डुंगरराम गेधर के सूरतगढ़ के बढते दौरों से बढता राजनीतिक प्रभाव : कांग्रेस की टिकट की दावेदारी 
करणीदान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 15 जुलाई :
राजस्थान शिल्प एवं माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष डुंगरराम गेधर ( राज्यमंत्री) के सूरतगढ़ विधानसभा क्षेत्र में दौरे बढने जनसंपर्क और कार्यक्रम होने से राजनीतिक गर्माहट हो रही है। आगामी विधानसभा चुनाव 2023 के लिए कांग्रेस की टिकट मिलने की संभावना अधिक है। कांग्रेस में आने के बाद पहली टिकट पहला चुनाव होगा। डुंगरराम गेधर के पास पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति वर्ग के अलावा सामान्य वर्ग का बड़ा जन आधार है। गेधर ने सूरतगढ़ से अनेक चुनाव लड़े हैं। बसपा के टिकट पर लड़े गये दो चुनाव 2013 और 2018 बहुत महत्व रखते है। गेधर सन् 2013 में दूसरे और 2018 में तीसरे क्रम पर रहे। सूरतगढ़ क्षेत्र के आंदोलनों संघर्षों में मौजूदगी से लोकप्रियता मिली।
जनाधार और योजनाबद्ध चुपचाप काम करने कराने की नीति और राजनीतिक प्रभाव संपर्क का आकलन कर कांग्रेस ने अपनी पार्टी में शामिल किया। शिल्प एवं माटी कला बोर्ड का अध्यक्ष बनाया जिसके पास राज्य मंत्री का स्तर दिया। बीरमाना क्षेत्र के हर स्तर से पिछड़े लोगों के भविष्य के लिए राजकीय महा विद्यालय औऋ विद्युत सहायक अभियंता कार्यालय खोले जाने से गेधर का कद कांग्रेस में ऊंचा हुआ। यह पद और कद अन्य नेता प्राप्त नहीं कर पाए थे।
चुनाव से पहले गेधर के सूरतगढ़ के दौरे बढने का मतलब निकलता है। ये दौरे मामूली संपर्क के नहीं भावी टिकट के दौरे हैं। लोग भी यही समझ रहे हैं कि कांग्रेस अपना नया चेहरा डुंगरराम गेधर को सामने लाएगी। सभी राजनीतिक चर्चाओं में डुंगरराम गेधर की उपस्थिति टिकट की मजबूती का ईशारा करती है।
पूर्व में गेधर कह चुके हैं कि उनको टिकट का पक्का भरोसा है।