सत्संग के लिए मन की पवित्रता जरूरी : रामचरण गुप्ता 
बाबा बालक नाथ मंदिर में विशेष सत्संग का आयोजन
हिसार/पवन सैनी
तरसेम नगर स्थित मंदिर सिद्ध बाबा बालक नाथ एवं दुर्गा माता में आज रविवार पर विशेष सत्संग समारोह का आयोजन किया गया। सत्संग के दौरान मंदिर प्रांगण में भंडारा लगाया गया जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। श्रद्धालु बाबा बालकनाथ के भजनों पर जमकर झूमें। श्रद्धालुओं को प्रवचन देते हुए मंदिर के मुख्य सेवक राम चरण गुप्ता ने कहा कि सत्संग में मन की पवित्रता जरूरी है। मन की पवित्रता के बिना सत्संग का कोई लाभ नहीं है। उन्होंने कहा कि जैसे साबुन से हम अपने शरीर का मैल साफ करते हैं उसी तरह सत्संग हमारे मन के अंदर के मेल को साफ करता है। मन की पवित्रता से जब अंदर रोशनी होती है तब इंसान बुरे कर्मों की ओर कदम नहीं रखता और सुखी जीवन जीता है। संसार में सुख जीवन जीने के लिए सत्संग सर्वोत्तम साधन है जिससे कि पिछले बुरे कर्मों से भी मनुष्य को मुक्ति मिलती है। रामचरण गुप्ता ने कहा कि हमें बच्चों को बचपन से ही गुरु की शरण में रखना चाहिए। गुरु की शरण से मिले ज्ञान से बच्चे रास्ता भटकने की बजाय सही मार्ग पर चलते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों को ऐसा संस्कारवान बनाओ कि कि हमें धन के पीछे दौड़ने की जरूरत ना पड़े। जब बच्चे संस्कारवान बनकर उन्नति के मार्ग पर दौड़ेंगे तो हमारी धन कमाने की इच्छा वैसे ही कम हो जाएगी। राम चरण गुप्ता जी ने कहा कि सत्संग में लगाया गया एक एक पल कभी व्यर्थ नहीं जाता। रामचरण गुप्ता ने कहा कि हमें बुजुर्गों को कभी बोझ नहीं समझना चाहिए। बुजुर्ग माता-पिता की सेवा कर हम जो आशीर्वाद प्राप्त करेंगे उससे बड़ा कोई आशीर्वाद नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि जब हम अपने बुजुर्ग माता-पिता की सेवा करेंगे तो हमारे बच्चे भी उसी रास्ते पर स्वंय चलना शुरू हो जाएंगे जोकि आने वाले दिनों में हमारे लिए भी शुभ संकेत होंगे।