Saturday, September 6

लाजपत सिंगल, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, कैथल – 03 जून :

स्थानीय आरकेएसडी कैथल में दाखिला प्रक्रिया 2022-23 के दृष्टिगत एवं नेशनल एजुकेशन पालिसी 2020 के तहत हो रहे बदलावों को प्रथम दृष्टया जानने समझने के लिए एक कार्यशाला आयोजित की गई।

इसका शुभारंभ प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने किया। इसमें मुख्य वक्तव्य डॉ गगन मित्तल, नोडल अधिकारी (एन.ई.पी. 2020) का रहा। विदित रहे कि 05 जून से आरंभ होने वाली दाखिला प्रक्रिया को उच्चतर शिक्षा विभाग ने स्थगित कर दिया है ताकि नई शिक्षा नीति के अनुसार तैयारी की जा सके। इसको देखते हुए सम्बंधित प्राध्यापकों एवं भावी अभ्यार्थियों को इससे रूबरू करवाने के लिए यह आयोजन हुआ।

डा. गगन मित्तल नें पीपीटी के माध्यम से कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय द्वारा जारी स्नातक कक्षाओं के कुरिकुलम एवं क्रेडिट बेस व्यवस्था की रूपरेखा को समझाया एवं पूछें गये प्रश्नों का जवाब भी दिया। उन्होंने बताया कि इसमें अभ्यार्थियों को चार तरह कि स्कीम उपलब्ध होंगी। प्रत्येक वर्ष इस फ्रेमवर्क से बाहर निकलने की भी अभ्यार्थियों को छूट मिलेगी। इसमें परम्परागत डिग्री एवं आनर्स करनें के अवसर समान रूप से उपलब्ध होंगे। प्रथम वर्ष के पश्चात सार्टिफिकेट, द्वितीय वर्ष पश्चात डिप्लोमा, तीन वर्ष पश्चात डिग्री एवं चौथे वर्ष पश्चात् शोध आधारित डिग्री मिलेगी। इसके आधार पर अभ्यार्थियों सीधे पीएचडी भी कर पाएंगे। परिणाम ग्रेडिंग प्रणाली पर जारी होंगे।

प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने अपने समापन भाषण में इस बदलाव के दौर में संस्था के सामने उपलब्ध अवसरों को स्पष्ट किया एवं विश्वास जताया कि हम राष्ट्रीय शिक्षा नीति को शब्द एवं भावना में लागू कर पाएंगे। उन्होंने यह विचार भी दिया कि काॅलेज का संरचनात्मक विकास एवं मानवीय संसाधन, प्राध्यापकों की योग्यता चुनौतियों में निबटने में सहायक सिद्ध होंगे।

इस अवसर पर डॉ सत्यबीर मैहला, डॉ हरिंदर गुप्ता एवं दोनों सत्रों का समस्त प्राध्यापक वर्ग उपस्थित रहा। स्टाफ सचिव डॉ जयबीर धारीवाल ने मंच संचालन किया।