Sunday, December 22

मुख्यमंत्री से सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान पर वार्ता होगी। कुछ 11:00 बजे के आसपास पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ मिल कर के गए थे। उसके बाद बुलावा आया है। पूजा छाबड़ा सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान के तहत अन्न छोड़े हुए काफी दिन हो गए हैं। सूरतगढ़ के गांव में बीमार होने के बाद 1 जुलाई को सूरतगढ़ से जयपुर रेफर की गई और 2 जुलाई से उनका इलाज जयपुर में S.M.S. आईसीयू में चल रहा है।

इलाज जयपुर में S.M.S. आईसीयू में चल रहा है

करणीदानसिंह राजपूत, डेमोक्रेटिक फ्रंट,  सूरतगढ़ – 08 जुलाई :

शहीद गुरुशरण छाबड़ा को मित्र मानने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा पूजा भारती छाबड़ा के सिर पर हाथ फिराते सूरतगढ़ जिला बनाओ मांग पर भरोसे की वह स्टेज आई जब गहलोत ने कहा कि नये जिलों की घोषणा होती है तो सूरतगढ़ पर प्राथमिकता से विचार होगा। इस भरोसे पर पूजा का अन्न त्याग अनशन गहलोत ने जूस पिला कर समाप्त करवाया। 

सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग पर यह वार्ता आश्चर्य भरी रही। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पूजा छाबड़ा दोनों व्हील चेयर पर थे। गहलोत के पैरों पर पट्टियां और पूजा के हाथों पर पट्टियां। पूजा छाबड़ा अशोक गहलोत को भाई साहब कह कर बात करती रही और अशोक गहलोत ने बीसियों बार पूजा के सिर पर हाथ फेरते बात की। दोनों ने एक दूसरे के स्वास्थ्य की पूछ की और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

गहलोत ने कहा आप स्वस्थ हो जाएं मैं भी स्वस्थ हो जाऊं। तब रामलुभाया जी को कह दूंगा और आप, बाबूसिंह बृजलाल जी और उनसे मिल कर  वार्ता कर लेना और दस्तावेज आदि जो हों वे दे देना। पूजा छाबड़ा अत्यधिक कमजोरी के कारण कम बोल पाई। 

मुख्यमंत्री के तौरतरीके से सूरतगढ़ जिला बनने की संभावनाएं और अधिक मजबूत हुई।

इस वार्ता में गुरूशरण छाबड़ा और पूजा छाबड़ा के आंदोलनों के साथी बाबूसिंह खीची एवं बृजलाल कड़वासरा( मानकसर) और छाबड़ा जी के पुत्र पूजा के पति गौरव छाबड़ा मौजूद थे। 

यह वार्ता करीब एक घंटा चली। सूरतगढ़ जिला बनाओ वार्ता का मुख्य बिंदु था। शराबबंदी नशामुक्ति आंदोलन चलाती पूजा छाबड़ा सूरतगढ़ जिला बनाओ अभियान कैसे चलाने लगी? अशोक गहलोत ने यह बिंदु बड़ा माना। 

उन्होंने सराहना की और कहा कि गुरूशरण छाबड़ा जी का संकल्प पूरे देश में फैला दिया। 

पूजा ने कहा कि छाबड़ा जी के साथ हुए समझौतों को आप लागू करवाएं। पूजा ने कहा कि बिहार में शराबबंदी की मेरे वहां दौरे और अध्ययन की रिपोर्ट राजस्थान सरकार को दी हुई है उस पर विचार कर राजस्थान में भी वैसे ही कदम उठाए जाएं। शराब की आमदनी के बिना भी बजट बनता है और सभी सरकारी काम चल रहे हैं। गहलौत ने उक्त रिपोर्ट का अध्ययन करने विचार करने का आश्वासन दिया।

गहलोत ने बातचीत में स्व.गुरूशरण छाबड़ा को भी याद किया। छाबड़ा जी परिवार की नजदीकियां सूरतगढ़ को जिला बनाने की मांग पर प्रभाव डाल सकती हैं।

सन् 2018 में काग्रेस सरकार बनने के बाद 2019 में पहला बजट पेश करते हुए गहलोत ने कहा मेरे मित्र गुरूशरण छाबड़ा के नाम पर सूरतगढ़ राजकीय महाविद्यालय का नाम स्व.गुरूशरण छाबड़ा राजकीय महा विद्यालय करने की घोषणा करता हूं। 

* पूजा छाबड़ा की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ हुई इस जिला संबंधी वार्ता और भविष्य के निर्णय से सूरतगढ़ के जिला बनाने की संभावनाएं लग रही है। इस वार्ता से पूजा छाबड़ा  और उसके प्रभाव की चर्चा जोरों पर है। इससे

सूरतगढ़ की राजनीति निश्चित ही प्रभावित होगी।