Thursday, December 26

पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं: तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – राशिफल, 29 जुलाई 2023 :

नोटः आज पुरूषोत्तमा एकादशी व्रत है।

विक्रमी संवत्ः 2080

 शक संवत्ः 1945

 मासः श्रावण (अधिक प्रथम)

 पक्षः शुक्ल पक्ष

 तिथिः एकादशी दोपहर काल 01.06 तक है।) 

वारः शनिवार

 नक्षत्रः ज्येष्ठा रात्रि काल 11.35 तक है)

 राहु कालः प्रातः 9.00 बजे से प्रातः 10.30 तक, 

 योगः ब्रह्म प्रातः काल 09.34 तक

 करणः विष्टि

 सूर्य राशिः कर्क  चंद्र राशिः वृश्चिक

सूर्योदयः 05.45 सूर्यास्तः 07.10 बजे।