वेस्टर्न कमांड के पूर्व जीओसी-इन-सी लेफ्टिनेंट जनरल तेज सप्रू ने हेड एंड हार्ट संस्था के यूनिक ब्रेन एक्सीलेंस सेंटर का किया शुभारम्भ

  • बाल कल्याण के क्षेत्र में अतुलनीय काम करने के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार द्वारा सम्मानित है हेड एंड हार्ट संस्था ने
  • वैज्ञानिक रूप से बने हेड एंड हार्ट के प्रशिक्षण ने न केवल विद्यार्थियों व शिक्षकों को लाभान्वित किया है बल्कि वकीलों, कलाकारों, सैन्य अधिकारियों आदि को भी फ़ायदा पहुंचाया  

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 15   मई  :

हेड एंड हार्ट (एचएनएच) द्वारा शहर में एक यूनिक ब्रेन एक्सीलेंस सेंटर खोला गया है जो आम आदमी के दिमाग की ताकत बढ़ाने के लिए कई विकल्प प्रदान करता है। एचएनएच द्वारा संचालित इस सेंटर को यहां लाने का श्रेय जाता है स्थानीय बिजनेसमैन पवन वलेचा को, जो एक व्यवसायी होने के साथ-साथ बीजेपी के स्टेट एक्जीक्यूटिव मेंबर हैं और पंजाब विश्वविद्यालय के सीनेट मेंबर भी हैं। पिछले महीने वलेचा ने अपने जन्म स्थल जलालाबाद में भी एक सेंटर का उद्घाटन करवाया था जिसे स्थानीय निवासियों ने बहुत सराहा था। पिछले ही महीने देहरादून में ऐसा सेंटर खोलने के बाद इस महीने के अंत तक ऐसे और चार सेंटर भारत के अन्य शहरों जैसे दिल्ली, लुधियाना, नोएडा में खुलने जा रहे हैं।  

इस सेंटर के उद्घाटन समारोह में शहर के सम्मानित स्कूलों के कई प्रधानाचार्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया । समारोह की मुख्य अतिथि रहे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल तेज सप्रू , जो भारतीय थल सेना की वेस्टर्न कमांड के पूर्व जीओसी-इन-सी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा ब्रेन एक्सीलेंस सेंटर खुलना शहरवासियों के लिए अपने मस्तिष्क की क्षमताओं को निखारने का एक अनुपम मौका है। चूंकि हमारा दिमाग ही हमारे वजूद का कमांड एंड कंट्रोल सेंटर होता है, इसलिए दिमाग की छिपी प्रतिभाओं को उन्नत करने से जीवन के हर पहलू में हमारे प्रदर्शन में बढ़ोतरी होती है।

उल्लेखनीय है कि हेड एंड हार्ट अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत एक ऐसी संस्था है जिसने मेटा लर्निंग एवम् न्यूरोसाइंस के क्षेत्र में 29 से भी ज्यादा देशों में धूम मचा रखी है। संस्था के फाउंडर डायरेक्टर गुरनंदन ने बताया कि 2017 में बाल कल्याण के क्षेत्र में अतुलनीय काम करने के लिए हेड एंड हार्ट को राष्ट्रपति पुरस्कार द्वारा सम्मानित किया गया। संस्था को सोनी टीवी पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम शार्क टैंक इंडिया में भी चुनिंदा प्रतिभागियों के बीच दिखाया गया। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार हेड एंड हार्ट की ट्रेनिंग मानव मस्तिष्क के ध्यान, एकाग्रता, याददाश्त और सम्पूर्ण कार्य गुणवत्ता को नए आयाम पर ले जाती हैं। यही नहीं इस प्रशिक्षण से व्यक्ति की भावनात्मक स्थिरता, तनाव से लड़ने की क्षमता,  सृजनात्मकता आदि भी कई गुना बढ़ जाती हैं।  वैज्ञानिक रूप से बने हेड एंड हार्ट के प्रशिक्षण ने न केवल विद्यार्थियों व शिक्षकों को लाभान्वित किया है बल्कि वकीलों, कलाकारों, सैन्य अधिकारियों आदि को भी फ़ायदा पहुंचाया है। यहां तक कि कई मानसिक विकारों से ग्रसित (एडीएचडी, आटिज्म, एल्जाइमर इत्यादि) प्रशिक्षणार्थियों को भी इस ट्रेनिंग से बहुत लाभ मिला है।

एचएनएच की सह निदेशक राजविंदर कौर ने बताया कि 29 देशों से आज तक 9000 से भी ज्यादा प्रतिभागी इस प्रशिक्षण से लाभ उठा चुके हैं। उन्होंने आगे बताया कि कैसे एचएनएच की ट्रेनिंग नई एजुकेशन पॉलिसी 2020 से इत्तेफाक रखती है और कैसे इस प्रशिक्षण से पॉलिसी को रोजमर्रा के छात्र जीवन में उतारा जा सकता है।

उपस्थित लोगों से बात करके यह पता लगा कि इस प्रकार के सेंटर के खुलने से चंडीगढ़ के निवासियों में बहुत उत्सुकता है और अपने दिमाग की काबिलियत बढ़ाने हेतु बहुत रुचि भी।