मीत हेयर ने लिया जल भंडारों की स्थिति का जायज़ा, राजपुरा-बनूड़ रोड पर एस. वाई. एल. का भी किया दौरा

जल स्रोत मंत्री द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों को ज़मीनी स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश

मिट्टी के थैलों, सफ़ाई वाली मशीनों समेत अन्य अपेक्षित समान करवाया जा रहा है मुहैया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : राज्य भर और पहाड़ी स्थानों पर पड़ रहे लगातार तेज़ बारिश के कारण पैदा हुई स्थिति का जायज़ा लेने के लिए जल स्रोत मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने आज यहाँ सैक्टर 18 स्थित विभाग के मुख्य दफ़्तर में मीटिंग करके जल भंडारों की स्थिति का जायज़ा लिया। जल स्रोत मंत्री ने इससे पहले राजपुरा-बनूड़ रोड पर चितकारा यूनिवर्सिटी के नज़दीक सतलुज यमना लिंक (एस. वाई. एल.) का भी दौरा करके मौके की स्थिति देखी।

मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों पर विभाग पूरी तरह मुस्तैदी के साथ हर स्थिति पर नज़र रख रहा है और किसी भी असुखद घटना के साथ निपटने की तैयारी की गई है। ज़िला सिवल और पुलिस प्रशासन के इलावा एन. डी. आर. एफ. की टीमों के साथ तालमेल बिठा कर लोगों की जान-माल की सुरक्षा यकीनी बनाई जा रही है।

जल स्रोत मंत्री ने कहा विभाग के समूह अधिकारियों और कर्मचारियों को ज़मीनी स्तर पर 24 घंटे निगरानी रखने के निर्देश दिए और निरंतर इसकी रिपोर्ट करने को कहा। संवेदनशील स्थानों पर ख़ास चौकसी रखने के लिए कहा गया। उन्होंने कहा कि फील्ड में मिट्टी के थैलों, सफ़ाई वाली मशीनों समेत अन्य अपेक्षित समान मुहैया करवाया जा रहा है।

मीत हेयर ने बताया कि तीनों ही डैमों में इसी समय पर पानी का स्तर क्षमता से कम है और विभाग की तरफ से सारी स्थिति पर पूरी नज़र रखी जा रही है। भाखड़ा डैम में 1680 फुट की क्षमता मुकाबले मौजूदा समय पानी का स्तर 1614.89 फुट है। पौंग डैम में 1390 फुट की क्षमता मुकाबले इस समय पर पानी का स्तर 1350.63 फुट है जबकि रणजीत सागर डैम में पानी की क्षमता 1731.99 है और इस समय पर पानी का स्तर 1706.26 फुट है।
मीटिंग में प्रमुख सचिव जल स्रोत कृष्ण कुमार और चीफ़ इंजीनियर नहर एन. के. जैन भी उपस्थित थे।

मुख्य सचिव ने कजौली वाटर वर्कस से पानी की सप्लाई का जायज़ा लिया

चंडीगढ़, मोहाली और चंडीमन्दर को पीने वाला अपेक्षित पानी मुहैया करवाना प्रमुख प्राथमिकता : अनुराग वर्मा

उपलब्ध पानी में से चंडीगढ़ को दिया जा रहा उपयुक्त पानी

चंडीगढ़ नगर निगम को चंडीमन्दर को पानी की सप्लाई यकीनी बनाने एवं क्षतिग्रस्त पाईप की मुरम्मत तत्काल करने के निर्देश

अधिकारियों को घटना वाली जगह का दौरा करके रिपोर्ट देने के लिए कहा

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा ने आज सम्बन्धित विभागों, सेना, एन. डी. आर. एफ. के प्रतिनिधियों और चंडीगढ़ प्रशासन के अधिकारियों के साथ लगातार पड़ रही तेज बारश के कारण कजौली वाटर वर्कस में क्षतिग्रस्त पीने वाले पानी की पाईपों के कारण पैदा हुई स्थिति का जायज़ा लिया। उन्होंने अधिकारियों को घटना वाली जगह का निजी तौर पर दौरा करके रिपोर्ट देने के लिए कहा।

मीटिंग में बताया गया कि भाखड़ा मैन लाईन से कजौली वाटर वर्कस के द्वारा रोज़मर्रा के ट्राईसिटी को पीने वाला पानी मुहैया करवाया जाता है। १२० मिलियन गैलन प्रति दिन क्षमता वाली पाँच पाईपों में से पंजाब के जल सप्लाई विभाग की एक पाईप को नुकसान हुआ जबकि चंडीगढ़ प्रशासन की एक पाइपलाइन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गयी है। दोनों पाईपों की क्षमता २०-२० मिलियन गैलन प्रति दिन है।

श्री अनुराग वर्मा ने कहा कि चाहे कि चंडीगढ़ की एक पाईप लाईन पूरी तरह टूट गई है, जनहित को ध्यान में रखते हुये उपलब्ध पानी में से चंडीगढ़ को उपयुक्त हिस्सा पानी दिया जा रहा है जिससे लोगों को कोई मुश्किल न आए। उन्होंने कहा कि चंडीगढ़, मोहाली और चंडीमन्दर को पीने वाला अपेक्षित पानी मुहैया करवाना सरकार की प्रमुख प्राथमिकता है।

मुख्य सचिव ने नगर निगम चंडीगढ़ के कमिश्नर को कहा कि जब तक पानी की सप्लाई कम है तो वह चंडीगढ़ वाले पानी के हिस्से के तौर पर चंडीमन्दर की पानी की सप्लाई यकीनी बनाएं जिससे भारतीय सेना के पश्चिमी कमांड के हैडक्वाटर स्थित सेना के अफसरों और जवानों को कोई मुश्किल न आए। इसके साथ ही पूरी तरह क्षतिग्रस्त पानी की पाईप की मुरम्मत का काम जंगी स्तर पर किया जाये।

मुख्य सचिव ने प्रमुख सचिव जल स्रोत को सेना और एन. डी. आर. एफ. के जवानों को साथ लेकर कजौली वाटर वर्कस वाली जगह का दौरा करके वहां पानी के प्रबंधन के लिए रेत की बोरियाँ लगाने और पानी का स्तर घटाने के निर्देश दिए जिससे क्षतिग्रस्त पाईपों की मुरम्मत के काम में कोई मुश्किल न आए। उन्होंने रूपनगर ज़िला प्रशासन को यह काम प्राथमिकता के आधार पर करने के लिए कहा।

मीटिंग में प्रमुख सचिव आवास निर्माण और शहरी विकास ए. के. सिन्हा, प्रमुख सचिव जल सप्लाई और सेनिटेशन जसप्रीत तलवार, प्रमुख सचिव जल स्रोत कृष्ण कुमार, डायरैक्टर जल सप्लाई और सेनिटेशन मुहम्मद इशफाक और पश्चिमी कमांड के प्रतिनिधि सलाहकार सिवल सेना मामले कर्नल जे. एस. संधू उपस्थित थे। नगर निगम चंडीगढ़ के कमिश्नर आनिन्दता मित्रा, डिप्टी कमिश्नर रूपनगर प्रीति यादव और एन. डी. आर. एफ. के कमांडैट संतोष कुमार वीडियो कानफरसिंग के द्वारा उपस्थित हुए।

स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने जिला फरीदकोट के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया दौरा

जिला प्रशासन फरीदकोट को प्रभावित इलाकों में लोगों की मदद करने के दिए आदेश

गांव बीड़ सिखां वाला में छत गिरने से एक लड़की की मौत पर जताया दुख; उन्होंने घायल परिजनों के इलाज और परिवार को आर्थिक मदद का दिया आश्वासनया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने कोटकपूरा, जिला फरीदकोट के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया।

स. संधवां ने डिप्टी कमिश्नर फरीदकोट श्री विनीत कुमार और अन्य जिला अधिकारियों के साथ विभिन्न गांवों का दौरा किया और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने जिला अधिकारियों से बाढ़ प्रभावित लोगों को हरसंभव मदद सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने प्रशासन को रिहायशी इलाकों में जमा बरसाती पानी की निकासी के लिए प्राथमिकता के आधार पर व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

स्पीकर संधवां ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली राज्य सरकार ने बाढ़ की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सभी इंतजाम किए हैं। उन्होंने कहा कि जिला फरीदकोट में स्थिति अभी भी पूरी तरह नियंत्रण में है और प्रशासन द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है।

इस बीच, स. संधवां ने गांव बीड़ सिखां वाला का भी दौरा किया और एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना के दौरान छत गिरने से एक युवा लड़की की मौत पर दुख व्यक्त किया और कहा कि घायल परिवार के सदस्यों के इलाज के अलावा, परिवार की आर्थिक मदद भी की जाएगी।

स. संधवां ने आगे कहा कि पंजाब सरकार इस प्राकृतिक आपदा के समय लोगों के साथ खड़ी है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे घबराएं नहीं, पंजाब सरकार राज्य के लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने घग्गर व अन्य नदियों और भारी बारिश से प्रभावित गांवों का लिया जायजा

जिला प्रशासन को अधिक सतर्क रहकर लोगों की जान-माल की सुरक्षा करने के निर्देश

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ : पंजाब के सूचना एवं लोक संपर्क मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने तेज बहाव वाले घग्गर दरिया, झम्बो ड्रेन और अन्य बरसाती नालों सहित समाना निर्वाचन क्षेत्र के एक दर्जन से अधिक गांवों का दौरा किया और भारी बारिश से पैदा हुई स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे किसी तरह की अफवाहों पर विश्वास न करें और ना ही घबराएं, बल्कि जरूरत पड़ने पर तुरंत जिला प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष से संपर्क करें।

अपने दौरे के दौरान लोगों से बातचीत करते हुए स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि पटियाला और घग्गर एवं अन्य नदियों के कैचमेंट एरिया में हो रही भारी बारिश के चलते, मुख्यमंत्री स. भगवंत मान द्वारा जारी आदेशों के मद्देनजर पंजाब सरकार लगातार निगरानी रख रही है और जिलों को पूरी तरह से सतर्क रहने और लोगों की जान-माल की सुरक्षा के लिए लगातार सक्रिय रहने के निर्देश दिए गए हैं।

इस मौके पर लोगों से प्राप्त फीडबैक के तहत स. जोड़ामाजरा ने जल निकास, लोक निर्माण, मंडी बोर्ड, ग्रामीण विकास एवं पंचायत सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को हिदायत की कि वह मौसम विभाग द्वारा भारी बारिश की जारी चेतावनियों के मद्देनजर अधिक सतर्क रहें और घग्गर सहित अन्य नदियों और नालों के बहाव पर निरंतर निगरानी रखें ताकि बाढ़ जैसी संभावित स्थिति की सूरत में लोगों को तत्काल राहत प्रदान की जा सके।

उन्होंने कहा कि मौजूदा प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए पूरी सरकारी मशीनरी हर संभव प्रयास कर रही है, वहीं मुख्यमंत्री ने भी विशेष गिरदावरी करने के आदेश जारी किए हैं ताकि किसानों के नुकसान की तुरंत भरपाई की जा सके।

स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने घग्गर नदी और झम्बो ड्रेन के साथ-साथ समाना शहर और हलके से गुजरतीं अन्य ड्रेनों का भी जायजा लिया। उन्होंने धरमेड़ी, घिउरा, सूलर, जेपी कलोनी, धनोरी, सस्सा, सस्सी, सस्सा थेह, नवां गांव, मैण, कमालपुर, हरिपुर आदि गांवों का भी दौरा किया और स्थानीय निवासियों से बातचीत कर फीडबैक ली।

लोक संपर्क मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार इस कठिन समय में अपने नागरिकों के साथ खड़ी है। इस मौके पर उनके साथ गुरदेव सिंह टिवाणा, बलकार सिंह गज्जूमाजरा, सुरजीत सिंह फौजी, अमरदीप सिंह सोनू थिंद, मनिंदर सिंह, कमलप्रीत सिंह सरपंच सूलर और अन्य गणमान्य  मौजूद थे।

पंजाब पुलिस ने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित जिलों में चलाया रेस्क्यू ऑपरेशन

– मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार पंजाब पुलिस लोगों की जान-माल की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध

– एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की दो इकाइयां सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में तैनात, सेना को भी बुलाया गयाः डीजीपी गौरव यादव

– बाढ़ से निपटने के लिए 24 घंटे राज्य नियंत्रण कक्ष; किसी भी आपात स्थिति के दौरान लोग 112 पर कॉल कर सकते हैंः विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला

– पंजाब पुलिस ने बाढ़ के कारण उत्पन्न किसी भी स्थिति से निपटने के लिए किए पुख्ता प्रबंध

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : राज्य में लगातार तीसरे दिन की बारिश को देखते हुए, पंजाब पुलिस ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों के साथ मिलकर राज्य के बाढ़ प्रभावित जिलों में बचाव और जल निकासी अभियान तेज कर दिया है। यह जानकारी पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने आज यहां दी। उन्होंने कहा कि राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में एसएएस नगर, रूपनगर, फतेहगढ़ साहिब, जालंधर ग्रामीण और पटियाला शामिल हैं।

राज्य में विस्तृत बाढ़ रोकथाम तंत्र सुनिश्चित करने के मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशों के बाद, डीजीपी गौरव यादव और विशेष डीजीपी कानून एवं व्यवस्था अर्पित शुक्ला व्यक्तिगत रूप से राज्य में बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहे हैं, जबकि सीपी/एसएसपी को फील्ड में रहकर नियमित अंतराल पर अपने-अपने जिलों में स्थिति की व्यक्तिगत रूप से निगरानी के लिए कहा गया है।

डीजीपी गौरव यादव ने कहा कि राज्य के सबसे अधिक प्रभावित जिलों में जल भराव और निकासी के साथ-साथ बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की 15 टीमें और एसडीआरएफ की दो इकाइयां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, रूपनगर, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, जालंधर, एसबीएस नगर, एसएएस नगर और पठानकोट सहित जिलों में नागरिक प्रशासन की मदद के लिए सेना की 12 टुकड़ियों को भी बुलाया गया है।

उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना के साथ हमारी टीमें बेहद चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में लोगों के जीवन और संपत्ति की रक्षा के लिए 24 घंटे काम कर रही हैं।

विशेष डीजीपी अर्पित शुक्ला ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि बाढ़ से निपटने के लिए राज्य नियंत्रण कक्ष चौबीसों घंटे सक्रिय रूप से काम कर रहा है और संबंधित जिलों की वास्तविक स्थिति जानने के लिए जिलों से प्रति घंटे रिपोर्ट ली जा रही है.

गुजवि के विद्यार्थियों का कंपनी में चयन

डेमोक्रेटिक फ्रंट 

हिसार/पवन सैनी 

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार के ट्रेनिंग एंड प्लेसमैंट सैल के सौजन्य से ‘सकाटा इंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड’, गुरुग्राम के ई-कैंपस प्लेसमैंट ड्राइव में विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों का चयन किया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई व कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा ने चयनित विद्यार्थियों को बधाई दी है। प्लेसमैंट निदेशक प्रताप सिंह ने बताया कि सकाटा इंक्स कॉर्पोरेशन प्रिंटिंग एवं पैकेजिंग उद्योग के लिए एक व्यापक प्रदाता है। इसकी अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों ने फ्लेक्सिबल फिल्मस के लिए पानी-आधारित व विलायक-आधारित फ्लेक्सोग्राफिक व ग्रेव्योर लिंक, समाचार पत्र स्याही, पैकेजिंग व वाणिज्यिक अनुप्रयोगों के लिए ऑफसेट स्याही जैसी अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी पर प्रिंटिंग इंक्स विकसित की हैं। प्लेसमैंट ड्राइव में प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग के लगभग 38 विद्यार्थियों ने भाग लिया। ऑनलाइन प्री-प्लेसमैंट टॉम के बाद हुए साक्षात्कार के आधार पर विश्वविद्यालय के चार विद्यार्थियों को ग्रेजुएट इंजीनियर ट्रेनी के रूप में 4.2 लाख रूपये वार्षिक पैकेज के साथ चयनित किया गया है।  प्लेसमैंट निदेशक ने इस ड्राइव के संचालन के लिए सकाटा इंक्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की एचआर प्रियंका जोशी को धन्यवाद दिया। उन्होंने विद्यार्थियों का मार्गदर्शन करने और उन्हें प्रेरित करने के लिए प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. पंकज कुमार, ट्रेनिंग प्लेसमैंट कोर्डिनेटर्स अंकित बूरा व बिजेंद्र का भी आभार व्यक्त किया है।  सहायक निदेशक डॉ. आदित्यवीर सिंह ने बताया कि चयनित विद्यार्थियों में बीटेक प्रिंटिंग 2023 पासिंग आउट बैच के शिवम भार्गव, मुदित वर्मा, मनीष टुटेजा व अंकित वर्मा शामिल हैं। प्लेसमेंट ड्राइव का संचालन बीटेक प्रिंटिंग टेक्नोलॉजी के जितेंद्र कुमार यादव ने किया। 

गुजवि कुलपति प्रो. नरसीराम बिश्नोई ने शुरू की दाखिला प्रक्रिया  

डेमोक्रेटिक फ्रंट

 हिसार/पवन सैनी

 गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार ने दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से चलने वाले कोर्सों के लिए आवेदन प्रक्रिया आरंभ कर दी है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने सोमवार को दाखिला प्रक्रिया का शुभारंभ किया तथा संबंधित प्रोस्पेक्टस जारी किया। दूरस्थ शिक्षा के सभी कोर्सों में दाखिले के लिए अंतिम तिथि 31 जुलाई 2023 है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक मामलों के अधिष्ठाता प्रो. देवेन्द्र कुमार व दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. खजान सिंह उपस्थित रहे।  कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने कहा है यह विश्वविद्यालय नैक से ‘ए प्लस’ ग्रेड प्राप्त है। इसके दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रमों के प्रति विद्यार्थियों में जबरदस्त रूझान है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था की अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका है। दूरस्थ शिक्षा व्यवस्था न केवल समय की मांग है, बल्कि यह एक ऐसा माध्यम भी है जो हर नागरिक के उच्च शिक्षा के सपने को पूरा कर सकता है। विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के माध्यम से चलाए जाने वाले कोर्स अत्यंत उपयोगी हैं। ये कोर्स विद्यार्थियों को शिक्षा तथा रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएंगे। विश्वविद्यालय के दूरस्थ शिक्षा निदेशालय द्वारा इस बार कम अवधि के सर्टिफिकेट व डिप्लोमा कोर्स भी आरंभ किए गए है। बाजार की वर्तमान मांग को देखते हुए इन कोर्सिज को शुरु किया गया है।   दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. खजान सिंह ने बताया कि पूरी दाखिला प्रक्रिया ऑनलाइन है। आवेदन के लिए विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय में आने की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने बताया कि दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए इच्छुक विद्यार्थी दाखिला ले सकते हैं। दाखिला संबंधित अधिक जानकारी के लिए विद्यार्थी 01662-276735 या 263638 या 9812399111 पर सम्पर्क कर सकते हैं।  ओपन डिस्टेंस लर्निंग कोर्सिज निदेशक प्रो. खजान सिंह ने बताया कि ओपन डिस्टेंस लर्निंग माध्यम के लिए इच्छुक विद्यार्थी बीए, बीए मास कम्युनिकेशन, बीकॉम, एमए मास कम्युनिकेशन, एमबीए, एमकॉम, एमएससी मैथेमेटिक्स, एमसीए एवं एमए इंगलिश पाठ्यक्रमों में दाखिला ले सकते हैं।  डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सिज डिप्लोमा/सर्टिफिकेट कोर्सिज में डिप्लोमा/सर्टिफिकेट इंन कंप्यूटर एप्लीकेशन, डिप्लोमा इन फूड क्वालिटी एश्योरेंस, डिप्लोमा इन सांलिड एंड हजार्डस वेस्ट मैनेजमैंट, सर्टिफिकेट इन फूड क्वालिटी एश्योरेंस, सर्टिफिकेट इन वीडियो फिल्म प्रोडक्शन में दाखिले के इच्छुक विद्यार्थी आवेदन कर सकते हैं।  ऑनलाइन कोर्सिज इसके अतिरिक्त ऑनलाइन कोर्सिज में विद्यार्थी बीकॉम तथा एमबीए मार्केटिंग व एचआर में दाखिला ले सकते हैं।  

सूरतगढ़ की वीआईपी कॉलोनियायों के खाली भूखंडों से बुरा हाल, ऐसे में रहते हैं बड़े लोग 

नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से 10 जुलाई को मिलकर  पत्र दिया गया है।  इसके बाद एक पत्र आयकर विभाग के एंटी विजन को दिया जाएगा कि पता लगाएं कि यह किन लोगों के भूखंड जिन्होंने खरीदे तो है लेकिन निर्माण नहीं कर रहे। आठ दस सालों में 

करणीदान सिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट, सूरतगढ़ – 10 जुलाई :

वीआईपी  कॉलोनिया में अधूरे छोड़े हुए बिना बनाए हुए खुले भूखंड जिनमें भयानक गंदगी गंदा पानी भरा हुआ है, सड़ांध मार रहा है। झाड़ियां कीकर आदि उगे हुए हैं जो अन्य निवासियों को परेशानियां पैदा कर रहे। आबोहवा खराब कर रहे हैं। 

* निर्माण कार्य कराने के लिए एक अवधि निर्धारित होती है जिसमें निर्माण करवाना जरूरी होता है लेकिन बड़ी कॉलोनियों में निर्माण नहीं करवाया गया जो जरूरी था। बसंत विहार कॉलोनी आनंद विहार कॉलोनी जो आपस में मिली हुई है वहां पर काफी भूखंड खाली चारदीवारी बने हुए या खाली पड़े हैं जिनमें चारदीवारी भी नहीं है उनमें कचरा पड़ा है गंदा पानी पड़ा है। एक बार आवाज उठी थी कि जिन लोगों ने मकान नहीं बनाए वे बना लें ताकि दूसरे के मकानों को नुकसान नहीं हो दूसरे मकानों की नींवे खराब नहीं हो  सीलन नहीं आए । लेकिन रहने वाले वीआईपी और जिनके भूखंड खाली पड़े हैं वह भी वीआईपी यानि कि बड़े लोग।

 इस कॉलोनी के पास में बहता हुआ एक नाला टूटने के कारण उस इलाके के अंदर  जब गया तो देखा कि दोनों कॉलोनियों के अंदर हालात खराब है। नाला बंद रहता तो बाजार के अलावा इन 

कॉलोनियों में भी पानी भरता। नाला ठीक बहाव करवा दिया गया।

दोनों कॉलोनियों में अनेक मकान भूखंड खाली पड़े हैं जिनकी गंदगी से केवल कॉलोनियों की आबोहवा ही खराब नहीं होती बल्कि शहर की आबोहवा भी खराब होती है।

कॉलोनियों नगर पालिका क्षेत्र में आती है।

इनके अलावा भी बहुत से क्षेत्र में मकान खाली पड़े हैं जो सूरतगढ़ के वातावरण को प्रदूषित कर रहे हैं।

👍 नगर पालिका प्रशासन को इस पर की कार्रवाई करनी चाहिए और जो लोग जानबूझकर मकान नहीं बना रहे हैं।उनके भूखंड के पट्टे निरस्त किए जाने चाहिए।  नगर पालिका सक्षम है।  नगर पालिका से अनुरोध किया गया है कि वे एक सार्वजनिक सूचना जारी करें। हालांकि इसकी कोई आवश्यकता नहीं है। कृषि भूमि की कॉलोनियों में निर्माण कार्य 10 साल में हो जाना चाहिए था लेकिन 15 साल 17 साल बीतने के बाद भी कॉलोनियों में निर्माण नहीं हो पाया। इन भूखंडों के मालिक कौन है? उन्होंने भूखंड क्यों खरीदे अगर उन्हें यहां रहना नहीं था।

 * नगर पालिका अधिशासी अधिकारी से 10 जुलाई को मिलकर  पत्र दिया गया है।  इसके बाद एक पत्र आयकर विभाग के एंटी विजन को दिया जाएगा कि पता लगाएं कि यह किन लोगों के भूखंड जिन्होंने खरीदे तो है लेकिन निर्माण नहीं कर रहे। आठ दस सालों में 

कॉलोनियां पूरे रूप में विकसित हो जानी चाहिए थी। आश्चर्य है कि वीआईपी इतने झाड़ झंखाड़ और गंदगी से घिरे रहते हैं और कहीं शिकायत नहीं करते।

बरवाला को राजनीतिक परिवर्तन की अवश्यकता – संजना सतरोड़

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट,सूरतगढ़ – 10 जुलाई :

बरवाला में स्थित मिजाज होटल में प्रमुख समाजसेवी संजना सातरोड की प्रेसवार्ता का आयोजन हुआ। प्रेसवार्ता में संजना सातरोड ने अपने जीवन से परिचित कराते हुए जागरूक स्वभाव के कारण समाज में फैली कृतियों पर भी काम किया। अब तक संजना ने अपनी शिक्षा की ताकत से बिजली, वातावरण, लोकतंत्र, अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में काम किया।

2015 में जब संजना अपने पैतृक गांव में गई तो उन्होंने देखा को हर जगह गंदगी, सड़कों की टूट-फुट व गंदे पानी की निकासी की समस्या को देखते हुए उन्होंने MCD वार्ड 13 में उपचुनाव करवाया जिससे नागरिक रखरखाव हो से।

2016 में संजना ने याचिका दायर कर एमसीडी चुनाव में ईवीएम पर उम्मीदवार को फोटो लगवाई जिसको देखते हुए बाकी स्टेट इलेक्शन कमिशन ने भी इसे स्वीकार किया। 2018 में जब दिल्ली सरकार ने घोषणा की के बिजली के बिल कम कर दिए तब संजना ने डिजिटल यूपीआई से बिल भरकर दिखाया की बिल घटा नहीं बल्कि बढ़ गया फिर उन्होंने हाई कोर्ट में याचिका दायर कर फिक्स्ड चार्ज को कम कराया। ऐसे अनेक मुद्दे है जिन्हे संजना ने अपनी योग्यता से सुलझाया।

संजना हमेशा से ही लोगो की मदद एवं महिला सशक्तिकरण के लिए काम करती रहती है और आज बरवाला की खस्ता हालत को देखते हुए बरवाला की जनता से गुहार की इस बार अपना वोट सोच समझकर दें और बरवाला की जनता से वादा किया की व आगे भी इसी तरह समाज हित के कार्य करती रहेंगी।

सावन माह का पहला सोमवार: सेक्टर 46 मन्दिर में पूजा अर्चना कर भोलेनाथ का किया जलाभिषेकशिव भक्तों के लिए लगाया खीर मालपुए का लँगर

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 10जुलाई :

पवित्र श्रावण मास, जिसे देवों के देव महादेव की भक्ति के लिए खास माना जाता है और इस माह में पड़ने वाले सोमवार का महत्व अत्यधिक माना जाता है। सावन माह के पहले सोमवार को शहर भर के शिवालयों में शिवभक्तों की धूम मची रही और पूरा शहर शिवमय नजर आया।

सावन माह के पहले सोमवार को सेक्टर 46 के सनातन धर्म मंदिर में भी भक्तों की खासी भीड़ उमड़ी। हर-हर महादेव के उद्घोष के बीच श्रद्धालुओं ने शिवलिंग में जलाभिषेक कर समस्त मानव कल्याण की सुख-समृद्धि की कामना की। भारी बारिश के बाबजूद मंदिर में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। शिव भक्तों ने शिवालय में गंगाजल, दूध, दही से जलाभिषेक कर बेलपत्र, चावल व पुष्प से अपने आराध्य भगवान शिव की पूजा की।

     इस अवसर पर  मंदिर में खीर मालपुए का अखंड भंडारा भी प्रभु भक्तों में बांटा गया।मन्दिर के पुजारी पंडित राहुल जी ने बताया किश्रावण मास को बहुत ही पवित्र माना गया है।  सावन माह को देवों के भगवान शिव की भक्ति के लिए बेहद ही खास माना जाता है। भोलेनाथ के जलाभिषेक के लिए भक्त आज बारिश के बाबजूद भी आज पहले सोमवार की अलसुबह से ही मंदिर में पहुंचने शुरू हो गए थे। अपने आराध्य प्रभु का जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लम्बी लाइन देखने को मिली। सुबह लगभग 4 बजे मन्दिर का पट खुल गया और मन्दिर प्रबंधन द्वारा विधि विधान से सावन के पहले सोमवार की पूजा अर्चना की गई।

   इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के महामंत्री सुशील सोबत, नरेंद्र भाटिया, डीडी शर्मा, अशोक भगत, राकेश जोशी,बीआर सहीवाल, संदीप शर्मा, उपेंद्र तिरखा सुर अन्य सभी उपस्थित रहे। मंदिर के चारों पुजारी पंडित हरिकिशन , पंडित शैलेंद्र ,पंडित राहुल, पंडित गोपाल जी भी मौजूद रहे।