मीत हेयर ने लिया जल भंडारों की स्थिति का जायज़ा, राजपुरा-बनूड़ रोड पर एस. वाई. एल. का भी किया दौरा

जल स्रोत मंत्री द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों को ज़मीनी स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश

मिट्टी के थैलों, सफ़ाई वाली मशीनों समेत अन्य अपेक्षित समान करवाया जा रहा है मुहैया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : राज्य भर और पहाड़ी स्थानों पर पड़ रहे लगातार तेज़ बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायज़ा लेने के लिए जल स्रोत मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज यहाँ सैक्टर 18 स्थित विभाग के मुख्य दफ़्तर में मीटिंग करके जल भंडारों की स्थिति का जायज़ा लिया। जल स्रोत मंत्री ने इससे पहले राजपुरा-बनूड़ रोड पर चितकारा यूनिवर्सिटी के नज़दीक सतलुज यमना लिंक (एस. वाई. एल.) का भी दौरा करके मौके की स्थिति देखी।

मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर विभाग पूरी तरह मुस्तैदी के साथ हर स्थिति पर नज़र रख रहा है और किसी भी असुखद घटना के साथ निपटने की तैयारी की गई है। ज़िला सिवल और पुलिस प्रशासन के इलावा एन. डी. आर. एफ. की टीमों के साथ तालमेल बिठा कर लोगों की जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाई जा रही है।

जल स्रोत मंत्री ने कहा विभाग के समूह अधिकारियों और कर्मचारियों को ज़मीनी स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश दिए और निरंतर इसकी रिपोर्ट करने को कहा। संवेदनशील स्थानों पर ख़ास चौकसी रखने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि फील्ड में मिट्टी के थैलों, सफ़ाई वाली मशीनों समेत अन्य अपेक्षित समान मुहैया करवाया जा रहा है।

मीत हेयर ने बताया कि तीनों ही डैमों में इसी समय पर पानी का स्तर क्षमता से कम है और विभाग की तरफ से सारी स्थिति पर पूरी नज़र रखी जा रही है। भाखड़ा डैम में 1680 फुट की क्षमता मुकाबले मौजूदा समय पानी का स्तर 1614.89 फुट है। पौंग डैम में 1390 फुट की क्षमता मुकाबले इस समय पर पानी का स्तर 1350.63 फुट है जबकि रणजीत सागर डैम में पानी की क्षमता 1731.99 है और इस समय पर पानी का स्तर 1706.26 फुट है।
मीटिंग में प्रमुख सचिव जल स्रोत कृष्ण कुमार और चीफ़ इंजीनियर नहर एन. के. जैन भी उपस्थित थे।