अमृतसर को सोलर सिटी के तौर पर किया जाएगा विकसित
अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत ए. वेणू प्रसाद ने सभी विभागों की दफ़्तरी इमारतों को सौर ऊर्जा पर तबदील करने के लिए आगे आने के लिए कहा
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ (राकेश शाह) : कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा के नेतृत्व वाले पंजाब के नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत विभाग द्वारा आज पंजाब स्टेट एनर्जी एक्शन प्लान लॉन्च किया गया है, जिससे इमारतों, उद्योगों, नगर पालिकाओं, कृषि, परिवहन और अन्य क्षेत्रों में ऊर्जा दक्षता को सुनिश्चित बनाया जा सके। इस एक्शन प्लान का उद्देश्य राज्य के विभागों/ एजेंसियों की सबसे टिकाऊ, दीर्घकालिक और अंतर क्षेत्रीय नवीकरणीय/स्वच्छ ऊर्जा योजना को अपनाने में सहायता करना है।
इस दौरान अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत विभाग ए. वेणु प्रसाद, अध्यक्ष पेडा एच.एस. हंसपाल और इंडो-जर्मन एनर्जी प्रोग्राम जी.आई.ज़ैड. के प्रमुख डॉ. विनफ्राईड डैम द्वारा राज्य के लिए अमृतसर स्मार्ट सिटी पोर्टल और रिन्यूएबल परचेज ऑब्लिगेशन (आर.पी.ओ.) पोर्टल के साथ डिसीजन सपोर्ट टूल (डी.एस.टी.) भी लॉन्च किया गया।
ए. वेणु प्रसाद ने कहा कि अमृतसर को सोलर सिटी के तौर पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि स्टेट एनर्जी एक्शन प्लान हरेक सैक्टर जैसे कि कृषि, बिजली, नवीकरणीय, सी.बी.जी., नगर पालिकाओं, परिवहन, इमारतों और उद्योगों में नैट ज़ीरो लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करेगा। पेडा द्वारा 20 से अधिक विभागों/संस्थाओं के सलाहकारों की तजुर्बेकार टीम और प्रतिनिधियों की मदद के साथ तकनीकी सहायता लेने के लिए जर्मन के आर्थिक सहयोग और विकास मंत्रालय से फंड प्राप्त जी.आई.ज़ैड. के आई.जी.ई.एन. एक्सेस टू एनर्जी प्रोग्राम के साथ समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए हैं।
इस एक्शन प्लान को तेज़ी से लागू करने और इसकी प्रगति की तिमाही आधार पर समीक्षा करने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुए उन्होंने बिजली क्षेत्र को डीकार्बोनाईज़ (कार्बन मुक्त) करने के लिए सभी विभागों को अपने दफ़्तरों की इमारतों को सोलर पैनलों से लैस करने सम्बन्धी कदम उठाने के लिए कहा, जिससे उनके बिजली के उपभोग सम्बन्धी खर्चों को 25 फीसदी से 30 फीसदी तक घटाने में मदद मिलेगी।
पेडा के अध्यक्ष एच.एस. हंसपाल ने कहा कि पेडा ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001 को लागू करने के लिए पंजाब सरकार की डैज़ीगनेटिड एजेंसी है और पेडा का उद्देश्य 2070 तक नैट ज़ीरो लक्ष्यों को प्राप्त करना है। उन्होंने बी.ई.ई. द्वारा राज्य स्तर पर राज्य ऊर्जा दक्षता कार्य योजना (एसईएपी) तैयार किए जाने का भी जिक़्र किया। पंजाब ने स्टेट एनर्जी विजऩ 2047 भी तैयार किया है।
इस विलक्षण प्लान को तैयार करने के लिए पेडा के प्रयासों की सराहना करते हुए इंडो-जर्मन एनर्जी प्रोग्राम जी.आई.ज़ैड. के प्रमुख डॉ. विनफ्राईड डैम ने नैट ज़ीरो लक्ष्य की प्राप्ति के लिए भारत के उद्देश्य को पूरा करने के लिए लम्बे समय की एनर्जी प्लानिंग के महत्व पर प्रकाश डाला।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए राज्य के सभी सरकारी विभागों और नागरिकों की भूमिका पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने विभिन्न यूरोपीय देशों की उदाहरणें साझा करने के साथ-साथ अपनी आर्थिकता को डीकार्बोनाईज़ करने, जिसके लिए ज़्यादातर मुल्कों द्वारा 2050 तक और जर्मनी द्वारा 2045 तक का लक्ष्य रखा गया है, के लिए उनकी क्षेत्रीय पहलों के बारे में भी जानकारी दी।
सभी भागीदारों का स्वागत करते हुए पेडा के डायरैक्टर श्री एम.पी. सिंह ने स्टेट एनर्जी एक्शन प्लान और ऑनलाइन डिसीजन सपोर्ट टूल के बारे में जानकारी दी, जिसका प्रयोग करते हुए सभी सम्बन्धित विभाग राज्य के लिए कोई भी बड़े विकास लक्ष्य निर्धारित करने से पहले डेटा आधारित विकास योजनाएँ तैयार करते हैं।
इस बैठक में प्रमुख सचिव बिजली विभाग तेजवीर सिंह, प्रमुख सचिव आवास निर्माण एवं शहरी विकास श्री अजोए कुमार सिन्हा, गमाडा के मुख्य प्रशासक अमनदीप बांसल और चीफ़ टाऊन प्लानर पंजाब पंकज बावा, सीनियर सलाहकार जी.आई.ज़ैड. इंडिया निधि सरीन, पेडा के ज्वाइंट डायरैक्टर कुलबीर सिंह संधू के अलावा परिवहन, लोक निर्माण, तकनीकी शिक्षा, निवेश प्रोत्साहन, कौशल विकास, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।