एचएसएससी की परीक्षा को लेकर परीक्षार्थी गुमराह होने से बचें : डॉ. भारद्वाज

  • एचएसएससी के पूर्व सदस्य बोले, आयोग के समक्ष भर्ती को सफलतपूर्वक संपन्न करवाना रहेगा बड़ी चुनौती
  • कहा, चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी काफी अनुभवी व्यक्ति

मुनीश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, हिसार  – 12        जून   :

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के पूर्व सदस्य डॉ. हर्षमोहन भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग की परीक्षा को लेकर जहां अभ्यार्थी पूरी तैयारी में लगे हुए हैं, वहीं आयोग को भी परीक्षाओं को निष्ठापूर्वक व ईमानदारी से संपन्न करवानी होगी। अपने निजी कार्यालय में बातचीत करते हुए डॉ. भारद्वाज ने कहा कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी सहित सभी सदस्यों के पास अनुभव की कोई कमी नहीं है फिर भी परीक्षा को लेकर असामाजिक तत्वों द्वारा अभ्यार्थियों को भ्रमित करने से रोकने की भी कड़ी चुनौती है। साथ ही पारदर्शिता व योग्यता के आधार पर नौकरी देने का आयोग का संकल्प है, उसे भी सफलतापूर्वक व निर्विवादपूर्वक संपन्न करवाना होगा ताकि आयोग की छवि पर कोई अंगुली न उठा सके तथा हरियाणा के बेरोजगार नवयुवकों का योग्यता के आधार पर नौकरी मिलने का विश्वास कायम रह सके।

एचएसएससी के पूर्व सदस्य ने कहा कि उनका अपना अनुभव है कि परीक्षाओं के दौरान आयोग को जहां काफी चुनौतियों से गुजरना पड़ता है, वहीं परीक्षार्थियों को बरगलाने वाले असामाजिक तत्वों से भी सख्ती निपटना पड़ता है। डॉ. भारद्वाज ने परीक्षार्थियों का आह़वान किया उन्हें परीक्षा को लेकर अनन्य लोगों व तत्वों द्वारा विभिन्न तरह से बरगलाया जा सकता है, ऐसे में उन्हें अपने विवेक से काम लेना होगा और परीक्षा को लेकर पूरी लगन और मेहनत से तैयारी करनी होगी।  कड़ी मेहनत कभी व्यर्थ नहीं जाती और उसका फल अवश्य मिलता है। उन्होंने कहा कि एचएसएससी के चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी काफी अनुभवी व ईमानदार व्यक्तित्व के धनी है क्योंकि वे उनके साथ आयोग के सदस्य के रूप में कार्य कर चुके हैं। ऐसे में वे योग्य युवाओं को योग्यता के आधार पर आगे लाने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। डा. भारद्वाज ने कहा कि चेयरमैन के अलावा आयोग के अन्य सदस्यों के पास भी परीक्षाओं को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने की क्षमता व योग्यता है।

एचएसएससी के पूर्व सदस्य डॉ. भारद्वाज ने कहा कि  वर्ष 2018-19 में डी ग्रुप की बड़े स्तर पर परीक्षा ली गई थी। उस समय प्रदेश के काफी युवाओं ने आवेदन किया हुआ था। उस वक्त भोपाल सिंह खदरी और वे स्वयं भी आयोग के सदस्य के रूप में कार्यभार देख रहे थे। उन्होंने बताया कि उस वक्त आयोग के समक्ष थोड़े समय में इतनी बड़ी परीक्षा को सफलतापूर्वक संपन्न करवाने की एक बड़ी चुनौती थी। डा. भारद्वाज ने किया कि उस वक्त कर्मचारी चयन आयोग ने एक विशेष रणनीति के तहत कार्य करते हुए न केवल परीक्षा को बहुत ही कम समय में सफलतापूर्वक संपन्न करवाया बल्कि परीक्षार्थियों को गुमराह करने की फिराक में बैठे असामाजिक तत्वों के मुंह पर तमाचा भी लगाया था। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि इस भर्ती की गूंज पूरे प्रदेश ही नहीं बल्कि आसपास के अन्य प्रदेशों में भी गूंजी थी और आयोग के साथ सरकार की भी काफी वाहवाही हुई थी।  डॉ. भारद्वाज ने कहा कि इस भर्ती के बाद सोशल मीडिया पर कमेंट के रूप में यह भी तेजी से वायरल हुआ था कि पहले बेटा बाप को किसी दूसरे युवक के नौकरी लगने पर उदाहरण देते हुए कहता था कि उसके बाप ने अपने बेटे को नौकरी लगवा दिया है, वहीं इस भर्ती के बाद बाप अपने बेटे को दूसरे युवक का उदाहरण देते हुए कहता था कि बेटे पढ़ ले फलां का बेटा मैरिट के आधार पर नौकरी लग गया है। डॉ. भारद्वाज ने कहा कि उन्हें आशा ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के  चेयरमैन भोपाल सिंह खदरी व अन्य सदस्य भर्ती को सफलतापूर्वक संपन्न करवाकर यही उदाहरण एक बार फिर दोहराएंगे। उन्होंने परीक्षार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें ज्यादा से ज्यादा मेहनत करने का आह्वान किया।