Sunday, December 22

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 09 अगस्त :

स्नातकोत्तर राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर 46 के हिन्दी विभाग की ओर से हिन्दी भाषा की स्थिति नामक विषय पर एक व्याख्यान करवाया गया। यह व्याख्यान हिन्दी विभाग की ओर से सत्र के प्रारम्भ में ही हिन्दी भाषा व भारत देश के भाषायी संस्कार से कॉलेज के नये छात्रों को प्रोत्साहित, उत्साहित व आलोकित करने के लिए करवाया गया। व्याख्यान वक्ता के रूप में डॉ. अशोक कुमार सभ्रवाल, प्रोफेसर व पूर्व अध्यक्ष हिन्दी विभाग, पंजाब विश्वविद्यालय, चण्डीगढ उपस्थित थे। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. आभा सुदर्शन ने उपस्थित विद्यार्थियों को हिन्दी भाषा के महत्व, मूल्य, मर्म, भाषा धर्म व आधुनिकता के दौर में भाषा के समस्त पहलुओं से परिचित करवाया व कहा कि भाषा मानव के लिए दीप और दर्पण का काम करती है। मानव के चेतस रूप की परिचायिका होती है और वसुधैव कुटुम्बकम की प्रचारक व प्रसारक होती है। इसलिए हिन्दी आज विश्व में एक लोकप्रिय भाषा बन गयी है। प्रोफेसर अशोक कुमार सभ्रवाल ने अपने सम्बोधन से सभी छात्रों के अन्दर भाषा की ज्योत प्रज्ज्वलित कर हिन्दी भाषा के प्रभुत्व के साथ-साथ भाषा के प्रति एक स्नेहिल व प्रेमिल भाव जगाया और कहा कि हिन्दी भाषा का परम ज्ञान, भारत देश की परम संस्कृति के पुरोधा परम पुरूषों की परमश्चेतना का संवाहक व भारत के विश्व गुरू होने का ध्वजवाहक है। कॉलेज के अध्ययन अधिष्ठाता डॉ. राजेश कुमार ने कहा कि भाषा व्यक्तित्व का आईना  होती है। उप प्राचार्य डॉ. बलजीत सिंह ने कहा कि मनुष्य की ठोस कला व ज्ञान का आभास उसकी भाषा पर निर्भर करता है। इस आयोजन का सूत्रपात हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ लीम चन्द ने अपनी विशेष बलवती व सूत्रीय दृष्टि से सूत्रबद्ध किया था। कार्यक्रम में अन्य प्रोफेसर गण भी उपस्थित रहे। इस समारोह में हिन्दी भाषा की अस्मिता से रूबरू होने के लिए बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित थे।