2024 लोकसभा चुनाव में NDA का मुकाबला विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) से होगा। बीजेपी को सत्ता से हटाने के लिए कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक हुई, जिसमें गठबंधन को ये नाम दिया गया। अब सवाल ये उठ रहा है कि इस नाम का सुझाव किस नेता ने दिया था। जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने विपक्षी दलों के गठबंधन को इंडिया नाम रखने का सुझाव दिया था। राहुल गांधी ने कहा कि इंडिया के लोग बीजेपी के खिलाफ हैं और वही लोग बीजेपी से लड़ेंगे. इसलिए इंडिया नाम होना चाहिए।
- यह NDA और INDIA की लड़ाई है- राहुल गांधी
- भारत की सारी संपत्ति चंद लोगों के हाथ में हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुना है : राहुल गाँधी
- अपने 52 वर्षों के करियर में विपक्ष की आवाज इस तरह से दबाए जाते हुए उन्होंने कभी नहीं देखा, मीडिया पर भि पीएम मोदी का कब्ज़ा है : खड़गे
- कुनबा बढ़ रहा है, यह अच्छी बात है- अरविंद केजरीवाल
- विचारधारा अलग लेकिन हम देश के लिए एकजुट हुए- उद्धव ठाकरे
सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़/ बेंगलुरु – 18 जुलाई :
विपक्षी दलों ने बीजेपी के नेतृ्त्व वाली एनडीए से मुकाबला करने के लिए 26 दलों के अपने गठबंधन का नाम इंडिया रखा है। बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संवाददाता सम्मेलन में ऐलान किया कि हमारे गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (INDIA)’ होगा। हालांकि इस बीच खबर है कि यह नाम जेडीयू सुप्रीमो और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पसंद नहीं आया।
सूत्रों के मुताबिक, नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों की बैठक में तर्क दिया कि इंडिया शब्द एनडीए की तरह ही साउंड करता है, इसलिए कोई दूसरा नाम सोचना चाहिए। हालांकि बाद में जब राहुल गांधी ने उनको इसके पीछे का मतलब समझाया तब सीएम नीतीश ने अनमने ढंग से इस पर हामी भर दी।
खड़गे ने कहा- भाजपा ने लोकतंत्र की सभी एजेंसियों ED, CBI आदि को नष्ट कर दिया है। हमारे बीच राजनीतिक भेद हैं, लेकिन हम देश को बचाने के लिए साथ आए हैं।
इससे पहले हम पटना में मिले थे, जहां 16 पार्टियां मौजूद थीं। आज की बैठक में 26 पार्टियों ने हिस्सा लिया। यह देखकर NDA 36 पार्टियों के साथ बैठक कर रहे हैं। मुझे नहीं पता वो कौन सी पार्टियां हैं। वे रजिस्टर्ड भी हैं या नहीं?
सारी मीडिया पर मोदी का कब्जा। ऐसा पहले कभी नहीं देखा था कि मीडिया हमारे खिलाफ इतनी शत्रुतापूर्ण है।
आज हम यहां अपने हित के लिए नहीं बल्कि देश को बचाने के लिए एकत्र हुए हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम सरकार की नाकामियों को उजाकर करेंगे। मैं खुश हूं कि राहुल, ममता सब सहमत हैं। 2024 में साथ लड़ेंगे और ग्रेट रिजल्ट लाएंगे।
गठबंधन को लीड कौन करेगा, फेस कौन होगा। इस सवाल के जवाब में खड़गे बोले- हम कोऑर्डिनेशन कमेटी बना रहे हैं। मुंबई की बैठक में ये 11 नाम तय होंगे। आगे की जानकारी तभी मिलेगी।
वहीं आआपा(आम आदमी पार्टी) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि युवा, किसान, कारोबारी और उद्योगपति – सभी NDA सरकार से परेशान हैं। उन्होंने दावा किया कि पिछले 9 वर्षों में भाजपा की सरकार ने सभी सभी क्षेत्रों को बर्बाद कर दिया है, सब कुछ सबसे ऊँची बोली लगाने वालों को बेच दिया गया है। वहीं राहुल गाँधी ने कहा कि भारत की सारी संपत्ति चंद लोगों के हाथ में हैं, जिन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुना है। खड़गे ने मीडिया पर पीएम मोदी का कब्ज़ा होने का दावा करते हुए कहा कि अपने 52 वर्षों के करियर में विपक्ष की आवाज इस तरह से दबाए जाते हुए उन्होंने कभी नहीं देखा।