सेम जेंडर में विवाह करना भारतीय संस्कृति व धर्म पर बहुत बड़ा प्रहार : विश्व हिन्दू तख्त प्रमुख शांडिल्य
- जिस देश में 2 या 3 गोत्र शादी के लिए छोड़े जाते हैं, वहां सेम जेंडर में विवाह देश के लिए बड़ा खतरा : वीरेश शांडिल्य
- खाप पंचायतों को सेम जेंडर विवाह पर सड़कें जाम करनी चाहिए : वीरेश
- सेम जेंडर विवाह में विश्व हिन्दू तख्त देगा पार्टी बनने के लिए सुप्रीम कोर्ट में एप्लीकेशन : वीरेश
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, नई दिल्ली – 15 जून :
विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि जो लड़के लड़कों के साथ व लड़की लड़कियों के साथ सेम जेंडर विवाह कर रही है, वह भारतीय संस्कृति, हमारे ग्रंथों व सनातन धर्म पर बहुत बड़ा हमला है। सेम जेंडर विवाह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है। विश्व हिन्दू तख्त सेम जेंडर विवाह के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में एप्लीकेशन देने जा रहा है जिसकी पैरवी हाईकोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट एवं विश्व हिन्दू तख्त के कानूनी सलाहकार अतुल लखनपाल करेंगे। शांडिल्य ने कहा कि जिस भारत में माता पिता, दादी का गौत्र छोड़ा जाता है, उस देश में लड़कियां लड़कियों के साथ व लड़के लड़कों के साथ विवाह कर रहे हैं। आखिर हमारा देश कहां जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट को इस पर जबरदस्त फैसला देना चाहिए और सनातन धर्म व सनातन संस्कृति व हमारे ग्रंथों पर हमला बोलने वाले ऐसे घटिया मानसिकता के लोगों को जेल में भेजा जाए जो देश का माहौल खराब कर रहे हैं। देश की युवा पीढ़ी को पथभ्रमित कर रहे हैं। विश्व हिन्दू तख्त के प्रमुख वीरेश शांडिल्य ने कहा कि यौन शोषण के मामले में बृजभूषण के खिलाफ खाप पंचायतें सड़कों पर उतर आई। क्या देश की खाप पंचायतें सेम जेंडर में विवाह करने से सहमत है। इस पर खाप पंचायतें श्वेत पत्र जारी करे। यदि खाप पंचायते इसका विरोध करती है तो इस विषय को लेकर खाप पंचायतें विश्व हिन्दू तख्त के साथ देश के रोड जाम करें और सुप्रीम कोर्ट को भी इस पर ऐसा फैसला देना चाहिए कि कोई अपने निजी स्वार्थों के चलते सनातन धर्म को बदनाम करने की हिम्मत न जुटा पाए।