिल की। वह अनेक परिवारों के बच्चों के लिए मार्गदर्शक बने और जरूरतमंद की तुरंत मदद करते। अपने विद्यार्थियों के अकादमिक मामलों में हर तरह की मदद करने के साथ अपने सहायक कर्मचारियों के प्रति भी सहृदय और रचनात्मक सोच रखते थे।

प्रो. बी. सी. वर्मा के पढ़ाए विद्यार्थी अलग-अलग क्षेत्रों में उच्च पदों पर पहुँचे जिनमें सिवल और पुलिस अधिकारी, प्रोफ़ैसर और बड़ी संख्या में डाक्टर शामिल हैं। दिल के रोगों के माहिर डाक्टर गुरप्रीत सिंह वांडर अक्सर अपने आदरणीय अध्यापक प्रो. वर्मा को याद करते थे। श्री वर्मा ने अध्यापन के इलावा बतौर शिक्षा प्रशासक कुशल सेवाएं निभाईं। आप सरकारी कालेज पट्टी और सरकारी स्पोर्टस कालेज जालंधर के प्रिंसिपल रहने के उपरांत डी. पी. आई. कॉलेज में बतौर डिप्टी डायरैक्टर के तौर पर सेवा-मुक्त हुए।

प्रो. बी. सी. वर्मा के धर्म पत्नी भी अध्यापिका थे और उनका एक पुत्र श्री अनुराग वर्मा इस समय पर पंजाब के मुख्य सचिव और दूसरे पुत्र अशीष वर्मा एडवोकेट हैं।

कृषि बुनियादी ढांचा फ़ंड स्कीम में पंजाब निरंतर गाड़ रहा है सफ़लता के झंडे: चेतन सिंह जौड़ामाजरा

स्कीम के अधीन अब तक 10,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए

स्कीम सम्बन्धी किसी भी तरह की जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर 9056092906 जारी

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के किसानों और कृषि से जुड़े उद्यमियों के कृषि बुनियादी ढांचा फ़ंड (ए.आई.एफ) स्कीम की ओर निरंतर बढ़ रहे रुझान ने एक बार फिर पंजाबियों की उद्यमी भावना को प्रदर्शित किया है। कृषि उपज के बाद के प्रबंधन सम्बन्धी प्रोजेक्टों और साझा कृषि सम्पतियां स्थापित करने के लिए लाभप्रद इस स्कीम के अधीन अब तक राज्य सरकार को 10,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हो चुके हैं।

स्कीम सम्बन्धी ताज़ा आंकड़े साझा करते हुए पंजाब के बाग़बानी मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि राज्य सरकार को 18 सितम्बर तक कुल 10,509 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 6042 आवेदनों को पहले ही मंज़ूरी दी जा चुकी है जबकि 5166 आवेदनों का निपटारा किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि पंजाब ने इस स्कीम के अंतर्गत मंज़ूर हुए आवेदनों के मामले में दूसरा स्थान हासिल किया है। बता दें कि स्कीम के अंतर्गत तीन ज़िलों ने 1000 आवेदनों के आंकड़े को पार किया है, जिनमें बठिंडा 1286 आवेदनों, फ़ाज़िल्का 1158 आवेदनों और पटियाला 1087 आवेदनों के साथ अग्रणी चल रहे हैं।

बाग़बानी मंत्री ने बताया कि ए.आई.एफ स्कीम के अंतर्गत पात्र गतिविधियों के लिए 2 करोड़ रुपए तक के मियादी कर्ज़े पर 3 प्रतिशत ब्याज सहायता दी जाती है जबकि ब्याज दर की सीमा 9 प्रतिशत निश्चित की गई है। इस सहायता का लाभ 7 सालों तक लिया जा सकता है और हर लाभार्थी विभिन्न स्थानों पर अधिक से अधिक 25 प्रोजैक्ट स्थापित कर सकता है।

स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने बताया कि पात्र प्रोजेक्टों के अंतर्गत भंडारण बुनियादी ढांचा (जैसे गोदाम, साईलोज़, कोल्ड स्टोर, कोल्ड रूम आदि), प्राइमरी प्रोसेसिंग सैंटर (जैसे आटा चक्की, दाल मिल, तेल निकालने वाली यूनिट, राइस शैलर, मसाला प्रोसेसिंग, गुड़ बनाने आदि), छटाई एंड ग्रेडिंग यूनिट, पैकहाऊस, राईपनिंग चेंबर, कृषि यंत्र (न्यूनतम 4 यंत्र), कम्बाईन हारवैस्टर, बूम स्प्रेयर, बेलर, रुई पिंजाई, शहद प्रोसेसिंग, रेशम प्रोसेसिंग, नरसरियाँ, बीज प्रोसेसिंग, केंचुआ खाद और कम्परैसड बायोगैस प्लांट स्थापित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसान समूहों द्वारा मशरूम फार्मिंग, ऐरोपोनिक्स, हाईड्रोपौनिक्स, पोलीहाऊस, ग्रीनहाउस आदि जैसे प्रोजैक्ट भी स्थापित किए जा सकते हैं।

कैबिनेट मंत्री ने कहा कि इस स्कीम के अंतर्गत पात्र प्रोजेक्टों पर सोलर पैनल और सोलर पंप भी लगाए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाग़बानी विभाग, जो पंजाब में इस स्कीम को लागू करने के लिए नोडल एजेंसी है, ने स्कीम सम्बन्धी किसी भी तरह की जानकारी के लिए वट्टसऐप हेल्पलाइन नंबर 9056092906 जारी किया हुआ है ताकि किसानों की किसी भी तरह की मुश्किल का तुरंत निपटारा किया जा सके।

कृषि और बाग़बानी क्षेत्र को और ऊँचाईयों पर ले जाने की वचनबद्धता दोहराते हुए स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली सरकार विभिन्न पहलकदमियों और स्कीमों के द्वारा किसानों को समर्थ बनाकर राज्य में कृषि विकास को बढ़ावा देने के लिए वचनबद्ध है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने निज्जर की हत्या में भारत की शमुलियत होने के कनाडा आरोपों को किया ख़ारिज 

हत्या सर्रे शहर में गुरुद्वारा गुटों के भीतर प्रतिद्वंद्विता का परिणाम थी – कैप्टन अमरिन्दर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) :  भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के उन दावों को खारिज कर दिया कि जून में सर्रे गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी कार्यकर्ता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ था।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यह हत्या कनाडा में गुरु नानक सिख गुरुद्वारा, सर्रे के प्रबंधन के भीतर गुटीय झगड़े का नतीजा थी।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री ट्रूडो दुर्भाग्य से वोट बैंक की राजनीति के कारण जाल में फंस गए और भारत और कनाडा के बीच राजनयिक संबंधों को दांव पर लगा दिया है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, किसी देश के प्रधान मंत्री के लिए बिना किसी सबूत के केवल इसलिए बयान देना बेहद गैर-जिम्मेदाराना है क्योंकि वह वोट बैंक गैलरी के लिए खेल रहे हैं।

उन्होंने बताया, यह एक अकाट्य तथ्य है कि कनाडा में ट्रूडो प्रशासन ने उस देश में भारत विरोधी ताकतों को खुली छूट दे दी है। 

उन्होंने कहा कि वहां भारतीय मिशनों पर हमला किया गया और राजनयिकों को डराया गया लेकिन कनाडाई सरकार ने कोई सुधारात्मक कार्रवाई नहीं की।

“क्या कनाडा सरकार ने वहां भारतीय मिशनों पर हमला करने वाले दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई की है?” उन्होंने पूछा, श्री ट्रूडो इस तरह के आरोप लगाकर केवल उस देश में भारत विरोधी गतिविधियों को रोकने में अपनी विफलताओं से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे हैं।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उन्होंने ट्रूडो के ध्यान में यह बात ला दी थी कि कनाडा की ज़मीन का इस्तेमाल भारत के ख़िलाफ़ कैसे किया जा रहा है। उन्होंने कहा, जब वह 2018 में अपनी भारतीय यात्रा के दौरान अमृतसर के एक होटल में ट्रूडो से मिले थे, तो उन्होंने उनके साथ सारी जानकारी साझा की थी।

कनाडाई सरकार द्वारा कोई सुधारात्मक कदम उठाने के बजाय, उस देश में भारत विरोधी गतिविधियों में वृद्धि हुई है।

कैप्टन ने कहा, अपनी भारत यात्रा के दौरान तत्कालीन कनाडाई रक्षा मंत्री हरजीत सिंह सज्जन से भी ओन्होंने मिलने से इनकार कर दिया था, क्योंकि वह (सज्जन) विश्व सिख संगठन से जुड़े थे, जिसका भारत के खिलाफ काम करने का रिकॉर्ड रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने भारत विरोधी गतिविधियों को प्रोत्साहित करने में शामिल होने के लिए एक कनाडाई राजनयिक को निष्कासित करने के भारत सरकार के फैसले की सराहना भी की।

अनंतनाग में पंजाब के एक और जवान की शहादत पर मुख्यमंत्री ने दुख जताया

आतंकवादी हमले के बाद लापता हो गया था समाना का जवान  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अनंतनाग में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के दौरान राज्य से सम्बन्धित भारतीय फ़ौज के एक और जवान की शहादत पर दुख प्रकट किया है।  
यहाँ जारी एक बयान में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय फ़ौज का जवान प्रदीप सिंह अनंतनाग में आतंकवादी हमले के बाद से लापता हो गया था। उन्होंने कहा कि समाना से सम्बन्धित प्रदीप सिंह देश की एकता, अखंडता और प्रभुसत्ता की रक्षा के लिए अपनी ड्यूटी निभाते हुए शहीद हुआ। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह देश के लिए ख़ास तौर पर परिवार के लिए अपूरणीय क्षति है।  
मुख्यमंत्री ने शहीद प्रदीप सिंह के परिवार के साथ हमदर्दी ज़ाहिर करते हुए कहा कि इस दुख की घड़ी में पंजाब सरकार पीडि़त परिवार के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि शहीद प्रदीप सिंह ने देश की अखंडता की रक्षा के लिए बहादुरी के साथ अपनी ड्यूटी निभाई और पंजाब की गौरवमयी परम्परा को कायम रखा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि शहीद प्रदीप सिंह का बलिदान उसके साथी सैनिकों और अन्य नौजवानों को अपनी ड्यूटी पूरी निष्ठा और समर्पित भावना के साथ निभाने के लिए प्रेरित करेगा।

 सी एम सिटी में होगा चक्का जाम 

24 सितम्बर को , महापंचायत करेंगे हरियाणा  पी डब्ल्यू डी ठेकेदार

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : ऑल हरियाणा पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर एसोसिएशन ने आज हरियाणा सरकार के खिलाफ खोला  मोर्चा ; प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाई  मांगों की गुहार 

ऑल हरियाणा पीडब्ल्यूडी कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक जैन व जनरल सेक्रेटरी मनोज चहल ने बताया कि हम अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री सहित सभी प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन कोई भी सुनवाई न होने के कारण मजबूरन आज हमें यह ऐलान करना पड़ रहा है कि यदि अगले 5 दिनों में हमारी मांगे पूरी न हुई तो हम महापंचायत करके सीएम सिटी में चक्का जाम करेंगे।

यह है ठेकेदारों की मांगे

1) मुख्यमंत्री सहित सरकार द्वारा मांगी हुई एनहैंसमेंट की पिछले 2साल से बकाया पेमेंटों का तुरंत भुगतान

2) हरियाणा सरकार के तुगलकी फरमान जिसमें बिटुमिन सिर्फ पानीपत की सरकारी रिफाइनरी से ही खरीदने को कहा गया है को वापस ले सरकार और हमें इजाजत दे अप्रूव्ड रिफाइनरी से बिटुमिन खरीदने की ।

3) भारत सरकार की तर्ज पर हरियाणा सरकार भी कोविड के चलते 3% फाइनेंशियल रिलीफ करे जारी 

4) नाबार्ड व अन्य संस्थाओं के तर्ज पर 4 सालों तक प्रोजेक्ट की मेंटेनेंस के भी मिले भुगतान।

प्रो. बी सी वर्मा को नम आँखों से अंतिम विदाई

कैबिनेट मंत्रियों सहित बड़ी संख्या में प्रमुख शख्सियतों ने मुख्य सचिव अनुराग वर्मा के साथ दुख सांझा किया


डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : पंजाब के मुख्य सचिव श्री अनुराग वर्मा के पिता जी प्रो. बी सी वर्मा के अंतिम संस्कार के मौके पर पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों सहित बड़ी संख्या में प्रमुख शख्सियतों ने पहुंच कर दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलियां भेंट की।

पंजाब सरकार की तरफ़ से कैबिनेट मंत्रियों श्री हरपाल सिंह चीमा और श्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और मुख्यमंत्री की तरफ़ से उनके ओ एस डी श्री राजबीर सिंह घूमन्न ने पार्थिव शरीर पर पुष्पमाला रख कर श्रद्धांजलि भेंट की। इस मौके पर कैबिनेट मंत्रियों श्री अमन अरोड़ा, श्री लाल चंद कटारूचक्क, श्री ब्रम शंकर ज़िम्पा और श्री बलकार सिंह ने भी श्री वर्मा के साथ दुख सांझा किया।

प्रो. बी सी वर्मा जो 89 वर्षों के थे, आज सुबह पी. जी. आई. चंडीगढ़ में संक्षिप्त बीमारी के उपरांत चल बसे थे। सैक्टर 25 के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार के मौके पर प्रो. वर्मा की चिता को अग्नि उनके दोनों पुत्रों श्री अनुराग वर्मा और श्री अशीष वर्मा ने दी।

इस मौके पर मुख्यमंत्री के ओ. एस. डी. (मीडिया) श्री आदिल आजमी, ओ. एस. डी. (पीआर) श्री मनजीत सिद्धू, डायरैक्टर मीडिया रिलेशनज़ श्री बलतेज सिंह पन्नू, यू. टी. के प्रशासक के सलाहकार श्री धर्म पाल, पंजाब आई. ए. एस. अफसरज़ एसोसिएशन द्वारा उनके प्रधान श्री तेजवीर सिंह, मुखय चुनाव अफ़सर श्री सिबिन सी, डी. जी. पी. श्री गौरव यादव, विजीलैंस डायरैक्टर श्री वरिन्दर कुमार, एडवोकेट जनरल श्री विनोद घई, सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री की तरफ़ से विभाग के सचिव श्री मालविन्दर सिंह जग्गी ने भी दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि भेंट करते हुये परिवार के साथ दुख सांझा किया।

इस मौके पर कैबिनेट मंत्री, विधायकों, मुख्यमंत्री दफ़्तर के अधिकारी, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के जज, सिवल, पुलिस और सेना के उच्च अधिकारियों, यू. टी. प्रशासन के अधिकारी, सेवा मुक्त अधिकारी, वकील भाईचारे और प्रैस के प्रतिनिधियों के इलावा अलग-अलग राजनैतिक पार्टियों के नेता, सामाजिक संगठनों और सचिवालय के अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।

Panchkula Police

Police Files, Panchkula – 19 September, 2023

महिला अटेंडेंट बनकर सोनें के कडे जेवरात चोरी की 4 वारदातों का खुलासा महिला आरोपी गिरफ्तार

कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 19 सितम्बर :

पुलिस प्रवक्ता नें जानकारी देते हुए बताया कि थाना प्रभारी सेक्टर 07 सोमबीर सिह ढाका नें घर में महिला अटेन्डट बनकर सोनें की कडे व जेवरात चोरी की 4 वारदातों का खुलासा करते हुए एक महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार किये गये आरोपी की पहचान सुनीता रानी उर्फ तनु पत्नी जसविन्द्र सिंह वासी मनीमाजरा चण्डीगढ के रुप में हुई ।  

जानकारी के मुताबिक 17.09.2023 को पीडिता स्वपन वासी सेक्टर 8 पंचकूला नें थाना सेक्टर 7 पंचकूला में शिकायत दर्ज करवाई कि उसनें अपनी माता के लिए होम नर्स कंपनी से देख रेख के लिए महिला अटेंडट रखी जो दिनांक 17.09.2023 को उसके पास एक महिला अटेंडेट आई और घर पर काम करनें के बहानें के लिए 2 तोलें सोनें के कडे निकाल कर चली गई । जिस बारे थाना सेक्टर 7 में भा.द.स. की धारा 380,454 के तहत मामला दर्ज किया गया । जिस मामलें की तफतीश करते हुए थाना प्रभारी सेक्टर 7 सोमबीर ढाका नें

तफतीश जांच करते हुए कल दिनांक 18.09.2023 को महिला आरोपी को गिरफ्तार किया गया । गिरफ्तार की गई महिला आरोपी को पेश अदालत 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया ।

थाना प्रभारी सेक्टर 7 नें बताया कि उपरोक्त महिला से घर पर अंटडेट बनकर चोरी की 4 वारदातो का खुलासा हुआ है जिस महिला आऱोपी को 1 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है ।

थाना प्रभारी सोमबीर सिंह ढाका नें बताया इस प्रकार की किसी भी अन्जान महिला को बिना पुलिस वेरिफिकेशन करवाए घर पर महिला अडेंट ना रखें और इस प्रकार की महिला से सर्तक रहें और किसी भी प्रकार से सदेंह होनें पर तुरन्त पुलिस का सम्पर्क करें ।

जिन व्यक्तियों के अनुसूचित जाति सम्बन्धी सर्टिफिकेट रद्द किये गए हैं उनके खि़लाफ़ सम्बन्धित विभाग और डी. सीज़ कानूनी कार्रवाई व्यवहार में लाएं : डॉ. बलजीत कौर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने पंजाब सरकार के अलग-अलग विभागों के अधिकारियों और पंजाब राज्य के डिप्टी कमिश्नरों को हिदायत की है कि सामाजिक न्याय, अधिकारिता और अल्पसंख्यक विभाग द्वारा बीते दिनों में कुल 17 जिनमें से 16 जाली अनुसूचित जाति सर्टिफिकेट और एक पिछड़ी श्रेणी सर्टिफिकेट रद्द किये जा चुके हैं परंतु अभी तक इन व्यक्तियों के खि़लाफ़ बनती कानूनी कार्रवाई व्यवाहर में नहीं लाई गई।

कैबिनेट मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार द्वारा राज्य स्तर पर सकरूटनी कमेटी गठित की गई है जिसकी तरफ से अब तक ज़िला पटियाला के अविनाश चंद्र, शिन्दर कौर, राजू, अमरीक सिंह, जगदीश सिंह, अमर कौर, कपूरथला के अरविन्द कुमार, एस. ए. एस नगर के प्रमोद कुमार, जसवीर कौर, फ़िरोज़पुर की गीता, जसविन्दर सिंह, बलविन्दर कुमार, लुधियाना के हरपाल सिंह, जतिन्दर कौर, मुक्तसर साहिब के लेखराज, फाजिल्का के सुखतियार सिंह का अनुसूचित जाति सर्टिफिकेट और पटियाला की सोनिया मल्होत्रा का पिछड़ी श्रेणी सर्टिफिकेट रद्द कर दिया गया है। इसके इलावा डॉ. अमृत कौर, डॉ. दविन्दर कौर के अनुसूचित जाति सर्टिफिकेट सम्बन्धी केस कार्रवाई अधीन है। उन्होंने कहा कि सम्बन्धित जिलों के डिप्टी कमिश्नरों को जाली अनुसूचित जाति सर्टिफिकेट रद्द और ज़ब्त करने के लिए आदेश दिए गए हैं। इसी तरह ही जाली सर्टिफिकेटों के आधार पर नौकरी प्राप्त करने वालों के विरुद्ध सम्बन्धित विभागों को कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

मंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ईमानदारी की नींव पर बनी है और ईमानदारी के आयाम को कायम रखने में विश्वास रखती है। उन्होंने आगे कहा कि पंजाब सरकार धोखाधड़ी के साथ बनाऐ जाली अनुसूचित जाति सर्टिफिकेटों के विरुद्ध कार्रवाई जारी रहेगी।

मंत्री ने सम्बन्धित डिप्टी कमिश्नरों को विभाग द्वारा निर्धारित समय-सीमा के अंदर केस मुकम्मल करके रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार अनुसूचित जाति के लोगों के हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है।

पिता से जस्टिन ट्रूडो को विरासत में मिली भारत विरोधी राजनीति

जस्टिन ट्रूडो से किसी बात की उम्‍मीद रखना बेकार है क्‍योंकि वह इस मसले पर अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। जस्टिन के पिता पियरे ट्रूडो भी देश के प्रधानमंत्री रहे हैं। उन्होंने उस खालिस्‍तानी आतंकी को भारत प्रत्‍यर्पित करने से इनकार कर दिया था जो एयर इंडिया पर सन् 1985 में हुए हमले का मास्‍टरमाइंड था। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सोमवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में दिया। उन्‍होंने संसद को बताया कि भारत सरकार के एजेंट 18 जून को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या में शामिल हो सकते हैं। खालिस्‍तानी पिछले 45 साल से कनाडा में पनप रहे हैं लेकिन इसके बाद भी यहां की सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठे रहती है।

पिता से विरासत में मिली भारत विरोधी राजनीति
  • विमान में बम ब्लास्ट, 329 मौतें
  • जस्टिन ट्रूडो के पिता ने खालिस्तानी आतंकियों को दी थी पनाह, अब बेटा दोहरा रहा वही गलतियाँ
  • कनाडा में सिखों के बसने का सिलसिला 20वीं सदी के पहले दशक में शुरू हुआ
  • ब्रिटिश कोलंबिया से गुजरते हुए ब्रिटिश सैनिक वहां की उपजाऊ भूमि देखकर आकर्षित हुए
  • 1980 के दशक में इसमें तेजी आई उस समय जस्टिन ट्रूडो के पिता पियरे देश के पीएम थे

राजवीरेंद्र वशिश्ठा/ डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 19सितम्बर :

कनाडा में सिखों के बसने का सिलसिला 20वीं सदी के पहले दशक में शुरू हुआ। इतिहासकारों की मानें तो ब्रिटिश कोलंबिया से गुजरते हुए ब्रिटिश सेना के सैनिक वहां की उपजाऊ भूमि देखकर आकर्षित हो गए। 1970 के दशक तक, सिखों की मौजूदगी कनाडा में बहुत कम थी। लेकिन 1970 के दशक में यह बदल गया। भारत ने मई 1974 में राजस्थान में पोखरण परमाणु परीक्षण किया। इससे कनाडा की सरकार नाराज हो गई। कनाडा का मानना था कि उसने भारत को शांति के मकसद से परमाणु ऊर्जा के लिए रिएक्‍टर्स दिए हैं। भारत ने CANDU टाइप के रिएक्‍टर्स का प्रयोग किया था। उस समय पियरे ट्रूडो कनाडा के पीएम थे खफा हो गए और भारत के साथ कनाडा के रिश्‍ते खराब हो गए। जिस समय यह सब हो रहा था, उसी समय भारत में खालिस्‍तान आंदोलन को हवा मिल रही थी।

खालिस्‍तान समर्थक कनाडा से भारत के रिश्‍ते अबतक के सबसे निचले स्‍तर पर पहुंच गए हैं। एक दिन पहले ही प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडा की सरजमीं पर खालिस्‍तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्‍जर की हत्‍या का आरोप भारतीय सुरक्षा एजेंसी पर लगाया था। अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए कनाडा ने एक ऐसी हरकत की है, जो कभी पाकिस्‍तान और चीन जैसे विरोधी देशों ने भी आज तक नहीं की थी। कनाडा ने भारतीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी पवन कुमार राय का नाम जानबूझ कर उजागर कर दिया।

भारत ने इससे पहले कई बार चीन और पाकिस्‍तान के राजनयिकों पर एक्‍शन लिया, लेकिन कभी उनकी खुफिया एजेंसी के अधिकारी का नाम उजागर नहीं किया. यहां तक कि चीन और पाकिस्‍तान जैसे भारत के कट्टर विरोधी देशों ने भी इस तरह खुफिया एजेंसी के अधिकारियों का नाम कभी उजागर नहीं किया। कनाडा की इस ओछी हरकत की हर कोई आलोचना कर रहा है।

कैनेडियन पत्रकार डेनियल बोर्डमैन जस्टिन ट्रुडो के बयान और भारतीय राजनयिक को देश से हटाने के उनके फैसले से हैरान हैं। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि हरदीप सिंह निज्जर की मौत में भारत का हाथ होने को लेकर एक आंतरिक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट की जाँच चल रही है। लेकिन इस रिपोर्ट के आधार पर भारतीय राजनयिक को हटाना पागलपन जैसा है।

पत्रकार बोर्डमैन ने यह भी लिखा कि ट्रुडो और उनकी टीम का यह व्यवहार पूरी तरह से बकवास है। उन्हें नहीं लगता कि पीएम ट्रुडो के इस फैसले से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी प्रकार का लाभ मिलने वाला है। 

बता दें कि जस्टिन ट्रूडो के पैरोडी अकाउंट से भी पोस्ट शेयर किया गया है। इस पोस्ट में यूजर ने लिखा, “हमारी वोटिंग अब तक के सबसे निचले स्तर पर है। इसलिए मुझे कनाडाई लोगों का ध्यान भटकाने के लिए एक नई समस्या पैदा करने की आवश्यकता है। यही कारण है कि मेरी सरकार इस साल की शुरुआत में हुई एक सिख व्यक्ति की हत्या को लेकर भारत के साथ संबंधों के बारे में अचानक ही बड़ी-बड़ी बातें कर रही है। अगर लोग डरे हुए होंगे तो मुझे अधिक समर्थन मिल सकता है।”


पियरे नामक यूजर ने लिखा, “ट्रूडो प्रसिद्ध आतंकवादी प्रेमी है।”

‘ए किड फ्रॉम ब्रुकलिन’ नामक यूजर ने एक्स पर लिखा, “वह सिख वोटों लिए पूरी योजना बना रहे हैं। वे इस बात से चिंतित नहीं हैं कि मंदिरों पर हमले हो रहे हैं और बदला लेने की बात की जा रही है।”

एक अन्य यूजर ने भारत के खिलाफ बयानबाजी को कनाडा के लिए नुकसानदेह होने का अंदेशा जताया। यूजर ने लिखा, “यह भारत-कनाडा संबंधों के लिए बहुत बड़ा खतरा होगा। भारत एक उभरती हुई शक्ति है और मुझे नहीं लगता कि सहयोगी देश इन आरोपों पर कनाडा का पक्ष लेंगे।”

कैनेडियन सोशल मीडिया यूजर ने जस्टिन ट्रूडो पर इस तरह की बयानबाजी और राजनयिक को हटाने का फैसला आंतरिक मुद्दों से जनता का ध्यान हटाने के लिए लेने का आरोप लगाया है। जेसन कुचिरका नामक यूजर ने लिखा, “मुझे लगता है कि यह सब ध्यान भटकाने के लिए किया जा रहा है। मुझे हैरानी हो रही है।”

दरअसल, खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून, 2023 को दो अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने भारत को दोषी ठहराते हुए भारतीय राजनयिक को निष्कासित कर दिया था। भारत ने इसकी कड़ी आलोचना करते हुए कनाडाई राजनयिक को 5 दिन के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया है। चूँकि ट्रुडो के झूठे आरोपों से दोनों देशों के बीच संबंध खराब हो गए हैं। इसलिए कनाडा में ट्रुडो का विरोध हो रहा है।