Sunday, December 22

पुष्पगुच्छ देकर और फूलमालाएं पहना कर किया स्कूल शिक्षा मंत्री का किया स्वागत।

आभार व्यक्त करने आए कर्मचारी बोले स्कूल शिक्षा मंत्री के सहयोग से हुआ सब संभव।

               यमुनानगर हरियाणा

हरियाणा राज्य लघु सिंचाई एवं नलकूप निगम (एमआईटीसी) के छटनी ग्रस्त कर्मचारियों ने हरियाणा सरकार द्वारा मानदेय भत्ता दिए जाने पर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल का आभार जताया। इस मौके पर उन्होंने शॉल ओढ़ा कर और फूल मालाएं पहना कर स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल का स्वागत किया। भाजपा सहकारिता विभाग के संयोजक व वरिष्ठ नेता राम जतन डमोली की अगुवाई में (एमआईटीसी) के सभी छटनी ग्रस्त कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल से मिले।

  इस मौके पर छटनी ग्रस्त कर्मचारी यूनियन के प्रधान कृष्ण कुमार और नेता विजय कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार के वित्त विभाग द्वारा पूर्व की ओमप्रकाश चौटाला सरकार के दौरान हमारे एमआईटीसी विभाग को खत्म कर निकाल दिया गया था। उन सभी कर्मचारियों को पुरानी पेंशन नीति के लाभ और इनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया था। मौजूदा सरकार ने इन कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए श्रेणी के अनुसार अक्टूबर 2020 में कर्मचारियों का मानदेय निश्चित किया था लेकिन कुछ कर्मचारी जो बुढ़ापा पेंशन ले रहे थे उस वजह से उन्हें मानदेय मिलने में कुछ रुकावटें आ रही थी। जिनकी बुढ़ापा पेंशन लगी थी उनसे समाज कल्याण विभाग द्वारा वह पेंशन वापिस मांगी गई। विभाग द्वारा कहा गया कि जिन लोगों को मानदेय भत्ता मिल रहा है उनसे उनकी बुढ़ापा पेंशन वापिस ली जाएगी। इसको लेकर जब  सभी कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री से मिले तो उन्होंने सरकार के सामने उनके पूरे विषय को रखा और हल निकाला और कुछ समय की इनकी बुढ़ापा पेंशन इनसे वापिस ली गयी और जो भी रुकावटें इन्हें मानदेय मिलने में आ रही थी उन्हें दूर किया गया जिससे लंबे समय से रुका हुआ मानदेय अब इन्हें मिलेगा। कर्मचारियों ने कहा कि पूर्व की सरकारों में हमारा शोषण हुआ, विभाग को बन्द कर हमें निकाल दिया गया और पेंशन के लाभ से भी वंचित रखा, 200 से अधिक ऐसे कर्मचारी थे जिन्हें 14 महीने से मानदेय भी नहीं मिल पा रहा था लेकिन स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल के सहयोग और इनके प्रयासों से हमारा हक हमे मिला है जिसके लिए हम कई जिलों से सैंकड़ो छटनी ग्रस्त कर्मचारी स्कूल शिक्षा मंत्री का आभार व्यक्त करने आये है। वही सभी छटनी ग्रस्त कर्मचारियों ने भाजपा सहकारिता विभाग के संयोजक व वरिष्ठ नेता राम जतन डमोली का भी आभार जताया ।  

स्कूल शिक्षा मंत्री कंवरपाल ने कहा कि पूर्व की चौटाला सरकार के समय में एमआईटीसी विभाग को खत्म कर दिया गया था और सभी कर्मचारियों को निकाल दिया गया था। इनको पेंशन के लाभ और कुछ अधिकारों से भी वंचित रखा गया। लेकिन जब यह विषय मेरे संज्ञान में लेकर आए तो मैंने यह विषय सरकार के सामने रखा। जिसके बाद कैबिनेट में इन सभी कर्मचारियों को इनकी श्रेणी के अनुसार इनका मानदेय निश्चित किया गया। लेकिन कुछ कर्मचारी इनमें से बुजुर्ग हो चुके थे और बुढ़ापा पेंशन भी ले रहे थे जिस वजह से इन्हें मानदेय नहीं मिल पा रहा था और जो भी रुकावट आ रही थी उसके लिए मैंने प्रयास किया और आज इन सभी को यह मानदेय मिला है। हमने केवल प्रयास किया यह इनका ही अधिकार था जो इनको मिला है। सबका साथ-सबका विकास के नारे के साथ जन-जन का हो कल्याण, जन-जन को मिले सम्मान इसी उद्देश्य के साथ हमारी सरकार काम कर रही है।  

इस मौके पर भाजपा सहकारिता विभाग के संयोजक व वरिष्ठ नेता राम जतन डमोली, एमआईटीसी यूनियन के प्रधान कृष्ण चन्द्र, शहजादपुर से विजय कुमार, मुलाना से निरंजन सिंह, बिलासपुर से अमर सिंह, सुरेश जे ई, गांधी, रामपाल और अन्य जिलों से आये छटनी ग्रस्त कर्मचारी मौजूद रहे।