मिनर्वा अब बेंगलुरू साई सेंटर में भी तैयार करेगी फुटबॉलर-द फैक्ट्री के नाम से मशहूर सिटी क्लब ने शुरू की रेजिडेंशियल एकेडमी

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 28       जून   :

भारतीय फुटबॉल की फैक्ट्री के नाम से मशहूर मिनर्वा एकेडमी ने अब बेंगलुरू स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया(साई) सेंटर में नई रेजिडेंशियल एकेडमी शुरू करने की घोषणा की है। मिनर्वा यहां पर फुटबॉलरों को मौका देकर गेम को विकसित करने की कोशिश करेगी। यहां पर फुटबॉलर को तैयार करते हुए देश की फुटबॉल की क्रांति लाने का प्रयास किया जाएगा।

मिनर्वा ने देश को शीर्ष फुटबॉलर दिए हैं जो अलग-अलग स्तर पर लगातार देश के लिए खेल रहे हैं। साई बेंगलुरू में नई ब्रांच में भी वे इसे दोहराना चाहते हैं। यहां उनके स्किल्स, टैक्टीकल अवेयरनेस, फिजिकल ट्रेनिंग और मेंटल ट्रेनिंग पर ध्यान दिया जाएगा। कार्यक्रम का उद्देश्य घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर के लिए फुटबॉलर तैयार करना है।

पूर्व मिनर्वा खिलाड़ी और भारतीय टीम के डिफेंडर अनवर अली इस प्रयास से खुश हैं। उन्होंने कहा कि मिनर्वा अकादमी ने मेरे करियर को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बेंगलुरू साई में भी कई फुटबॉलरों के करियर को आकार दिया जाएगा। वे अपने कौशल को निखारने, शीर्ष स्तर की कोचिंग प्राप्त करने और पेशेवर फुटबॉल माहौल में खुद को तैयार करेंगे। मेरा पूरा विश्वास है कि यह पहल भारत में फुटबॉल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

मिनर्वा के खिलाड़ी और एकमात्र फीफा गोल करने वाले जैक्सन सिंह ने कहा कि मिनर्वा एकेडमी को भारतीय फुटबॉल की ‘फैक्ट्री’ कहा जाता है, क्योंकि ये कौशल, अनुशासन और प्रतिभावान खिलाड़ियों का लगातार तैयार करती है। बेंगलुरू से भी आप कई फुटबॉलर निकलते हुए देखेंगे। यहां से कई भविष्य के सितारे निकलेंगे। कई अच्छे फुटबॉलर देश को मिलेंगे।

नए सेंटर में प्लेयर्स 11-ए-साइड फीफा अनुमोदित टर्फ पर ट्रेनिंग करेंगे। मैदान के साथ उन्हें क्लास रूप में सेशन और वीडियो सेशन का भी अनुभव कराया जाएगा। अनुभवी कोच उनके साथ काम करेंगे।

एकेडमी के डायरेक्टर रंजीत बजाज ने कहा, “हम प्रतिष्ठित बेंगलुरु साई सेंटर में रेजिडेंशियल एकेडमी के विस्तार के लिए बेहद रोमांचित हैं। हमारा लक्ष्य युवा प्रतिभाओं को एक अच्छा वातावरण प्रदान करना है जहां वे फुटबॉल खिलाड़ी दोनों के रूप में विकसित हो सकें। हमारा दृढ़ विश्वास है कि यह पहल भारतीय फुटबॉल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगी और कुशल व समर्पित खिलाड़ियों की एक नई पीढ़ी तैयार करेगी जो देश को गौरवान्वित करेगी।”