- बच्चे अपने जीवन का मूल्य समझे : डॉक्टर अंजू बाजपई
सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 29 जून :
उत्थान संस्थान की ईकाई चाइल्ड लाइन टीम के पास एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग आर्गेनाइजेशन दिल्ली से फोन आया जिसमे उन्होंने बताया गया कि पश्चिम बंगाल की एक लड़की को कोई लड़का किडनैप करके यमुनानगर ले आया है।उसके फोन नंबर को ट्रेसिंग पर डाला गया है जिसकी लोकेशन यहां यमुनानगर गांव हरनोली की दिखाई जा रही है।
इस मामले की जानकारी थाना सदर जगाधरी की एसएचओ कुसुम बाला को दी गई जिसके उपरांत एक संयुक्त टीम बनाकर चाइल्डलाइन की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई की अध्यक्षता मे चाइल्डलाइन टीम बताए पते पर पहुंची। वहां पहुंचकर आस पास के लोगो से पूछताछ की गई मगर कोई भी उनको जानता नही था।सभी ने उन्हें पहचानने से मना कर दिया था।फिर भी कड़ी मसस्कत के बाद हमारी मेहनत रंग लाई और लड़की का पता चल पाया।लड़की वहां पर किराए के मकान में रह रही थी।लड़का वहां मौजूद नही था पूछने पर लड़की ने बताया की वह इस समय काम पर गया हुआ है।लड़की घबराई हुई थी।उसने बताया की हमे यहां आए हुए दो महीने ही गए है।हमने कोर्ट में जाकर शादी की है।लड़का और लड़की के उम्र संबंधित दस्तावेज चैक किए जिसमे लड़की की उम्र साढ़े 17 साल तथा लड़के की उम्र 25 साल पाई गई।
लड़के को सदर जगाधरी एसएचओ कुसुम जी ने अपनी सुपुर्दगी में लिया और वहां से तुरंत लड़की को चाइल्डलाइन टीम ने अपनी सुपुर्दगी मे लिया। तुरंत दिल्ली टीम को फोन कर बताया कि लड़की और लड़के का पता चल गया है उन्होंने बताया की पश्चिम बंगाल की पुलिस टीम एक दो दिन मे वहां पहुंच जाएगी और लड़की और लड़के को अपने साथ ले जाएगी।लड़की को वहां से रेस्क्यू कर के वन स्टॉप सेंटर भेज दिया गया।आज पश्चिम बंगाल से पुलिस टीम यहां यमुनानगर पहुंची और सदर जगाधरी से लड़के को अपनी सुपुर्दगी मे लिया और चाइल्डलाइन टीम के माध्यम से व सीडब्ल्यूसी की अध्यक्षता मे लड़की को अपनी सुपुर्दगी में लिया।
चाइल्डलाइन की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने बच्चों के भविष्य के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए अपील की है कि जिस उम्र में बच्चे खेल कूद कर अपना सुनहरा बचपन जीते हैं वही बच्चे आगे चलकर अपनी एक छोटी सी गलती से अपने भविष्य को बिगाड़ देते है।बच्चो को समझना चाहिए कि यह उम्र उनकी अपने भविष्य बनाने की है। मौके पर चाइल्डलाइन टीम से स्वाति ,सुमित सोनी हनी मौजूद रहे।