सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 23अगस्त :
हरियाणा सरकार द्वारा गठित हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमच ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्र की मोदी सरकार व हरियाणा की मनोहर सरकार सरस्वती नदी को घरा पर लाने के लिए पूरी मेहनत से कार्य कर रहे हैं उसी कड़ी के अंतर्गत हरियाणा सरस्वती हेरिटेज बोर्ड ने सरस्वती नदी के उद्गगम स्थल आदि बद्री से लेकर जहां जहां तक सरस्वती नदी का मार्ग है वह मार्ग पुनः शुरू कर दिया गया है, सरस्वती नदी के रास्तों पर से अवैध कब्जों को हटा दिया गया है व रास्तों के किनारों को मजबूत किया जा रहा है,रास्ते में से घास फूस व अन्य प्रकार के अवरोधकों की साफ सफाई लगातार की जा रही है व जगह जगह जोहड़ व सरोवरों का निर्माण किया गया है व यह कार्य आगे भी जारी है , हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सरस्वती हेरिटेज बोर्ड द्वारा संचालित कार्यक्रमों की समय समय पर प्रशंसा की है व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरस्वती नदी के भागीरथी के रूप में कार्य कर रहे हैं,डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमच ने बताया कि सरस्वती हेरिटेज बोर्ड द्वारा निर्मित यह जोहड़ व सरोवरों में पानी को उनकी क्षमता के मुताबिक स्टोर किया जा रहा है ,यह पानी स्टोर होने से बहुत से फायदे हैं रहे हैं जैसे जब बारिश आती है तब बारिश का पानी एकदम से बहकर आगे व्यर्थ चला जाता है और यह किसी इस्तेमाल में नहीं आता लेकिन अब जगह-जगह सरस्वती नदी के रास्ते साफ़ होने से वह सरोवरो का निर्माण होने से यह बारिश का ओवरफ्लो पानी सरस्वती नदी के चैनल में प्रवाहित हो रहा है और सरोवरो में संरक्षित हो रहा है इससे हमारी जमीन का कम होता हुआ भूजल भी रिचार्ज हो रहा है जिससे डार्क जोन की समस्या भी समाप्त होने लगी है, ट्यूबवेल के पानी का लेवल ऊपर आ रहा है जिससे किसानों को सिंचाई करने में सुविधा हो रही है इसके साथ-साथ बारिश का पानी कई बार आकर रिहायशी इलाकों व किसानों के खेतों में नुकसान पहुंचता था परंतु सरस्वती नदी का चैनल बनने से बारिश का फालतू पानी इस चैनल में प्रवावित हो रहा है और फालतू पानी जोहड़ व सरोवरों में जाने से किसानों की फसलों को नुकसान कम पहुंच रहा है, डिप्टी चेयरमैन धूमनसिंह किरमच ने बताया कि सरस्वती नदी के चैनल में लगातार पानी प्रवाहित होने से सरस्वती नदी के प्रति आम लोगों में श्रद्धा पुनः बढ़ रही है, सरस्वती नदी हमारे देश का गौरव का है, सरस्वती नदी के उद्गगम स्थल आदि बद्री पर सरस्वती नदी की धारा को देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटकों का आना शुरू हो गया है, सरस्वती नदी भारत देश के करोड़ों लोगों की आस्था का प्रतीक है।