डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 11 अगस्त :
फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली ने सीएएचओ (काॅनसोर्टियम आॅफ एक्रीडेशन हेल्थकेयर आॅर्गेनाइजेशन) के सहयोग से बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट पर क्षेत्र की पहली वर्कशाॅप का सफलतापूर्वक आयोजन किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा फंडिड इस प्रतिष्ठित परियोजना का उद्देश्य अस्पतालों में बीएमडब्ल्यू प्रबंधन के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करना और स्थापित नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करना है।
परियोजना का प्राथमिक उद्देश्य स्वास्थ्य सुविधाओं में बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट पर केंद्रित एक क्षेत्रीय कार्यशाला का आयोजन करना और भाग लेने वाले अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियमों के अनुपालन का आकलन करने के लिए गहन अंतर मूल्यांकन करना था।
फोर्टिस अस्पताल मोहाली में गुणवत्ता और रोगी सुरक्षा प्रमुख और प्रोजेक्ट काॅर्डिनेटर डॉ श्वेता प्रभाकर के कुशल मार्गदर्शन में, उद्घाटन रीजनल वर्कशाॅप अस्पताल में आयोजित की गई। इसमें उत्तरी क्षेत्र के सरकारी और निजी संस्थानों सहित विभिन्न अस्पतालों का प्रतिनिधित्व करने वाले 48 प्रोफेशनल्स ने भाग लिया।
दो दिवसीय इस वर्कशाॅप ने उपस्थित लोगों के लिए बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट पृथक्करण, निपटान और उपचार विधियों की समझ को गहरा करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया। विशेषज्ञों ने बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट से संबंधित दिन.प्रतिदिन की प्रथाओं में मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करते हुए ग्रुप डिस्कशन और इंटरैक्टिव सेशन आयोजित किए।
कार्यशाला के एक अनिवार्य घटक में भारत में अपशिष्ट प्रबंधन नियमों के बारे में जागरूकता बढ़ाना शामिल था। इस पहल का उद्देश्य ज्ञान को बढ़ाना और क्षेत्र में स्वास्थ्य देखभाल संस्थानों में बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट प्रथाओं का उचित कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है।
इसके अलावा, प्रतिभागियों को बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट सुविधा मूल्यांकन के लिए डिजाइन किए गए अत्याधुनिक डिजिटल टूल तक निःशुल्क पहुंच प्रदान की गई। यह उपकरण अस्पतालों को उनकी मौजूदा वेस्ट मैंनेजमेंट सिस्टम्स का मूल्यांकन करने और सुधार के क्षेत्रों की पहचान करने में सहायता करेगा।
इस कार्यक्रम ने फोर्टिस मोहाली के मेडिकल डायरेक्टर डॉ् विक्रमजीत सिंह धालीवाल, डायरेक्टर प्रिंसिपल डॉ भवनीत भारती डॉ बीआर एम्स मोहाली विश्व स्वास्थ्य संगठन भारत से बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के सलाहकार और सीएएचओ प्रतिनिधि उपस्थित थे।
बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में अग्रणी विशेषज्ञों अर्थात् डॉ जे जयलक्ष्मी, डॉ अनीता शर्मा और डॉ श्वेता प्रभाकर ने वर्कशाॅप के लिए फैकल्टी विशेषज्ञों के रूप में कार्य किया। उनकी उपस्थिति और मार्गदर्शन ने सुनिश्चित किया कि प्रतिभागियों को बहुमूल्य अंतर्दृष्टि और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त हो।
इस रीजनल वर्कशाॅप की सफलता ने बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट के महत्वपूर्ण मुद्दे को संबोधित करने के लिए एक सराहनीय मिसाल कायम की है। फोर्टिस अस्पताल, मोहाली, स्वास्थ्य देखभाल वेस्ट मैंनेजमेंट प्रथाओं पर सकारात्मक प्रभाव डालने, पर्यावरण की सुरक्षा करने और अंततः क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए प्रतिबद्ध है।