Sunday, December 22

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 28       जून   :

फेडरेशन आफ ऑटोमोबाइल डीलर्स आफ चंडीगढ़ के पदाधिकारियों ने भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद से मीटिंग के दौरान की गई चर्चा के दौरान हैरानी ज़ाहिर की गई कि ‘चंडीगढ़ स्मार्ट सिटी’ योजना के तहत यूटी प्रशासन ने कार्बन न्यूट्रल सिटी बनाने हेतु शहर में इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) नीति लागू तो कर दी है, लेकिन बड़ा सवाल है कि इस योजना को करने के लिए पर्याप्त इंफ्रास्ट्रक्चर है ही नहीं। इसके साथ ही प्रशासन ने बिना कोई तैयारी किये जल्दबाजी में ईवी पॉलिसी लागु कर शहर वासियों के लिए समस्या खड़ी कर दी है। फेडरेशन के प्रेसिडेंट रंजीव दहूजा ने प्रशासन के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि यदि शहर में अन्य राज्यों से पेट्रोल और डीजल के वाहन बदस्तूर आते रहे तो चंडीगढ़ कार्बन न्यूट्रल सिटी किस प्रकार हो पाएगी। उन्होंने कहा कि जब तक दिल्ली की तर्ज पर अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों पर लगाम नहीं लगती, तब तक यह समस्या हल नहीं होगी, वैसे भी अभी शहर का इंफ्रास्ट्रक्चर इसके लिए तैयार नहीं है व सारे भारत में कहीं भी और इस तर्ज पर ई वी पालिसी लागू नहीं हुई तो फिर चंडीगढ़ के साथ ऐसा सौतेला व्यवहार क्यों हो रहा है।