Saturday, December 21

व्यापारी फरार : जाली गवाही देने वाला गिरफ्तार

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चंडीगढ़  – 15   मई  :

6 माह पूर्व चण्डीगढ़ की सेक्टर 15 में रहने वाली एक विधवा की शिकायत पर सोनीपत पुलिस ने दिल्ली और पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में रहने वाले जेठ जेठानी और देवर देवरानी के विरुद्ध धारा 406,420,467,468,471,506 और 120-बी के अंतर्गत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। अब उस विधवा महिला के पुत्र पुनीत बंसल की शिकायत पर पंजाब के फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने उसी परिवार के खिलाफ उसके दादा की जाली वसीयत बना कर करोडों की संपति हड़पने का मामला धारा 419,420,465,467,468,474 व 120-बी की आई पी एस के अंतर्गत दर्ज कर लिया। इस मामले मे मुख्य अभियुक्त संजीव बंसल फरार है जबकि वसीयत में जाली गवाह बन गवाही देने वाला भारत गर्ग पुलिस की गिरफ्त के बाद न्यायिक हिरासत में है।

चण्डीगढ़ के सेक्टर 15 के मकान न. 127 की रहने वाली संतोष बंसल पत्नी स्वर्गीय अश्विनी बंसल के पुत्र  पुनीत बंसल ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके ताऊ-ताई और चाचा संजीव बंसल उसकी पत्नी ने मिलकर उसके दादा स्वर्गीय बैजनाथ बंसल की जाली वसीयत बना कर करोडों की संपत्तियों को क़ब्ज़ा लिया और उनके परिवार को इससे अंधेरे मे रखा।  उसने शिकायत के साथ सभी संबंधित कागजात पैशन किए।  पुलिस ने कई दिन की जांच के बाद अनंत मामला दर्ज कर लिया और गिरफ्तारी के लिए कार्यवाही की लेकिन गिरफ्तारी से पहले सूचना मिलने पर संजीव बंसल भूमिगत हो गया जबकि गवाह पुलिस ने काबू कर लिया। संजीव बंसल ने गिरफ्तारी के विरुद्ध अदालत में अग्रिम जमानत मांगी थी जो रद्द हो गई। यहाँ बता दें इस मामले में सोनीपत में पुनीत की माता के जाली हस्ताक्षर कर सम्पति बेचने का मामला पहले ही दर्ज है। जिसमें में कहा कि दिल्ली के पंजाबी बाग में रहने वाले उसके जेठ सुरेश बंसल सुपुत्र बैजनाथ उनकी पत्नी नीलम बंसल और मंडी गोबिंदगढ़ के रहने वाले उनके देवर संजीव बंसल और देवरानी सीमी बंसल ने मिलकर उनके जाली अंगूठे लगाकर सोनीपत के मेमापुर में 16 कनाल का प्लॉट बैच दिया। उसने शिकायत में लिखा कि ये प्लॉट उनके व जेठानी नीलम के नाम संयुक्त रूप से था। इन्होंने मिल कर 1993 में तहसील दादरी जिला गाजियाबाद के त्रिलोक त्यागी को बैच दिया। जबकि इस संपति पर उनके दो पुत्रों अमित बंसल और पुनीत बंसल का हक था। उन्होंने शिकायत में कहा कि इस संपति के बैचने के बारे अभी कुछ दिन पहले ही चला था।

उन्होंने शिकायत में कहा कि जब उन्होंने इस मामले को जेठ और देवर के सामने उठाया तो उन्हें व बच्चों को जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गई। उन्होंने कहा वे पढ़ी लिखी हैं उनके अंगूठा लगने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा परिवार ने साजिश रच मेरी जगह अन्य महिला को संभवत देवरानी को मेरी जगह दिखाकर जमीन बेचदी।