पंचांग, 17 मई 2023

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 17 मई 2023 :

नोटः आज प्रातः 7.39 से पंचक समाप्त हो रहे हैं। आज मासशिवरात्रि व्रत, वटसावित्री व्रताराम्भ हो रहा है।

Mahashivratri 2023: इस दिन मनाई जाएगी महाशिवरात्रि, जानिए कथा, मुहूर्त और  पूजा विधि - Bharat Express Hindi
मासशिवरात्रि व्रत
वटपौर्णिमाः वटसावित्री व्रतारंभ; मुहूर्त, मान्यता आणि व्रतकथा - Vat Savitri  Vrat 2020 Know The Date Timing Vrat Katha And Puja Vidhi Of Vat Purnima |  Maharashtra Times
वटसावित्री व्रत

विक्रमी संवत्ः 2080, 

शक संवत्ः 1945, 

मासः ज्येष्ठ, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रिः काल 10.29 तक है, 

वारः बुधवार।

विशेषः आज उत्तर दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर बुधवार को राई का दान, लाल सरसों का दान देकर यात्रा करें।

नक्षत्रः रेवती प्रातः काल 07.39 तक है, 

योगः आयुष्मान रात्रि काल 09.17 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः वृष, चंद्र राशिः वृष, 

राहु कालः दोपहर 12.00 बजे से 1.30 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.33, सूर्यास्तः 07.02 बजे।