मुख्यमंत्री द्वारा एक साल के अंदर 35वां जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र लोगों को समर्पित

पंजाब जल्द ही स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली और रोज़गार के क्षेत्र में अग्रणी राज्य होगा
आगामी दिनों में 75-100 और आम आदमी क्लीनिक लोगों को समर्पित किये जाएंगे
15 अगस्त तक 15 ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ होंगे स्थापित
विरोधी पक्षों के नेताओं को पंजाबियों के मन से विमुख हो चुके लोगों की ‘जुंडली’ बताया
पिछले समय में भ्रष्ट सरकारों ने राज्य का बेड़ा गर्क किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : लोगों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सहूलतें देने के उद्देश्य से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज खरड़ में 35वां जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र लोगों को समर्पित किया।
यहाँ 8.59 करोड़ रुपए की लागत वाला अत्याधुनिक सहूलतों से लैस 50 बिस्तरों की क्षमता वाला जच्चा-बच्चा देखभाल केंद्र लोगों को समर्पित करने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केंद्र गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों की बेहतर ढंग के साथ संभाल करने के लिए ज़रूरी सहूलतें मुहैया करवाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि एक साल के अंदर 45 स्वास्थ्य केन्द्रों में से 35 स्वास्थ्य केंद्र समर्पित किये जा चुके हैं और अगले दिनों में ऐसे और अस्पताल स्थापित किये जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने सत्ता में आने के पहले दिन से स्वास्थ्य, शिक्षा, रोज़गार और बिजली के क्षेत्र को प्रमुख तौर पर प्राथमिकता दी है। भगवंत मान ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में अब तक 584 आम आदमी क्लीनिक खोले जा चुके हैं जहाँ से अब 31.19 लाख लोग इलाज करवा चुके हैं। उन्होंने जल्द ही 75 से 100 क्लीनिक और खोलने का ऐलान किया जिससे लोगों को घर के नज़दीक ही स्वास्थ्य सहूलतें दीं जा सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को मुफ़्त घरेलू बिजली देने की भी गारंटी दी थी और हमारे विरोधी दोष लगाते थे कि यह गारंटी कभी पूरी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि इस समय पर 88 प्रतिशत घरों का बिजली बिल ज़ीरो आ रहा है।
शिक्षा के क्षेत्र की बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी स्कूलों का स्तर ऊँचा उठाने के नतीजे सामने आने लगे हैं और इस बार पाँचवी, आठवीं, दसवीं क्लासों के नतीजों में से सरकारी स्कूलों के बच्चों ने बाज़ी मारी है और उन्होंने ख़ुद इन बच्चों को 51- 51 हज़ार रुपए का नकद इनाम देकर हौसला बढ़ाया। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है क्योंकि लोगों को सरकारी संस्थाओं पर अब विश्वास होने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार की तरफ से स्कूल प्रिंसिपलों और अध्यापकों को सिंगापुर भेजा गया और अब फिनलैंड भेजा जा रहा है जिससे बच्चों के शख्सियत विकास के लिए कोई कसर बाकी न रहे।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि 15 अगस्त तक राज्य में 15 ‘स्कूल ऑफ एमिनेंस’ स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह स्कूल उच्च् वर्ग दर्जे की सहूलतों के साथ लैस होंगे। भगवंत मान ने कहा कि इन स्कूलों में विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग, लॉ, कामर्स, यू. पी. एस. सी. और एन. डी. ए. सहित पेशेवर और मुकाबले की परीक्षाओं पर ज़ोर दिया जायेगा।
रोज़गार का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च, 2022 से लेकर अब तक नौजवानों को 29237 सरकारी नौकरियाँ दीं जा चुकीं हैं और यह नौकरियाँ केवल मेरिट के आधार पर दीं गई हैं। उन्होंने कहा कि समूची भर्ती प्रक्रिया के दौरान ठोस कार्य-विधि अपनाई गई जिस कारण 29000 से अधिक नौकरियों में से एक भी नौकरी को अदालत की चुनौती का सामना नहीं करना पड़ा। हमारी सरकार पी. आर. टी. सी. को लाभ में लिया रही है और इसी तरह मिलकफैड को और प्रफुल्लित करने के लिये कदम उठा रही है।
राज्य में अलग-अलग सरकारी अदारों का बेड़ा गर्क करने के लिए पिछली सरकारों पर तीखा निशाना साधते हुये भगवंत मान ने आज कहा कि इन सरकारों ने अपने निजी हितों की खातिर स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सरकारी संस्थाओं को बुरी तरह अनदेखा करके लोगों को प्राईवेट संस्थाओं के रहमो-कर्म पर छोड़ दिया था।
सरकारी क्षेत्रों के प्रति पिछली सरकारों की बेरुख़ी का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह दुख की बात है कि पिछली हकमूतों के मौके पर रिवायती पार्टियों के नेता स्वास्थ्य, शिक्षा, परिवहन और अन्य क्षेत्रों में प्राईवेट लोगों की एकाधिकारी कायम करवाने के लिए सरकारी अदारों को बुरी तरह खराब कर देते थे जिससे लोगों के पास कोई रास्ता न बचे। इन राजनीतिज्ञों के लिए ‘जिस राज का राजा व्यापारी, उस राज की जनता भिखारी’ का कथन इस्तेमाल करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राजनीतिज्ञ अपना कारोबार बढ़ाने के लिए इतने लालची होते थे कि अधिक ग्राहकों वाली गोल-गोप्पी की रेहड़ी में हिस्सा डालने से गुरेज़ नहीं करते थे।भगवंत मान ने कहा कि इन रिवायती पार्टियों ने सरकारी अस्पतालों और स्कूलों को हाशिये पर धकेल दिया था जिससे प्राईवेट लोगों के लिए दरवाज़े खोले जा सकें। उन्होंने कहा कि ख़स्ता हाल हो चुकी स्वास्थ्य संस्थाओं के कारण लोगों को महँगा इलाज करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता था। इसी तरह इन राजनीतिज्ञों ने अपने कारोबारी हितों के लिए सरकारी बसों को बड़ा नुकसान पहुंचाया था और प्राईवेट बसों के लिए मनमर्ज़ी के टाईम टेबल बनाऐ जाते थे।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “ऐसी मनमानियों का समय बीत चुका है और अब पंजाब में आम लोगों की सरकार है जहाँ सरकारी अस्पतालों और स्कूलों-कालेजों को मज़बूत करने के लिए प्राथमिकता दी जा रही है। रिवायती पार्टियों के नेता अपने बेटियों-पुत्रों का कारोबार बढ़ाने के लिए काम करते थे परन्तु मैं पंजाब के विकास के लिए समर्पित भावना के साथ काम कर रहा हूं। “
विरोधी पार्टियों के नेतायों को पंजाबियों के मन से विमुख हो चुके लोगों की ‘जुंडली’ बताते हुये भगवंत मान ने कहा कि जब इन नेताओं को सरकार में कोई कमी नज़र नहीं आती तो बिना मुद्दा के यह नेता निजी तौर पर दूषनबाजी पर उतर आते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, “इन लोगों की पंजाब के खजाने को लूटने वाली दुकानों अब बंद हो चुकी हैं जिस कारण कोई और रास्ता न बचने के कारण अब यह सभी एक किश्ती में सवार होकर अपने राजनैतिक जीवन को बचाने के लिए हाथ-पैर मार रहे हैं। मैं आपकों चुनौती देता हूं कि अपने राजनैतिक अस्तित्व बचाने के लिए आपकी ऐसी चालबाजियाँ आपके काम नहीं आनी क्योंकि पंजाब के लोग आपका असली किरदार पहचान चुके हैं जिस कारण जालंधर लोक सभा के उप चुनाव में आपकों मुँह-तोड़ जवाब दे चुके हैं।“
नवजोत सिद्धू को आड़े हाथों लेते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि आदर्श किरदार की हुंकार भरने वाला राजनीतिज्ञ अपने घोर विरोधी बिक्रम मजीठिया को गले लगा कर इतने निचले स्तर पर गिरा कि पंजाब के लोग भी हैरान रह गए। मुख्यमंत्री ने कहा, “वास्तव में यह दोनों नेता आम आदमी पार्टी की विधायक जीवनजोत कौर से बुरी तरह हारे हैं जिस कारण अपने क्षीण हो चुके राजनैतिक अस्तित्व को बचाने के लिए गले लगाने के लिए मजबूर हो गए हैं। “
प्रताप सिंह बाजवा की तरफ से नये चुने आप विधायकों पर की टिप्पणी का सख़्त जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बाजवा सारी ज़िंदगी मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए तरसते रहे हैं और अब जब इनसे निराश हुये लोगों ने नये चेहरों को सत्ता की बागडोर संभाली तो उनको हज़म नहीं हो रहा।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डाक्टर बलबीर सिंह ने कहा कि राज्य के अस्पतालों में जल्द ही मरीज़ों के लिए ‘ फैसीलिटेशन सैंटर’ स्थापित किये जा रहे हैं जहाँ मरीज़ को सभी सार्वजनिक सहूलतें मुहैया करवाया जाएंगी। उन्होंने कहा कि नये बने जच्चा- बच्चा केंद्र से खरड़ और इसके साथ लगते सैंकड़ों गाँवों को बड़ी सुविधा मिलेगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जल्दी ही बुढलाडा, नकोदर और फरीदकोट में नयी स्वास्थ्य संस्थाओं का उद्घाटन करेंगे।
हलका विधायक और पर्यटन और सांस्कृतिक मामलों संबंधी मंत्री अनमोल गगन मान ने खरड़ निवासियों के लिए इस अत्याधुनिक स्वास्थ्य संस्था के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि कुराली अस्पताल की इमारत भी नयी बन रही है जिसका उद्घाटन जल्दी ही किया जायेगा।