Sunday, December 22

हिसार/पवन सैनी
जादूगर शिव कुमार 23 जुलाई से सुशीला भवन में अपनी जादुई कला का प्रदर्शन करेंगे। वे आज पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मौके पर शिवा मेजिको के मैनेजर मोतीलाल यादव, हवासिंह दहिया व मीडिया प्रभारी संजय बागड़ी आदि मौजूद थे।  जादूगर ने कहा कि दरअसल जादू कोई चमत्कार या दैवीय शक्ति नहीं है बल्कि यह एक प्राचीन कला है, या यूं कहें की हाथ की सफाई है। जादू करते समय वास्तव में जो होता है वह दिखता नहीं है और जो दिखता है वह होता नहीं है। लगातार अभ्यास, लगन व एकाग्रता से यह सब कुछ आसानी से किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि आजकल इंटरनेट व टेलीविजन पर दिखाए जाने वाले बहुत से शो के दौरान अश्लीलता की भरमार होती है और ऐसे भद्दे संवाद होते हैं कि परिवार के लोग एक साथ बैठकर नहीं देख सकते जबकि उनका मैजिक शो एक पारिवारिक शो है जिसको परिवार के सभी लोग एक साथ बैठकर देख सकते हैं।  जादूगर शिव कुमार को एशिया प्राइड अवॉर्ड, राष्ट्र गौरव अवॉर्ड, डायमंड अवॉर्ड व जीनियस वर्ल्ड रिकॉर्ड सहित सैकड़ों अवॉर्ड मिल चुके हैं, वहीं जादू जगत में आज वो एक चमकते सितारे के रूप में जाने जाते हैं। गिनिज बुक आॅफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाकर वो देश का नाम रोशन करने वाले एकमात्र जादूगर हैं। जादूगर शिव कुमार ने बताया कि मंच पर करोड़ों रुपये की वर्षा, डायनासोर का मंच पर अचानक प्रवेश व महात्मा गांधी का प्रकट होना जैसे बहुत से जादू हिसार की जनता अब उनके अंतरराष्ट्रीय स्तर के जादू मंच पर आसानी से देख पाएगी। उन्होंने बताया कि दरअसल असंभव दिखने वाली चीजें सहजता से संभव कर दिखाना ही जादू है। वास्तव में जादू एक कला है और इसे ललित कला में शामिल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जादू भारत की प्राचीन कला है जो संरक्षण के अभाव में लुप्त होने के कगार पर है। यदि सरकार जादू कला को प्रोत्साहित करे तो बहुत से युवा इस क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए रोजगार की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं साथ ही इस बेहतरीन कला को विलुप्त होने से बचाया भी जा सकेगा।
   उन्होंने कहा कि जादू जहां स्वस्थ मनोरंजन का पोषक है, वहीं दिमाग की बत्ती जलाने का भी काम करता है। इसलिए बच्चों व युवाओं को अपने अभिभावकों के साथ जादू के शो अवश्य देखने चाहिएं। हमारे द्वारा जादू शो के दौरान समाज को जागरूक करने वाले संदेश भी प्रेषित किए जाते हैं।