Sunday, December 22

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 01 जून 2023 :

नोटः आज प्रदोष व्रत है। वटसावित्री व्रतारम्भ तथा चम्पक द्वादशी

जून की इस तारीख में पड़ रहा है प्रदोष व्रत, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि लीजिए
प्रदोष व्रत
Vat Savitri Vrat 2023: वट सावित्री व्रत पर बनने जा रहे हैं ये 3 दुर्लभ  संयोग, जानें शुभ मुहूर्त, पूजन विधि - vat savitri vrat 2023 date and time  shubh yog gajkesari
वटसावित्री व्रतारम्भ
जानिए कब है चंपक द्वादशी, राशिनुसार जानें कैसे करें पूजा | Know Champak  Dwadashi, how to do worship according to zodiac
चम्पक द्वादशी

चम्पक द्वादशी : पौराणिक मान्याता के अनुसार जेष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की बारहवीं तिथि को चंपक द्वादशी कहते हैं। शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान गोविंद विट्ठलनाथ जी (भगवान श्री कृष्ण) का चंपा के फूलों से पूजन व श्रृंगार किया जाता है। शास्त्रों में इस पर्व को राघव द्वादशी या रामलक्ष्मण द्वादशी के नाम से भी संबोधित किया गया है। इस दिन विष्णु के अवतार श्रीराम तथा शेषनाग के अवतार श्री लक्ष्मण की मूर्तियों की पूजा की जाती है।

विक्रमी संवत्ः 2080, 

शक संवत्ः 1945, 

मासः ज्येष्ठ, 

पक्षः शुक्ल पक्ष, 

तिथिः द्वादशी दोपहर काल 01.40 तक है,  

वारः वृहस्पतिवार।

विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।

 नक्षत्रः चित्रा प्रातः 06.48 तक है, 

योगः वरीयान सांयकाल 06.59 तक, 

करणः बालव, 

सूर्य राशिः वृष, चंद्र राशिः तुला,   

राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,

सूर्योदयः 05.27, सूर्यास्तः 07.11बजे।