11 जून को सांझा मोर्चा के आह्वान पर रोडवेज कर्मचारी परिवहन मंत्री का घेराव करेंगे : प्रताप भनवाला            

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 05      जून   :

हरियाणा रोडवेज यमुनानगर डिपो सांझा मोर्चा के सभी पदाधिकारियों के एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता सांझा मोर्चा राज्य कमेटी के वरिष्ठ सदस्य एवं ऑल हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ के राज्य महासचिव प्रताप भनवाला द्वारा की गई।

इस अवसर पर डिपो प्रधान राजेंद्र कंबोज, महिपाल सौदे, मुकेश पोसवाल, रघुवीर सिंह, सोमबीर मलिक, व रामकरण ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस बैठक में कर्मचारियों के विभिन्न लंबित पड़ी मांगों एवं विशेष रूप से रोडवेज कर्मचारियों को 300 से 400 किलोमीटर की दूरी पर स्थांतरित करने के विरोध में चर्चा की गई।

बैठक में आने वाली 11 जून 2023 को फरीदाबाद में हरियाणा के परिवहन मंत्री का घेराव किया जाने के संदर्भ में रणनीति तैयार की गई। सांझा मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि 10 मई को हरियाणा के परिवहन मंत्री के साथ मोर्चा के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई थी जिसमें ऑनलाइन स्थानांतरण पॉलिसी का कर्मचारियों पर पड़ने वाले विपरीत प्रभाव को चर्चा की गई थी जिसमें मंत्री ने कर्मचारियों को 50 किलोमीटर के दायरे में समायोजन करने का आश्वासन दिया था परंतु दिए गए आश्वासन के विपरीत कार्य करते हुए सरकार ने 1883 कर्मचारियों को 300 से 400 किलोमीटर तक के दायरे में स्थानांतरित किया है।

सरकार के इस निर्णय से संपूर्ण कर्मचारी वर्ग में रोष है इसी को लेकर 11 जून को हरियाणा रोडवेज सांझा मोर्चा के कर्मचारियों द्वारा हरियाणा परिवहन मंत्री का घेराव करने का निर्णय लिया गया है।बैठक में राज्य स्तरीय नेता मनिंदर सिंह फूल कुमार कंबोज व नंदलाल कंबोज ने कहा कि विभाग द्वारा इलेक्ट्रिक बसें, किलोमीटर स्कीम के तहत चलाने का निर्णय भी लिया गया है जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी रोष है। कर्मचारियों ने कहा कि यदि इसके बाद भी सरकार व विभाग के द्वारा कर्मचारियों के हित में कोई निर्णय नहीं लिया गया तो आने वाली 26 जून को सांझा मोर्चा के आह्वान पर पूरे हरियाणा में रोडवेज का चक्का जाम किया जाएगा जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।

प्रताप भनवाला ने कहा कि  रोडवेज के बेड़े में 8 वर्ष पहले 4260 बसें थी जो अब सिमट कर 2150 रह गई हैं जिनमें से अधिकतर बसें अपने समय में पूरा कर चुकी हैं इस समय राज्य की आबादी को देखते हुए कम से कम 10000 सरकारी बसों की आवश्यकता है। बैठक में रोडवेज कर्मचारियों का प्रदर्शन में भारी संख्या में पहुँचने का आह्वान किया गया।