यमुनानगर में 32 खनन साइटों को छोड़कर सिर्फ दो साइटों का दौरा करना पीसीए टीम की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है : दिलबाग सिंह
कोशिक खान, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, छछरौली – 24 जून :
यमुनानगर से पूर्व विधायक और खनन कारोबारी दिलबाग सिंह ने लोक लेखा समिति द्वारा यमुनानगर के खनन क्षेत्रों के दौरे पर गंभीर सवाल उठाये है।
पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने कहा की दस सदस्यों में केवल तीन सदस्य ही यमुनानगर दौरे पर आये और उनमे भी एक ऐसा विधायक था जो खुद यमुनानागा में खनन कारोबार से जुड़ा हुआ है। पूर्व विधायक ने कहा यमुनानगर ने खनन की 32 साइट्स में केवल दो साइट्स पर ही विजिट करना पीएसी की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है। यमुनानगर के पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने लोक लेखा समिति द्वारा यमुनानगर के खनन क्षेत्रों के दौरे पर अपना बयान जारी किया है।
दिलबाग सिंह ने कहा की उन्हें नहीं पता की समिति के सदस्य क्या रिपोर्ट देंगे उन्हें नहीं पता लेकिन पी ए सी यह विजिट संदेह के घेरे में है। उन्होंने लोक लेखा समिति के सदस्य सुरेंदर पंवार पर गंभीर आरोप लगते हुए कहा की जो व्यक्ति खुद माइनिंग कारोबार से जुड़ा हुआ हो वो इन्साफ नहीं कर सकता। दिलबाग सिंह ने कहा की जो तीन विधायक खनन की विजिट पर आये थे उनमे दो को इतनी जानकारी नहीं थी लेकिन सुरिंदर पंवार उनको लीड कर रहे थे जो की यमुनानगर में खुद खनन कारोबार से जुड़े हुए है। उन्होंने ने खुल कर आरोप लगाए की यमुनानगर जिला में लगभग 32 खनन साइट्स है। जिनमे में बहुत सारे पॉइंट बंद है और बहुत सारे पॉइंट चल रहे हैं। लेकिन लोक लेखा समिति के विजिट पर आए हुए तीन सदस्य केवल दो साइट्स पर गए जो की बंद थी और दोनों एक दूसरी से लगभग 25 किलोमीटर की दुरी पर थी। लेकिन रास्ते में जो पॉइंट चल रहे थे। वह लोग वहा नहीं गए जहा खनन का काम हो रहा था।
दिलबाग सिंह ने आरोप लगाया कि वहां टीम के सदस्य इसलिए नहीं गए क्योंकि जो टीम का मेंबर विधायक उनके साथ था वह पॉइंट उनके थे। पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने लोक सेवा समिति के सदस्य सुरेंद्र पवार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि वह पिछले 25 सालों से खनन कारोबार से जुड़े हुए हैं और उनके खनन में पार्टनर भी रहे हैं, उन्होंने कहा कि सुरेंद्र पवार द्वारा समिति के सदस्यों को गुमराह किया गया है और वह चाहते हैं कि खनन का कारोबार उनके अधीन चले जिसके चलते वह बहुत सारे छोटे खनन कारोबारियों को धमकाते भी रहते हैं दिलबाग सिंह ने कहा कि यमुनानगर में दो ही बड़े कारोबार है। जिनमें एक प्लाईवुड है और दूसरा खनन का कारोबार है उन्होंने कहा कि खनन के कारोबार में लाखों लोग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं और उनका रोजगार चल रहा है लेकिन सोनीपत के विधायक चाहते हैं कि खनन कारोबार में उनके मनोपली हो और वह मनमर्जी कर सके इसीलिए जो खनन साइट उनके प्रतिस्पर्धा में चलाई जा रही हैं वह उनको किसी न किसी तरह सें बंद करवाना चाहते हैं।
पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने कहा कि जब तक हरियाणा में कांग्रेस की सरकार रही तब तक खनन कारोबार बंद रहा, और जैसे ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार सत्ता में आई उन्होंने लोगों को रोजगार देने के उद्देश्य से खनन कारोबार को खोल दिया और लाखों बेरोजगार को खनन कारोबार से जुड़ कर रोजगार मिला, लेकिन सोनीपत के विधायक यमुनानगर में खनन कारोबार को बंद करवाना चाहते हैं, और इसी के चलते लोक लेखा समिति के सदस्यों को गुमराह कर विधायक उन साइटों पर ले गए जहां पर कारोबार नियमों के अनुसार चल रहा था उन्होंने कहा कि 50 या 100 एकड़ जमीन में माइनिंग एक तरफ से शुरू होती है ना के बीच से, लेकिन सोनीपत के विधायक सदस्यों को वहां लेकर गए जहां पर माइनिंग बंद थी पूर्व विधायक दिलबाग सिंह ने लोक लेखा समिति के यमुनानगर में आई हुई टीम के दोनों सदस्यों को गुमराह करने का आरोप लगाया।