बारिश को देखते हुए सिंचाई विभाग के एसडीओं नीतिश चंदेल ने लिया नदियों में पानी के बहाव का जायजा।
नन्दसिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, नारायणगढ़ – 08 जुलाई :
एसडीएम सी जया शारधा ने बारिस के मौसम को देखते हुए लोगों से अनुरोध किया है कि हैं कि वे वर्षा के दौरान तथा नदियों में पानी आने के समय नदियों के पास न जाएं और नदी में प्रवेश करके अपना जीवन संकट में न डाले। उन्होंने कहा कि क्षेत्र से गुजरने वाली अधिकतर नाले तथा नदिया हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों से शुरू होकर यहां से निकलती हैं और पर्वतीय क्षेत्रों में बारिस होने पर उनमें पानी अचानक बढ जाता हैं। इसलिए पानी के दौरान एवं बारिश के दौरान नदियों में जाने से एहतियात बरते। एसडीएम ने कहा कि प्रशासन द्वारा क्षेत्र से गुजरने वाली विभिन्न नदियों के पानी के बहाव पर नजर रखी जा रही हैं और इस बारे में सिंचाई विभाग, पटवारी, ग्राम सचिव को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये है। एसडीएम ने बीडीपीओं व तहसीलदार तथा पीडबल्यूडी तथा सिंचाई विभाग सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारीयों को बारिश के दौरान हाई अलर्ट पर रहने और अपने फिल्ड स्टाफ को सरपंचों के साथ नियमित रूप से सम्पर्क में रहने और रिर्पोट सम्बंधित अपडेट देते रहने के निर्देश दिये गये है।
उन्होंने सम्बंधित अधिकारियों को यह भी निर्देश दिये है कि वे बारिस के दौरान पानी की निकासी के उचित प्रबन्ध करने को कहा गया है ताकि लोगों को पानी के जमाव का सामना न करना पडे। एसडीएम द्वारा नारायणगढ शहर में साफ-सफाई एवं पानी की निकासी के लिए नगरपालिका प्रशासन को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं वहीं पर गांवों में इस कार्य के लिए खण्ड़ विकास एवं पंचायत अधिकारी को जिम्मेवारी सौंपी गई हैं। इसके अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिये गये है कि वे बारिश के दौरान पानी का जमाव न हो और पानी की निकासी से सम्बंधित सभी इंतजाम पूरे रखें तथा नदियों में पानी के बहाव पर नजर रखने के निर्देश दिये है।
उन्होंने कहा कि बारिश के मौसम को देखते हुए बिजली निगम के अधिकारी बिजली की उपलब्धता अनुसार बेहतर आपूर्ति करना सुनिश्चित करें ताकि लोगों को कम से कम बिजली की समस्या का सामना करना पडे। इसके अलावा बिजली एवं पानी से सम्बंधित शिकायतों को भी अधिकारी व कर्मचारी ध्यान से सुने और उनका निवारण कर लोगों को संतुष्ट करें।
एसडीएम ने उपमण्डल के लोगों से भी आग्रह किया हैं कि वे भी प्रशासन को सहयोग दें। उन्होंने लोगों से अपील की हैं कि वें वर्षा के मौसम में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा आस पास का वातावरण साफ सुथरा रखें ताकि कोई बीमारी न फैले।
एसडीएम ने कहा कि बारिश के मौसम में सावधानी व स्वच्छता रखना ओर अधिक जरूरी हो जाता है। मलेरिया, ड़ेंगू एवं जापानी बुखार जैसी बीमारियां पानी के जमाव गंदगी के कारण होती हैं। जिनसे से बचाव के लिए सावधानी रखना बेहद आवश्यक हैं। उन्होनें कहा कि आंगनवाड़ी वर्कर, आशा वर्कर इस बारें में ग्रामीणों को जागरूक करें ताकि लोग बीमारियों से बच सकें।
बॉक्स- शिवालिक जन सेवाएं मण्डल(सिंचाई विभाग) के एसडीओं नीतिश चंदेल ने शनिवार को हुई वर्षा को देखते हुए क्षेत्र से गुजरने वाली नदियों में पानी के बहाव का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सुबह के समय नदियों में पानी का बहाव अधिक था जोकि दोपहर को फिलहाल कुछ कम हुआ है। फिर भी सावधानी रखना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों के खेत नदियों के किनारे है, वे किसान खासकर खेतों में न जाएं और बारिश के रूकने व नदियों में पानी के कम होने का इंतजार करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल के पर्वतीय क्षेत्रों से आने वाली नदियों में पानी अचानक बढ जाता है और जोकि कई बार नुकसान दायक साबित होता है। उन्होंने बताया कि नदियों में पानी के बहाव पर नजर रखने के लिए सिंचाई विभाग द्वारा नजर रखी जा रही है। उन्होंने मारकण्डा, रूण, बेगना का निरीक्षण किया।
बॉक्स- एसडीओं ने कहा कि बारिश के दौरान नदियों में नैचुरली पानी आता है। रूण नदी में सुबह 10.45 बजे गेज-5 फीट पानी था और 5800 क्यूसिक सीएस पानी डिस्चार्ज था तथा 5.5 फीट गेज सात हजार क्यूसिक डिस्चार्ज। कालाआम्ब में मारकण्डा में सुबह 8.30 बजे गेज 4.20 मीटर पर पानी 43176 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज था तथा दोपहर 2.15 बजे गेज 1 मीटर पर पानी 3680 क्यूसिक पानी डिस्चार्ज था। कालाआम्ब में फिलहाल पानी का लेवल कम हो रहा है। लाहा नदी में सुबह 10.30 बजे गेज 1.30 मीटर पानी डिस्चार्ज था 3195 क्यूसिक। इसी प्रकार सुबह 10.40 बजे बेगना में लाहा साईट नम्बर 63, गेज 0.2 मीटर पानी डिस्चार्ज था 1147 क्यूसिक।