सूरतगढ़ चुनाव 23 – सर्वे की चर्चा 
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, करणीदानसिंह राजपूत, सूरतगढ़ – 28 जून :
सूरतगढ़ विधानसभा सीट लगातार 2013 और 18 में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद से अब वर्तमान में 2023 के चुनाव के लिए जबरदस्त घमासान दोनों पार्टियों कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी में चर्चित हो रहा है।
सूरतगढ़ सीट पर सर्वे होने और उसमें इन नामों से पूछताछ हुई शहर और गांव में वे नाम भी चर्चा में आ रहे हैं।
* भारतीय जनता पार्टी में सीट के लिए जबरदस्त कशमकश है। प्रत्याशियों की संख्या संख्या सर्वाधिक है। भारतीय जनता पार्टी के जो नाम सर्वे में सुने जा रहे हैं जिनके नाम से सर्वे हुआ है।* उनमें वर्तमान विधायक रामप्रताप कासनिया, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह भादू,पूर्व विधायक अशोक नागपाल,नए चेहरों में नरेंद्र घिंटाला, विजेंद्र सिंह,मोहन पूनिया पेपसिंह राठौड़, सुभाष गुप्ता और आरती शर्मा के नाम हैं।
कांग्रेस पार्टी में पहले चुनाव लड़ चुके हनुमान मील, पंचायत समिति के प्रधान हजारी राम मील, डूंगरराम गेदर, बलराम वर्मा और परमजीत सिंह रंधावा के नाम चर्चा में है जिन पर सर्वे हुआ है।
- बहुजन समाज पार्टी के केवल एक महेंद्रसिंह भादू का नाम से पूछा गया।
- एक और सर्वे में भाजपा के बहुत सीमित नाम आ रहे हैं। इनमें राजेंद्र सिंह भादू नए चेहरे में नरेंद्र घिंटाला और आरती शर्मा का नाम है। भारतीय जनता पार्टी के इन सर्वे में देखा जाए तो राजेंद्र सिंह भादू नरेंद्र घिंटाला आरती शर्मा का नाम हर एक में आ रहा है।
- लोगों ने सर्वे करने वालों को क्या बताया है यह भी कुछ कुछ मालूम पड़ रहा है। वर्तमान विधायक को पसंद किया जा रहा है या नहीं किया जा रहा है इस पर व्यापक पूछताछ हुई है। लोगों ने नए चेहरे नए नाम की पसंद अधिक बताई है।
👍 भारतीय जनता पार्टी में अधिक कशमकश चल रही है जिसमें राजेंद्र भादू,नरेन्द्र घिंटाला और आरती शर्मा को अधिक बताया गया है। इन तीनों में भी राजेंद्र भादू और नरेन्द्र घिंटाला के नाम प्रमुखता में सुने गये हैं।
👍 कांग्रेस पार्टी में जनता के बीच यह माना जा रहा है कि हनुमान मील को टिकट फिर से मिलेगी। पार्टियों में अमूमन एक हार पर टिकट काटी नहीं जाती। लेकिन डुंगरराम गेदर का नाम जन चर्चा में अधिक हो रहा है।
👍 राजस्थान में टिकटें किन को देनी है और नहीं देनी है इस पर अभी कोई अंतिम निर्णय भाजपा और कांग्रेस में नहीं हुआ है।
👍👍 चुनाव तक सर्वे में और नामों पर भी पूछताछ हो सकती है।
👍👍👍 भाजपा और कांग्रेस में अनेक टिकटार्थी हैं जिनके नाम हैं मगर उनके नाम से पूछा नहीं गया। चुनाव तक सर्वे पूछताछ और अधिक गंभीर होगी। ०0०