अध्यापकों की नैतिक ज़िम्मेदारी बनती वो बच्चों को जीवन में आने वाली चुनौतियों से लड़ने के लिये तैयार करें : प्रियंका पूनिया
संदीप सैनी,डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकुला – 28 जून :
आज जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पंचकुला में चल रहे अध्यापकों के ट्रेनिंग कार्यक्रम में प्रसिद्ध शिक्षाविद् तथा स्टेट अवार्डी प्रियंका पुनिया ने इमोशन केयर तथा सकारात्मक सोच पर पीजीटी साइंस के अध्यापकों को अपना व्यक्तव्य दिया ।
अध्यापकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिये इमोशनल इंटेलिजेंस का बहुत महत्व है ।अध्यापकों को सबसे पहले अपने मानसिक तथा भावात्मक स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा । उन्हें अपनी सकारात्मक सोच पर कार्य करना होगा । सकारात्मक सोच बच्चों को प्रेरणा देने में सहयोग करती है ।
अध्यापकों को बच्चों का मनोबल बढ़ाने तथा उन्हें जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना करने का तरीक़ा सिखायें । उन्होंने बच्चों को होने वाली मानसिक तनाव तथा आत्महत्याओं पर गंभीर होते हुए अध्यापकों से अपील कि उनको छात्रों की भावनाओं के लिए स्वेंदनशील होने की ज़रूरत है । यह उनकी नैतिक ज़िम्मेदारी है कि सिलेबस के साथ साथ उनके भावात्मक विकास पर कार्य करें ताकि आने वाले जीवन में वो हार ना मानें ।श्रीमती पुनिया ने अध्यापकों को प्रेरित करते हुए कहा की परमात्मा ने उन्हें बच्चों का जीवन संवारने का कार्य सौंपा है । उन्हें इसे काम ना समझ के दिल से इबादत के रूप में करना चाहिए ।
श्रीमती पुनिया ने कहा कि आप बच्चों को बड़े सपने देखने तथा बड़े लक्ष्य निर्धारित करने के लिए सक्षम बनाए । साथ ही तनावमुक्त हो कर अपने लक्ष्य की और बढना सिखायें । श्रीमती पुनिया के अनुसार अध्यापक बच्चे का जीवन निर्माता होता है इसलिये उसमे बच्चे का हर भाव समझने की क़ाबिलियत होनी चाहिये । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पंचकुला के प्रधानाचार्य श्री महा सिंह सिंधु ने श्रीमती पुनिया का धन्यवाद किया । श्री महा सिंह सिंधु ने कहा कि इस व्यक्तव्य से अध्यापकों को बच्चों के भाव समझने में निश्चित रूप से सहायता मिलेगी ।
उनके अनुसार समय समय पर अध्यापकों का मनोबल बढ़ाने के लिये भविष्य में भी इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करवाया जायेगा ।